सिकंदर ने ताहिरा को चोद कर माँ बनाया
सिकंदर किराए के घर में रहता था, पड़ोस में एक लड़की ताहिरा को उसके पति ने छोड़ रखा था. सिकंदर ने ताहिरा को पटा लिया तो पता चला कि ताहिरा कितनी गर्म है, उसने खुली छत पर लंड चूसा.
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सिकंदर किराए के घर में रहता था, पड़ोस में एक लड़की ताहिरा को उसके पति ने छोड़ रखा था. सिकंदर ने ताहिरा को पटा लिया तो पता चला कि ताहिरा कितनी गर्म है, उसने खुली छत पर लंड चूसा.
मैंने सुबह सुबह भाभी को आई लव यू बोल दिया। वो राजी तो थी पर डर रही थी। मैंने उनसे कहा कि मैं दोपहर को आ जाऊँगा, उस वक्त घर में कोई नहीं होता तो उन्होंने हामी भर दी।
पूरी रात मैं चुदाई से थककर जेठ की बाँहों में ही सो गई। सुबह नायर दरवाजा खटकाने लगा तो मैं अपनी नाइटी उठा कर पिछले दरवाजे से बाहर निकल कर छत पर भाग गई लेकिन नाइटी पहननी भूल गई।
मैं चाचा को याद करके चूत के लहसुन को रगड़ने लगी और यह सोचने लगी कि चाचा मेरी रस भरी चूत को चाट रहे हैं और मैं सेक्स में मतवाली होकर चूत चटा रही हूँ।
चाचा का सुपाड़ा मेरी चूत के अन्दर घुस गया था। 'उह.. उफ्फ्फ उह आहह्ह्ह..' करते हुए चाचा से लिपट कर पूरी चूत चाचा के हवाले करके मैं बुर को चाचा की तरफ करके दूसरे शॉट का इंतजार करने लगी।
मैं पति से जानबूझ कर थोड़ा गुस्सा होकर बोली- मैं यहाँ चुदने आई थी.. पर यहाँ तो परिन्दा भी नहीं है, जो मेरी चुदाई कर सके.. शायद मेरी किस्मत में आज चुदाई लिखी ही नहीं है।
मेरी पड़ोसन भाभी ग़ज़ब की सेक्सी हैं.. एक दिन भाभी ने मुझे बाइक से उज्जैन छोड़ कर आने को कहा। रास्ते में भाभी को पेशाब लगी तो वो झाड़ी में मूतने बैठी। मुझे उनकी चूत दिख गई।
यह एकदम 100 % सच्ची घटना है मेरी और उस पड़ोसन की जो हरियाणा से सम्बंधित है, हम दोनो किराएदार थे. मैं अपना और उस पड़ोसन का नाम नहीं बताऊंगा. हमारे बीच वास्तविक सेक्स हुआ!
चाचा मेरी छत पर आकर मुझसे सटकर मेरी छाती पर हाथ रखकर मेरी चूचियों को दबाने लगे। मैं चाचा से छुड़ाकर दूर भागी- यह काम आपके बस का नहीं है.. यह काम किसी जवान मर्द का है।
मैंने उसकी चूत को चोदने के लिए उसकी दोनों टाँगें ऊपर उठा दीं और दोनों टांगों को फैला भी दिया.. जिससे उसकी चूत हल्की सी फ़ैल गई। उसकी चूत बिल्कुल लाल-लाल और छोटे छेद वाली थी.. जैसे कमसिन लड़की की हो।
साल में एक बार आते हैं.. तो मुझे चोदते हैं लेकिन 5 मिनट के अन्दर ही झड़ जाते हैं और मेरी चूत की प्यास नहीं बुझ पाती है तो देख कर मैं अपनी उंगली से काम चला लेती हूँ।
वह मेरे सामने अपनी दोनों टाँगें चौड़ी कर अपनी चूत को ऊपर उठाकर मुझे निमंत्रित कर रही थी कि आओ राजा डालो अपना लंड मेरी सेक्सी गुलाबी चूत में..
मैं किराये के कमरे में रहता था तो अचानक भाभी की बर्ताव बदल गया, अचानक भाभी मुझमें रुचि लेने लगी, मेरे सामने अपने कामुक अंग दिखाने लगी, मेरी पैन्ट पर अपनी नजरें घुमातीं.. मुझसे गर्ल-फ्रेंड के बारे में पूछतीं.. फिर धीरे-धीरे वो सेक्सी बातें करने लगीं..
मकान-मालिक भाभी का नाम है प्रिया.. वो हाउसवाइफ थी। क्या माल लगती है वो.. पूछो मत.. उसकी हाइट 5.3" और फिगर 34" के चूचे 28" कमर और 36 के चूतड़। मैं तो उसके मम्मों का दीवाना हो गया था।
रसोई में भाभी खाना बना रही थीं, मैं बगल में ही भाभी के जिस्म से खेल रहा था। फिर भाभी ने भी अपना दाहिना हाथ मेरे पैंट में डाल दिया और मेरा लौड़ा सहलाने लगीं।