मेरी गर्लफ़्रेण्ड तनीशा की जोरदार चूत चुदाई
मुझे किसी चैटरूम में एक लड़की मिली। उसने अपना नाम तनीशा बताया था और रूम में बतिया रही थी कि बड़ी दुखी हूँ और स्यूसाइड करना चाहती हूँ यह सब.. मैंने उसको प्राइवेट चैट पर बुलाया और बातें करने लगा।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मुझे किसी चैटरूम में एक लड़की मिली। उसने अपना नाम तनीशा बताया था और रूम में बतिया रही थी कि बड़ी दुखी हूँ और स्यूसाइड करना चाहती हूँ यह सब.. मैंने उसको प्राइवेट चैट पर बुलाया और बातें करने लगा।
उत्तेजना से मेरी हालत खराब हो रही थी। मैं चाह रही थी कि उनकी जीभ मेरी योनि में प्रवेश कर जाये और पहले की तरह ही वो अपनी जीभ से मेरी इस आग को शांत कर दें
चाचा अम्मी के गालों पर अपना मुंह टिका कर चूम रहे थे। चाचा बोले- भाभी, कितने दिनों से तुम्हारी चूत मारने को मन कर रहा है, एक तुम हो कि अपने देवर का जरा भी ख्याल नहीं रखती हो।
महेश जी अपनी जीभ को मेरे दाने पर और योनि द्वार के चारो तरफ़ घुमा रहे थे जिससे मेरे रोम रोम सुलग उठा और मेरी योनि से पानी रिस रिस कर बाहर आने लगा।
पिछले कुछ समय से मुझे गांड मरवाने का मन करने लगा। एक बार मैंने अपने बोटम साथी से कहा कि वो मेरी गांड मारे पर वो अन्दर नहीं घुसा सका। पर मेरा मन गांड मरवाने के लिए और भी ज्यादा मचलने लगा। पर मैं किसी भरोसे वाले आदमी से मरवाना चाहता था।
तुम जब ऑटो में बैठ रही थीं तब तुमने मुझे अपनी पैंटी और जाँघें दिखा दीं। अब जबकि तुम मेरे बगल में बैठी हो, तुम्हारे बदन से निकलने वाली खुश्बू मुझे पागल कर रही है।
सोनिया बोली- तुम तो मेरी सहेली तनीषा को जानते ही हो, उसने अपने घर पर कल रात हुए एक बहुत ही उत्तेजक घटना के बारे में मुझे बताया, जिसके कारण मैं बहुत गर्म हो गई हूँ। नीचे से पूरी तरह से गीली हो गई हूँ और मेरी पेंटी मेरी चूत के पानी से भीग गई […]
हम दोनों के बदन में आग लगी हुई थी और हम बेचैन थे, कब हम एक-दूसरे की बाँहो में खो जाएँ। इसलिए हमने दरवाजे को धक्का दे कर खोला और अपने बैग और किताबों को एक तरफ फेंक कर, जूतों को खोल कर सीधा एक-दूसरे की बाँहों में समा गए। दरवाज़ा हालाँकि हमने बंद कर […]
कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। उसकी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।
मैं कमर के नीचे पूरी तरह नंगा था। मेरा लंड अब पानी छोड़ कर लटक गया था। मेरी बहन तेज़ी के साथ बिस्तर पर से उतर गई और अपनी स्कर्ट को उसने चूतड़ों पर चढ़ा लिया।
मैंने एक या दो कदम ही आगे बढ़ पाया था की मम्मी की फुसफुसाहट भरी आवाज़ सुनाई दी ‘कहाँ जा रहे हो तुम’?? ‘ओह मम्मी तुम जाग रही हो… मैं टायलेट जा रहा हूँ।’ ‘ठीक है, ज़रा इंतज़ार करो, मुझे भी वहीं जाना है।’ कहते हुए वो बेड से नीचे उतर गईं। जब वो खड़ी […]
मम्मी मुझे से लगातार पूछ रही थीं, “बताओ मुझे ! क्या तुम्हें ज़रा भी शर्म नहीं महसूस नहीं हुई या पाप का अहसास नहीं हुआ? अपनी बहन को चोदते हुए?” मैंने अपना सिर नीचे झुका लिया और कोई जवाब नहीं दिया। तब उनने मुझे अपने पास खींच लिया और मेरे चेहरे को कोमलता से अपने […]
‘नहीं मुझे सारी कहानी विस्तार से बताओ और पूरी तरह से खुल कर बताओ कि कैसे तुमने अपनी बहन के साथ इतना बड़ा पाप किया। तुम्हें जब ऐसा करने में कोई शर्म नहीं आई तो फिर मुझे उस पाप की कहानी बताने में क्यों शर्म आ रही है?’ मेरे पास अब कोई रास्ता नहीं था। […]
रात भी बहुत हो चुकी थी और इतनी जबरदस्त चुदाई के बाद हम दोनों में से किसी को होश नहीं था। मैं मम्मी के ऊपर से लुढ़क कर उनके बगल में लेट गया।
मेरे लौड़े को अब सेक्स ने इतना घेर लिया था कि धकाधक उसकी चूत को रगड़ने में जुट गया। करीब बीस मिनट उसको जबरदस्त तरीके से रगड़ कर जैसे ही झड़ने की हुआ, तभी सुमीना बोली- अबे… अंदर मत झड़ना अभी जरा रुक, मैं तुझको बताती हूँ कि क्या करना है?’ और इतना कह कर […]