पड़ोसन भाभी की जवानी की चुदास
मेरी एक पड़ोसन भाभी शायद मेरी जवानी देख मचल गई, मैं भी सेक्स की चाहत के कारण उसके जाल में आ गया। एक दिन वो मुझे किस करके बोली- देवर जी.. बुरा तो नहीं लगा?
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी एक पड़ोसन भाभी शायद मेरी जवानी देख मचल गई, मैं भी सेक्स की चाहत के कारण उसके जाल में आ गया। एक दिन वो मुझे किस करके बोली- देवर जी.. बुरा तो नहीं लगा?
मुझे लड़कियों, महिलाओं के सामने नंगा होने में और उन्हें अपना नंगा बदन दिखाने में बड़ा मज़ा आता है. इस बार मैंने अपनी नई पड़ोसन को बालकनी में नंगा होकर दिखाया
पड़ोस की एक आंटी के बेटे को पढ़ाने के दौरान वो मुझसे खुल गई और हम सेक्स की बातें करने लगे. मैं उनके बदन को छू लेता था. एक बार वो मेरे घर आई तो उन्हें पकड़ लिया
मेरे मकान मालिक के छोटे भाई की बीवी काफी जवान दिखती थी, वो साथ वाले घर में थी. मैंने किसी ना किसी बहाने उसके घर जाना शुरू कर दिया, हमारी अच्छी बनने लगी।
पड़ोसन ने मुझसे बात की तो मैंने उसे कहा कि मैं उसके सामने मुठ मारना चाहता हूँ। वो रुक गई और मेरे मुठ मारते वक्त इसने अपने शर्ट की जिप खोल कर मुझे अपनी ब्रा दिखाई।
मकान मालिक की शादीशुदा बेटी आई हुई थी, अचानक उसे मैंने नंगी मूतते देख लिया टॉयलेट में… वो घबरा गई तो मैंने उसे सम्भाला और अपना लण्ड भी दिखाया मूतने के बहाने…
पड़ोस की सुन्दर भाभी पर मेरा दिल आ गया था, उसका पति शराबी था, उनके सारे काम मैं किया करता था. एक बार उसका पति 5 दिन के लिए बाहर गया तो मुझे उसके घर सोना था. रात को मैंने भाभी को चूत में उंगली करते देखा...
पड़ोस की भाभी मेरी बीवी के पास बदन दर्द का रोना रोती थी. मैंने उसे मालिश कराने के लिए कहा तो बोली- मालिश वाली नहीं मिलती. एक दिन मैंने मालिश करने के लिए कह दिया.
मैंने रेखा गर्म करना शुरू किया, अपनी बाँहों में भरकर चूमा और एक हाथ से चूत सहलाने लगा। जब वो गर्म हो गई.. तो मेरा साथ देने लगी, उंगली चूत के अन्दर डाली..
एक पड़ोसन भाभी मेरे सुडौल बदन को घूरा करती थी. एक दिन मैंने पूछ ही लिया कि क्यों घूरती हो. उसने कहा अगर अच्छा नहीं लगता तो नहीं घूरुंगी. मैंने उसे फोन नम्बर दिया और एक दिन उसका फोन आ गया.
गर्मियों के एक दिन मैं अकेला था कि नौकरानी आई। मैंने कुछ देर बाद देखा कि वो अपना बलाउज खोल कर चूचियों को हवा लगा रही है। उसके बाद वो कैसे चुदी और पड़ोसन भाभी ने हमें देखा… इस कहानी में…
हम मियां बीवी की प्रेम लीला खूब खुल के चलती थी, जब भी मौका मिलता, हम दोनों मियां बीवी आपस में भिड़ जाते। मैंने अपनी बीवी को मना कर रखा था कि वो साड़ी के नीचे पेंटी नहीं पहनेगी ताकि जब भी मौका मिले, मैं उसकी साड़ी ऊपर उठाऊँ और ठोक दूँ।
दोपहर को मैंने देखा, वो छत पे खड़ी थी, मैं तभी उठ कर बाहर आया, उसने इशारे से मुझे बुलाया। मैं तो हवा में उड़ता हुआ उसके पीछे गया, पता भी नहीं चला कि मैं कब दीवार फांद कर उसके कमरे में पहुँच गया।
उसने आज स्लीवलैस टॉप पहन रखा था और उसका गला थोड़ा ज्यादा ही गहरा खुला हुआ था इसलिए मैं उसका क्लीवेज थोड़ा अधिक ढंग से देख पा रहा था, उसने शायद ब्रा नहीं पहनी हुई थी।
मेरे पड़ोस में एक परिवार आया, मेरा मन भाभी को चोदने का था पर उससे पहले उसकी कुंवारी ननद ने मुझे पटा लिया और अपनी सील तुड़वा ली, उसक बाद भाभी मुझसे चुदी.