पहली कुंवारी चूत मुझे मिली मुँह बोली बहन की -1
आज करीब 36 साल हो गए चोदते हुए और 50 से ज्यादा चूतों के साथ मैं हमबिस्तर हो चुका हूँ। मैं आज उस चुदाई के बारे में बता रहा हूँ जब मेरे जीवन की पहली कुंवारी लड़की आई थी और जिसका मैंने कौमोर्य भंग किया था।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
आज करीब 36 साल हो गए चोदते हुए और 50 से ज्यादा चूतों के साथ मैं हमबिस्तर हो चुका हूँ। मैं आज उस चुदाई के बारे में बता रहा हूँ जब मेरे जीवन की पहली कुंवारी लड़की आई थी और जिसका मैंने कौमोर्य भंग किया था।
सेक्स की कोई उम्र नहीं होती, हर उम्र के मर्द औरत को सेक्स की चाहत होती है। यह बात अलग है कि वो अपनी उम्र के साथ साथ अपनी इस इच्छा को दबा लेते हैं, या फिर मार लेते हैं। पर चूत और लंड की चाहत सभी को हर उम्र में होती है।
नया गेम शुरु हुआ निजी फ़ंतासी को लेकर… मधु ने पब्लिक प्लेस में चुदने की तो नीलेश ने नीता को काले हब्शी लौड़े से चुदवाने की अपनी फ़ंतासी बताई। मैंने दोनों को पूरा करने की ठान ली।
स्कूल में मेरे दोस्त नंगी फोटो देख कर उनकी बातें करते हैं। मुझे भी फोटो देखकर कुछ-कुछ होता.. हालांकि तब मुझे पता नहीं था कि मेरा लण्ड खड़ा क्यों होता है।
मैंने फ़ौरन ही उस को अपनी बांहों में ले कर चुम्बन करना शुरू कर दिया। वो भी मज़े ले रही थी पर जल्दी ही नीलम ने मुझसे कहा- यहाँ कुछ मत करो.. अगर रोशनी और अंकित जाग गए तो दिक्कत हो सकती है।
छत पर खुले आसमान के नीचे हम दोनों आपस में प्यार करने में मग्न थे। 'चाचू... वैसे जो हम कर रहे है वो ठीक नहीं है... आप मेरे चाचू है और...' इस से ज्यादा वो कुछ बोल ही नहीं पाई क्यूंकि मैंने अपने होंठो से उसके होंठ बंद कर दिए थे।
मैं अपने लंड का सुपारा उसकी चूत पर रख कर उसकी चूत पर रगड़ने लगा। तब उसने कहा- भैया इसको अन्दर म़त करना.. बहन हूँ तुम्हारी.. राखी बांधती हूँ।
मैंने दोनों को एक साथ आलिंगन में लिया और बारी बारी से उन दोनों को लबों पर चूमा और फिर उनके मम्मों को चूमा एक एक कर के और उनके गोल गुदाज चूतड़ों पर हाथ फेरे।
पापा दुबई में थे, मैं, अम्मी पापा के दोस्त के मकान में रहते थे, अंकल अक्सर हमारे घर आते थे और अम्मी उनके आने से बहुत खुश होती थी. एक दिन मैं स्कूल से आई तो..
मधु बोली- मेरा जहाँ मन करा, मैं चुदवा रही हूँ और ये कोई मेरा बॉय फ्रेंड नहीं मेरा पति है। मैंने तुम्हे किसी चीज़ के लिए नहीं रोका पर मेरे बदन को हाथ लगाने के लिए तुम्हे मेरे पति से परमिशन लेनी होगी।
भाभी को चोद कर निकला तो पड़ोस की कुँवारी लड़की ने मुझे देख लिया था। वो मस्त चुदने लायक माल थी, आते जाते देखती थी पर भाव भी खाती थी। उसे कैसे पटाया, इस कहानी में पढ़िए !
मैंने देखा 12वीं क्लास के दो लड़के और उनकी क्लास की लड़की अन्दर आकर घास पर बैठ गए। वो लड़की दोनों लड़कों के बीच में बैठी थी और दोनों लड़के उसके दूध दबा रहे थे।
मेरे पड़ोस में एक मस्त भाभी रहती थी. एक दिन भाभी के यहाँ नई स्कूटी आई.. उन्होंने भैया से कह कर मुझे स्कूटी सिखाने के लिए बोला। मैं भाभी को एक सुनसान सड़क पर ले गया..
अपनी चूत पर मेरे मोटे लंड का एहसास करके मीनाक्षी घबरा रही थी, उसकी घबराहट को दूर करने के लिए मैं मीनाक्षी के ऊपर लेट गया और कभी उसके होंठ तो कभी उसकी चूची को चूसने लगा।
अंकल ने मुझे मुँह के बल बिस्तर पर लिटा लिया और मेरे ऊपर लेट मेरी जालीदार कुर्ती की ज़िप खोल कर मेरी पीठ पर चुम्बन करने लगे। मैं चुपचाप सिसकारियाँ भर रही थी।