जाट पुलिस वालों ने खेत में चोदा-2
दोनों मेरे सामने खड़े थे और दोनों के ही लंड पैंट में तने हुए एक साइड में आकर लग गए थे। आस पास गेहूं के खेत थे चिड़िया की भी आवाज नहीं थी… बस था तो रात का सन्नाटा..
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
दोनों मेरे सामने खड़े थे और दोनों के ही लंड पैंट में तने हुए एक साइड में आकर लग गए थे। आस पास गेहूं के खेत थे चिड़िया की भी आवाज नहीं थी… बस था तो रात का सन्नाटा..
मैंने रितु और रानी भाभी को लेटने के लिए कहा, फिर ऊषा और शशि को अपन पास बुलाया और उनके मम्मों को थोड़ा छेड़ा, फिर उनको कहा- आप दोनों इन भाभियों से प्यार करें।
मधु की चूत और गांड में लंड डले हुए थे। मैं और नीलेश एक साथ एक लड़की के दो छेदों को भरे होने का मज़ा ले रहे थे। मधु बहुत तेज़ तेज़ साँसों के साथ मचलने लगी।
एक कॉलेज गर्ल से एक इन्स्टीट्यूट में मुलाकात के बाद फ़ोन पर बातचीत हुई कि कुछ दिन बाद उसने मुझे फ़ोन करके अपने जन्मदिन की पार्टी में बुला लिया, वहाँ क्या हुआ?
मैंने अपना लण्ड निकाल कर.. उसकी गाण्ड में घुसेड़ दिया और उसकी गाण्ड चोदने लगा। मैं उसके कूल्हे पकड़ कर उसे चोद रहा था.. उसके चूतड़ काफी बड़े थे.. उन पर एक प्यारा सा तिल भी था।
ममता के अभी बच्चा नहीं हुआ था तो चूत टाइट थी, कुछ देर मैं इसी तरह रुका रहा और देखा कि अब ममता चुदने को तैयार है.. तो मैंने अपनी धक्का-पेलम स्टार्ट कर दी।
सने जिप धीरे धीरे नीचे की तरफ खोलनी शुरु की... जैसे जैसे चेन नीचे जा रही थी, मेरे मुंह में पानी आ रहा था और मेरे ये भाव देखता हुआ प्रवीण मुस्कुरा रहा था..
मेरा एक दोस्त एक आंटी को फँसाए हुए था और चोदने के लिए जगह खोज रहा था। एक रात वो उसे मेरे कमरे में लाया। लेकिन आन्टी की तसल्ली नहीं हुई तो आन्टी ने मुझे फ़ांस लिया अपनी हवस मिटाने के लिये !
मुझे चण्डीगढ़ में कुछ काम था तो मैं अपने दोस्त के घर रुका, वहाँ उसकी कमसिन भतीजी को देख मेरी लार टपकने लगी लेकिन दिल से एक आवाज आई 'राज यह तू क्या कर रहा है, वो तेरे दोस्त की भतीजी है।'
मेरी बचपन की दोस्त नेहा के साथ मुझे टैस्ट के लिये आगरा जाना पड़ा। हमने होटल में एक ही कमरा लिया. बीच रात में मुझे लगा कि नेहा का हाथ मेरे लंड पर है।
मधु थोड़ी सी खड़ी हुई तो मधु के पाँव भी उसके खुद के मूत से गीले होने लगे, वो भी आदमी की तरह अपनी चूत से नीता के पूरे बदन पर मूतने लगी।
मेरे घर के बगल में शादी में एक लड़की आई थी। उसे देखते ही मेरा दिल व्याकुल हो उठा था.. मैं उस घर में घुस गया और उसे छूने की कोशिश की तो उसने मुझे छत पर जाने को कहा।
प्रवीण ने अपने सीधे हाथ से मेरी जांघिया को नीचे खींच दिया और मेरी गांड का छेद उसकी आखों के सामने आ गया। वो मेरे नर्म मुलायम चूतड़ों को हाथों से दबाता हुआ इस्स इस्स करने लगा और अपनी उंगली मेरी गांड में डाल दी।
हमारे नए किरायेदार आए तो उनकी बड़ी बेटी मुझे भा गई लेकिन वो मुझसे दूर भागती थी। एक दिन उसे कॉलेज छोड़ने जाना पड़ा तो उससे बात हुई और मेरी दोस्ती उसने स्वीकार कर ली।
मेरे मुँह से ना जाने कैसे निकल गया- अगर मैं तुम्हें किस करना चाहूँ तो...? पहले तो वो चौंक कर मेरी तरफ देखने लगी और फिर लापरवाह से अंदाज में बोली- कर लेना... किस लेने से क्या होता है..