मेरी चालू बीवी-53
अब अंकल ने ब्लाउज को अपने कंधे पर डाला और बड़े अंदाज़ से सलोनी के टॉप के बाकी बचे बटन खोलने लगे… और सलोनी ने भी बिना किसी विरोध के अपना टॉप उतरवा लिया।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
अब अंकल ने ब्लाउज को अपने कंधे पर डाला और बड़े अंदाज़ से सलोनी के टॉप के बाकी बचे बटन खोलने लगे… और सलोनी ने भी बिना किसी विरोध के अपना टॉप उतरवा लिया।
ब्लाउज इतना पतला, झीना था कि उसकी ब्रा की एक एक पट्टी और आकार साफ़ नजर आ रहा था, साड़ी उन्होंने नाभि से काफी नीचे बांधी थी इसीलिए उसकी लुभावनी नाभि, सुतवाँ पेट और कमर की गोलाई तो दिल पर छुरियाँ चला रहा थी।
सलोनी बिस्तर के किनारे पीछे को लेटी थी... उसके दोनों पैर मुड़े हुए किनारे पर रखे थे और पूरे चौड़ाई में खुले थे.. एक नजर में मुझे केवल सलोनी की नंगी टाँगें और हल्की सी चूत की भी झलक मिल गई थी..
एक पैर सीट के ऊपर रख जब उसने जीन्स चूतड़ों से उतार दी और उसको पैरों से निकालने लगी, तभी मेरी नजर उसके नंगे साफ़ सफ्फाक चूतड़ों पर पड़ी... ओह यह क्या...?? उसने अभी भी कच्छी नहीं पहनी थी...
सभी दोस्तों का साजन शर्मा का नमस्कार। दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक नहीं, तीन तीन घटनाएँ ऐसी लाया हूँ जो अभी हाल ही में मेरे साथ घटित हुई हैं। ये घटनायें तीन लड़कियों पर आधारित हैं, मुझे सब कुछ मिलने के बाद भी कुछ नहीं मिला। आशा करता हूँ आपको मेरी यह सच्ची कहानी […]
सलोनी खूब मस्ती से मेरे साथ बैठी थी... वो शायद भूल गई थी कि उसकी स्कर्ट बहुत छोटी है और उसने कच्छी तक नहीं पहनी है, जरा भी हिलने डुलने से बाकी लोगों को बहुत कुछ दिख जाने वाला था।
अरे वो गोरी सी छमिया... जो स्कर्ट के नीचे नंगी थी... अरे बहुत कसा हुआ माल है यार... उसको तो वो साला श्याम बराबर वाले कमरे में ले गया है... चोद रहा होगा साला... क्या चिकनी और कसी हुई चूत थी उसकी यार... उंगली तक अंदर नहीं जा रही थी...
सलोनी अभी भी बिस्तर पर लेटी थी, उसकी नंगी चूचियाँ अपने साथ हुए हर जुल्म की दास्ताँ सुना रही थी... उसकी चूत पूरी तरह से खुली पड़ी थी... उसकी स्कर्ट जो वैसे ही बहुत छोटी थी और इस समय उसकी कमर के नीचे दबी थी...
उसने मेरे सामने ही सलोनी की चूत को अपने दोनों अंगूठों से खोलते हुए कहा- देखा साहब कितनी टाइट और पूरी लाल चूत है... और खुशबू भी ऐसी जैसी कुंवारी लड़की की चूत से आती है...
जरा सी मस्ती करने में चूत या लण्ड घिस नहीं जाते… अच्छा तुम बताओ, अभी जब वो लड़की मेरी गोद में बैठी तो मेरा लण्ड उसकी गांड के स्पर्श से खड़ा हो गया... इसका मतलब मैं गलत हूँ या मेरे लण्ड या उसकी चूत का कुछ घिस गया...
मैंने अब सलोनी की ओर ध्यान दिया... ओह ! वो भी अब उस लड़के की बाहों में थी... वो लड़का भी सलोनी की स्कर्ट में अपना हाथ घुसाये था... उसने सलोनी के चूतड़ों के बीच अपनी उँगलियाँ डाली हुई थी...
मैं अपना एक हाथ उसके चूतड़ों से हटा उस लेडी के आगे लाया और सीधा उसकी टांगों के बीच चूत पर रख दिया.. उसकी स्लैक्स कच्छी के साथ ही उतर गई थी इसलिए चूत पूरी तरह नंगी थी...
ऋज़ू- अरे वो नंगी रण्डी.. जिसने कच्छी नहीं पहनी थी, तेरे साथ थी? ..उसी के साथ तो था वो कमीना... चल छोड़ उसको, उसकी चूत से कहीं मजेदार है मेरी चूत.. चल आज मुझे अपना मूत पिला... उसको चुदने दे किसी और से...
मैं जल्दी से उधर लपका और बाथरूम का दरवाजा खोल दिया और मुझे सलोनी मिल गई वो सामने कमोड पर बैठी थी... पूरी नंगी... उसने एकदम से मुझे देखा.. हम दोनों की नजरें आपस में मिली...
वो खुद झुक गई, उसको चुदाई का अच्छा अनुभव था, ऋज़ू ने झुककर अपनी गांड को ऊपर को उठाकर अपने दोनों छेद खोल दिए कि चाहे किसी में भी डाल दो...