चेतना की चुदाई उसी के घर में -3
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
आदाब दोस्तो, मेरा नाम सोफिया मंसूरी है, मैं बहुत गर्म किस्म की लड़की हूँ, मुझे सेक्स बहुत पसंद आता है और अब मुझे आदत सी हो गई है कि हर दिन नया लंड और मेरी बुरी तरह चुदाई करने वाला कोई मिल जाए पर मुझे इस तरह चोदने वाला अब तक कोई मिला नहीं है. पर मुझे अब जरिया मिल गया है, अन्तर्वासना में अपनी जिंदगी की हर कहानी आपको बताऊंगी।
मेरे भाई के दोस्त ने मेरी सील तोड़ दी थी। मैं बार बार चुदना चाह रही थी। उसी दिन दोपहर को भाई के तीन दोस्त आये मैं समझ गई कि आज मेरी चुदाई 4 लौड़ों से होने वाली है।
कॉलेज़ में एक नई लड़की आई तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और कुछ दिन में उसे पाई लव यू' भी बोल दिया। एक दिन उसके घर में कोई नहीं था तो उसने मुझे अपने घर बुलाया और…
मेरी क्लास की नई लड़की से मैंने परिचय किया, उससे दोस्ती के लिए कहा तो उसने हाँ कर दी. फिर वैलेंटाइन डे पर लवर पोइंट पर उसे बुलाया और वहीं जंगल में मंगल हो गया.
बिल्लो एक नासमझ लड़की है जिसे शारीरिक संपर्क के संबंध में कुछ नहीं पता है। वह मेरे यहाँ घरेलू काम काज के लिये आई हुई है। सर्दी की एक रात वो मेरे बिस्तर में आ गई।
गाँव की अलहड़ छोरी सर्दी से बचने को मेरे बिस्तर में आ गई तो लड़की के जवान बदन की तपिश मेरे लौड़े को तपाने लगी। कहानी में पढ़ें कि कैसे वो चुदने को उतावली हुई।
दोनों लड़कियाँ संदीप के कमरे में आने जाने लगी और एक दिन उसे पता चला कि उसके ब्लयू सीडी के बैग से सीडी गायब होती है और फिर अगले दिन आ जाती है. उसने खुशी को सीडी निकालते पकड़ लिया.
लण्ड पूरा तन कर बुर में टाइट से फंसा था। मैं भी बिल्लो के ऊपर लेटा हुआ था और चूचियों को आहिस्ता-आहिस्ता दबा रहा था। कुछ ही देर में बिल्लो ने चाचा को अपनी बाँहों में कस लिया.. तो मैं समझ गया कि फिर से बिल्लो चुदना चाहती है।
संदीप ने उसके होंठ चूमना शुरू किया, खुशी ने उसकी आँखों में देखा और उसने भी उसे चूमना शुरू कर दिया, संदीप ने खुशी के शरीर को सहलाना शुरू कर दिया।
मैं छुट्टियों में गाँव गया तो एक लड़की पर दिल आ गया। उसे प्यार भरा सन्देशा भेजा तो कहने लगी- शहर में कोई नहीं मिली क्या? फ़िर उसे पटा कर मैंने कैसे चोदा !
उंगलियों के तेज घर्षण को अपनी योनि में सहन नहीं कर पाई और फिर वो स्पर्श उसे इतनी गुलगुली और उत्तेजना देने लगे कि उसे लगा कि उसका पेशाब निकल जाएगा और वो टूट पड़ी और तुरंत बोली- आह.. आह.. प्लीज स्टॉप प्लीज.. प्लीज..!
कम्मो मेरे अकड़े लंड को देखा कर समझ गई और नदी में नहाती एक लड़की को मेरे पास झाड़ियों में ले आई. मुझे देखते ही वो लड़की खुश हो गई.
उसके नंगा जिस्म बिल्कुल परफेक्ट था, उसके गीले बिखरे बाल.. बड़ी-बड़ी आँखें.. खरबूजे जैसे उसके चूचे और सबसे ज्यादा तो उसकी चिकनी चूत.. इतनी चिकनी कि पानी की बूँदें भी उसकी चूत पर टिक नहीं रही थीं..
मेरे गाँव की एक लड़की से मेरा प्रेम शुरू हुआ.. जो एक कमसिन और नाजुक कली थी.. जवानी की दहलीज पर अभी कदम रखा ही था। एकदम दूध सी गोरी.. भूरी.. स्लिम बॉडी.. छातियाँ अभी विकास की तरफ अग्रसर थीं।