योनि का दीपक- भाग 4
"किक मी हार्ड बास्टर्ड...!" मैं कलाकार पर चिल्लाई। उसकी इतनी शराफत असह्य थी, मैं कठोर व्यवहार चाहती थी, मैं अपने प्रति गुस्से से भरी थी। कलाकार ने जोर से धक्का दिया और मेरे कौमार्य पटल को फाड़ता जड़ तक घुस गया।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
"किक मी हार्ड बास्टर्ड...!" मैं कलाकार पर चिल्लाई। उसकी इतनी शराफत असह्य थी, मैं कठोर व्यवहार चाहती थी, मैं अपने प्रति गुस्से से भरी थी। कलाकार ने जोर से धक्का दिया और मेरे कौमार्य पटल को फाड़ता जड़ तक घुस गया।
पत्नी की मृत्यु के बाद घर संभालने के लिए मैंने अपने बेटे की शादी की और बेटी जैसी बहू को घर ले आया. लेकिन एक दिन जब मैं दफ्तर से जल्दी लौट आया तो मैंने घर में क्या देखा?
सब लड़कियों की तरह रेखा रानी को भी चुदाई का कण्ट्रोल अपने हाथ में लेकर बड़ा मज़ा आ रहा था. उसने अपना निचला होंठ दांतों में दबा रखा था और हचक हचक कर मुझे चोद रही थी.
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
मेरे नौकर का बेटा हमारे घर भी आ जाता था. एक दिन मैंने देखा कि वो मुझे घूरता रहता है, मेरे छोटे कपड़ों में से दिख रहे मेरे नंगे बदन को ताड़ता रहता है. मुझे भी मजा लेने की सूझी और मैंने अपना खेल शुरू कर दिया.
मेरी रानी बेटी, मैं तो बस चुदवाने के लिए तरसती रहती हूँ. हकीकत में भले तू मेरी बेटी है लेकिन समाज के सामने मेरी बहन है अब तो मेरे पति की साली भी है सब रिश्ते नाते की माँ चोद दे बेटी!
मेरे दोस्त की बीवी मुझे अपने सेक्स जीवन के बारे में बता रही थी. एक बारिश वाली रात में उसने अपनी बहन और भाई को एक अकेले कमरे में नंगे देखा, भाई नंगी बहन के ऊपर लेटा हुआ था और उसके चूतड़ ऊपर नीचे हो रहे थे.
मैं अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदवाने ऋषिकेश ले गया था. वहां पर मैंने उन दोनों को मौक़ा दिया. आखिर मैंने अपनी बीवी को अपनी आँखों के सामने चुदते देखा या नहीं? पढ़ें मेरी बीवी की चुदाई की कहानी में!
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
मेरी माँ एकदम जवान और बहन अभी अभी जवान हुई थी, दोनों माँ-बेटी का शरीर एकदम कैसा हुआ है। एक दिन हम भाई बहन ने अपनी मम्मी को किसी गैर मर्द से चुदाई करवाते देखा तो हमारी कामुकता जाग गयी.
मैं रेलगाड़ी से अपने पति के पास असम जा रही थी, मेरे केबिन में एक सेक्सी लेडी आई. उससे मेरी दोस्ती हो गयी जो जल्दी ही काफी गहरी हो गयी जब हमने सेक्स की बातें शुरू की. आगे क्या हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
आप मेरे गांडू जीवन की गाथा का एक भाग पढ़ रहे हैं जब मैं एक छोटे कसबे में पोस्टिंग पर गया था. वहां मेरी बहुत इज्जत थी और मुझे वो इज्जत बना कर रखनी थी. साथ ही गांड की प्यास भी बुझानी थी.
मैं जूही के बेडरूम में पंहुचा, देखा कि वहां पूजा बिस्तर पर लेटी हुई थी उसे देख मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी, उसने अपने शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं पहना था।
साली, तेरी गांड बहुत बहुत हॉट है.. भैन की लौड़ी क्या उठान है तेरे चूतड़ों के.. काश और पहले तुम मुझसे खुल जातीं तो हम आज तक में हम दोनों कितनी बार मस्त चुदाई कर चुके होते!
मेरे हाथ मेरे बेटे की डायरी लगी, उसे पढ़ा तो उसने उसमें अपने सेक्स के किस्से लिखे हुए थे। सबसे ज्यादा हैरानी तो मुझे तब हुई जब उसने एक पेज पे मेरे बारे में लिखा हुआ था। मुझे बहुत गुस्सा आया.