मेरी प्यारी दीदी मुझसे चुद गई
मेरे चाचा की लड़की सुंदर माल है. उसकी गांड अब ज्यादा बाहर निकल गई है. मुझे वो बहुत सेक्सी लगती थी लेकिन मेरी बहन थी तो मुझे उसके साथ कुछ करने की नहीं सोची. फिर मैंने दीदी को कैसे चोदा?
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरे चाचा की लड़की सुंदर माल है. उसकी गांड अब ज्यादा बाहर निकल गई है. मुझे वो बहुत सेक्सी लगती थी लेकिन मेरी बहन थी तो मुझे उसके साथ कुछ करने की नहीं सोची. फिर मैंने दीदी को कैसे चोदा?
मेरी कहानी माँ बेटा सेक्स की है, मैं 37 साल की विधवा हूँ. कामुकता वश मैं अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ती थी, पोर्न वीडियो देखती थी और उंगली से ही चुत की आग मिटाती थी. फिर एक दिन ...
दीदी के इतने आकर्षक भरे हुए शरीर को देखकर समझ नहीं आ रहा था कि मैं उनके स्तनों का मजा लूं या उनकी मोटी गांड का। उनकी गोरी जांघ पर अपनी जीभ फिर आऊं उनके प्यारे चेहरे पर चुंबनों की बरसात कर दूं।
मुझ विधवा की प्यासी जवानी की जलती आग को मेरे बेटे ने शांत किया. उस रात के बाद अब हम दोनों माँ बेटे खुल चुके थे पूरी तरह से! मेरी बेटी भी सब कुछ देखती थी. फिर क्या हुआ?
बहू के मायके में मैं अपनी बहू को बंजारन के लिबास में देख कर उसकी चुदाई के लिए बेचैन हो रहा था, बहू भी मेरी लालसा को जानती थी और वो भी यही चाहती थी. हमारी प्यास कैसे बुझी?
मेरे मामा मेरे घर आये हुए थे जब मुझे अपनी माँ की चरित्रहीनता के बारे में पता चला. मेरी मम्मी बहुत सेक्सी है. इतनी कि मैं भी उसे चोदना चाहता हूँ. तो पढ़ें कि मैंने कैसे अपनी मम्मी को चुदती देखा.
मेरी गे सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मुझे सिर्फ मर्द की चाह थी .मैं इंटरनेट पे गे वीडियो, गे स्टोरीज देखता पढ़ता था. मेरा दिल करता कि कोई मर्द मुझे लंड चूसने दे और मेरी गांड की खुजली मिटाए.
मैं अपनी मामी की चूत को चोद चुका था. वो मुझे अपना चोदू पति मानती थी. मामी के चूतड़ बड़े शानदार थे, मैंने मामी की गांड कैसे मारी, ये इस कहानी में पढ़िए.
गर्म सेक्स कहानी के इस भाग में पढ़ें कि एक दोस्त की बीवी गर्भवती हुई तो दूसरे दोस्त और उसकी बीवी ने कैसे उसके सेक्स जीवन में कोई कमी नहीं आने दी, दोस्त ने अपनी बीवी उसके हवाले कर दी.
माँ अपने बेटे का लंड चूसे और उसमें से प्यार का फ़व्वारा ना छूटे, ऐसा कैसे हो सकता था। जल्दी ही मोहन ने अपनी माँ का मुँह मलाई से भर दिया और माँ भी उसे बिना रुके गटक गई।
मेरे पति ने घर में एक जवान लड़का किरायेदार रखा लिया क्योंकि वो अक्सर घर नहीं रहते थे. उस लड़के के रंग ढंग ठीक नहीं थे. एक दिन मैंने देखा कि वो किसी लड़की को कमरे में लाकर चोद रहा है.
मैंने खीरा कमरे में ले जाना था और कहाँ फंस गयी, मुझे डर था कि कहीं खीरा मेरी चुत से फिसल न जाये, पैंटी उतारी न होती तो उसे खीरे पर लेकर उसको फिसलने से रोक सकती थी।
अपने भाई घोड़े जैसे लण्ड के तीन धक्कों से रूपा ने अपना कुँवारापन हमेशा के लिए खो दिया। लेकिन कुँवारेपन के बोझ तले अपनी जवानी को सड़ाना चाहता भी कौन है।
उन्होंने अपने लंड को मेरी चुत के मुँह पर रखा और मेरी तरफ देखा, वह पल आ गया था कि मैं अपने पचास साल के मौसा जी पर अपनी अठारह साल की कमसिन जवानी लुटाने जा रही थी।
मेरी सास मेरे घर आई हुई थी. एक दिन मैंने अपनी सास को नंगी देख लिया. वो नहाने के बाद कपड़े पहन रही थी. मेरा मन उनके रस भरे यौवन को चखने के लिए व्याकुल था, वहीं रिश्तों की मर्यादा भी थी.