ननद का बदन भाभी की चूत -1
नई पड़ोसन युवा लड़की एक दिन नंगी नहाती दिखी, उसने भी मुझे देखते देख लिया. वो शर्मा गई लेकिन मेरे दिल में उसे चोदने की ललक पैदा हो गई. लेकिन कहानी ने क्या मोड़ लिया. इस कहानी में पढ़िए !
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
नई पड़ोसन युवा लड़की एक दिन नंगी नहाती दिखी, उसने भी मुझे देखते देख लिया. वो शर्मा गई लेकिन मेरे दिल में उसे चोदने की ललक पैदा हो गई. लेकिन कहानी ने क्या मोड़ लिया. इस कहानी में पढ़िए !
पड़ोसन भाभी को मैं अक्सर चोदा करता था लेकिन उसके पति को शक होने की वजह से काफी दिन से भाभी की चूत चुदाई नहीं हुई थी. इस बार जब चुदाई का मौका मिला तो वो अपनी सहेली को साथ लाई थी.
मेरे पड़ोस में आंटी की मौत हुई तो मुझे बरसों पुरानी घटना याद आ गई. वो एक बार मेरे घर आई थी तो मैं सिर्फ चड्डी में था. तभी उनका दिन मेरे ऊपर आ गया था शायद...
भाभी की चूत चोदे काफी दिन हो गए थे. मैं भाभी की चूत चुदाई के लिए तरस गया था. एक दिन बहाने से भाभी बाज़ार में मुझे मिली, रेस्तराँ के केबिन में चूत दिखाई और आगे की योजना बताई !
एक शाम पड़ोस से भैया ने मुझे रात में उनके घर रुकने को कहा क्योंकि वो बाहर जा रहे थे. मैं रात को उनके घर सोया. लेकिन रात में क्या हुआ... इस कहानी में पढ़िए !
भाभी की चूत चुदाई अगले दिन होनी थी पर मेरी बेचैनी कम करने के लिये भाभी ने अपना नंगा जिस्म दिखाया पर वहाँ उसकी बहन भी कपड़े बदलने आ गई तो उसे भी नंगी देखा!
इन्दू भाभी ने दिन में कम्मो से अपनी जांच करवा ली और उसी दोपहर उनके गर्भाधान के लिए उनके घर जाकर दो बार चोदा कम्मो की निगरानी में ! फिर रात को उनके घर सोना ही था.
मैं अस्पताल की कालोनी में रहता हूँ, पास में बहुत सारी नर्सों के घर हैं. मैंने एक नर्स रिया को पटा कर कैसे चोदा, इस कहानी में पढ़िए !
मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती हैं.. वो मेरे साथ थोड़ी गंदी बातें करती थीं.. मुझे बार-बार टच करती थीं.. उनके हरेक टच पर मुझे सिहरन होने लगी थी। मैं लगभग रोज उनके नाम की मुठ्ठ मारने लगा और मुठ्ठ मार कर उन्हें चोदने के सपने देखता हुआ सो जाता।
पड़ोसन भाभी, जिन्हें मैं चोद चुका था, उनकी बेटी को अभी पहली बार चोद कर उनके घर छोड़ने जा रहा था तो मेरे मन में तरह तरह के विचार उमड़ रहे थे…
दिल्ली से मेरा यहाँ आना... रेणुका जी के साथ मिलना और फिर उनके साथ प्रेम की ऊँचाईयों को पाना... फिर वंदना का मेरी ज़िन्दगी में यूँ दाखिल होना और हमारे बीच प्रेम का परवान चढ़ना... सारी घटनाएँ बरबस मेरे होठों पे मुस्कान ले आती थीं।
वन्दना की मम्मी रेणुका को गोद में उठाये हुए मैं धीरे-धीरे बिस्तर की तरफ बढ़ा और हौले से उसे बिस्तर पर लिटा दिया... उनकी चिकनी जांघों को चूमते चाटते जैसे ही चूत पर जीभ लगी…
अचानक से रेणुका ने बिजली की फुर्ती से अपना गाउन लगभग खींचते हुए निकाल फेंका और शेरनी की तरह कूद कर मेरे ऊपर झपट पड़ी... अब इस बार कुचले जाने की बारी मेरी थी।
मैं पढ़ाई के लिए कमारा लेकर रहता था, खाना खाने भी मकान मालकिन के पास जाता था. उनके चूतड़ घूरता था मैं... उन्हें भी पता था.. कहानी में पढ़ें कि वो कैसे चुदी !
मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी नयना की है, उनका फिगर बड़ा मस्त है। हम दोनों की अच्छी जमती थी और हम दोनों ही एक-दूसरे से बात करने का बहाना ढूंढते रहते थे।