मेरा गुप्त जीवन- 129
सबसे पहले जूली ने निहायत ख़ूबसूरती के साथ अपने कपड़े उतारने शुरू किये। उसने हल्के से डांस करते हुए अपनी स्कर्ट के साथ का ब्लाउज और फिर डांस करते हुए उसने अपनी ब्रा भी उतार दी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
सबसे पहले जूली ने निहायत ख़ूबसूरती के साथ अपने कपड़े उतारने शुरू किये। उसने हल्के से डांस करते हुए अपनी स्कर्ट के साथ का ब्लाउज और फिर डांस करते हुए उसने अपनी ब्रा भी उतार दी।
मेरे चूचे को उसने चूसे और बहुत काटा, धकापेल चुदाई चल रही थी। मैं दो बार झड़ चुकी थी और वो लगातार तेजी से मेरी चूत का काम-तमाम करने में लगा था, 'फच्च..फच्च..' करके मेरी चूत का बाज़ा बजा रहा था।
हमने एक अमीर इलाके में घर किराए पर लिया तो पड़ोस की एक सेक्सी जवान लड़की मुझे दिखती थी. वो शोर्ट स्कर्ट टॉप पहनती थी. वो मुझसे कैसे पटी और मैंने उसकी चूत चुदाई की.
मेरी बहन की सहेली हमारे घर पढ़ाई करने आई, मैं उन दोनों को पढ़ा रहा था. रात को हम तीनों इकट्ठे सो गए. बीच रात में क्या हुआ, इस कहानी को पढ़ कर मज़ा लीजिये!
फेसबुक पर मेरी दोस्ती अपने कॉलेज की लड़की से हुई. एक दिन मैं उसे मूवी ले गया और उसकी रजामंदी से मैंने उसे चूमा. फिर एक दिन मैं उसे शहर से दूर एकांत जगह पर ले गया.
मेरी चाची की भतीजी हमारे घर रहने आई तो हमारी दोस्ती हो गई, हम एक दूसरे को चाहने लगे. हम खूब घूमे फिरे और एक चांदनी रात को घर की छत पर मैंने अपने प्यार का इज़हार कर दिया.
मैं अच्छा खासा स्मार्ट लड़का हूँ. कॉलेज की एक सेक्सी अकडू लड़की पर मेरा दिल आ गया था पर पट नहीं रही थी. और जब पटी तो पता लगा कि वो खूब खाई खेली थी.
नेहा को बचपन से मैंने यौवन पाठ पढ़ाये हैं। अन्तर्वासना के नियमों के मुताबिक मैं वो सब बातें आपके साथ बाँट नहीं सकता। इसलिए नेहा के बालिग होने के बाद यानि उसके अठारहवें साल के बाद की बातें शेयर करूँगा।
हैलो.. नमस्ते.. मेरे सेक्सी दोस्तो.. आज मैं आपके पास एक नई कहानी लाया हूँ। वैसे तो आपको पता ही है कि मुझे कैसे चूत का चस्का लगा… जब अभी कोई चूत चोदने को न मिलती.. तो मैं और मेरा दोस्त मोहन आपस में ही गाण्ड मारकर मजा ले लेते हैं। हम दोनों में से जब […]
मैं उसके टॉप के ऊपर से ही उसके चूचों को सहलाने लगा। अब पिंकी का हाथ धीरे-धीरे से मेरी जीन्स पर आ गया और जीन्स की जिप खोल कर वो मेरा लंड हाथ में ले कर सहलाने लगी थी।
धीरे-धीरे वो मेरा साथ देने लगी और इस बार मैंने एक झटके से उसकी पैन्टी को निकाल फेंका.. आह्ह.. और मैंने क्या देखा.. एकदम चिकनी चूत... मेरी आँखों के सामने थी.. मानो एक अनखिली कली खिलने को तैयार हो।
मैं इंजीनियरिंग के फाइनल इयर में किराए पर कमरा लेकर रहता था। मेरे मकान-मालिक की एक जवान लड़की थी। एक बार मकान मालिक को बाहर जाना पड़ा तो उनकी लड़की ने रात को मुझे अपने कमरे में सुला लिया।
पड़ोस में रहने वाला एक लड़के से पास होने की पार्टी क्या माँग ली, उसने तो पार्टी देकर मुझे ही मांग लिया, मेरी कुंवारी चूत में लौड़ा घुसा कर ही माना। मज़ा तो आया!
मैं अपनी क्लास की एक लड़की को चाहता था, वो भी मुझे चाहती थी. इज़हार, इकरार प्यार हुआ एक दिन हम दोनों को रात को मिलने का मौका मिला.. क्योंकि वो मेरे घर के पास ही रहती थी।
यह कहानी है मेरी एक क्लासमेट की जो मन ही मन मुझे चाहती थी पर मैं उसकी सहेली को चाहता था। मुझे उसकी चाहत का अहसास ही नहीं था। मुझे तब पता चला जब…