धोबी घाट पर माँ और मैं -17
'साले माँ की चूत चोदेगा जरूर, मगर उसके साथ इसकी बात नहीं करेगा, चुदाई के काम के वक्त चुदाई की बातें करने में क्या बुराई है बे चूतिये?'
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
'साले माँ की चूत चोदेगा जरूर, मगर उसके साथ इसकी बात नहीं करेगा, चुदाई के काम के वक्त चुदाई की बातें करने में क्या बुराई है बे चूतिये?'
उस रात माँ अपनी चूत चटवा कर सो गई और अगली सुबह जब मां मेरे सामने बैठ कर मूतने लगी तो मेरा सब्र जवाब दे गया, मेरा खड़ लण्ड देख कर माँ हंसने लगी और उसके बाद…
मैं बहुत गहरी नींद में सो रहा था.. तभी मुझे लगा कि कोई मेरे होंठों में अपने होंठ रखकर मेरे सीने से अपने सीने को रगड़ते हुए चूसने लगा। मैंने सोचा माया होगी…
मेरी माँ टीचर है.. उसकी उम्र 37-38 की होगी.. मगर देखने में किसी भी हालत में 31-32 से ज्यादा की नहीं लगती थी, माँ और दीदी एकदम गोरी हैं, माँ मोटी तो नहीं.. लेकिन भरे हुए शरीर वाली थीं और उनके चूतड़ चलने पर हिलते थे। मेरी दीदी की उम्र 22 साल की थी..
जब तक मैं धीरे से अपना लंड माँ की बुर से निकालता.. तब तक मेरे लंड का पानी माँ की बुर में पूरा खाली हो चुका था और लंड निकालते वक़्त वीर्य की गाढ़ी धार माँ के गाण्ड के छेद पर बहने लगी।
मैंने उनकी साड़ी को कमर तक उठाया और अपना लंड डालने लगा लेकिन कई बार कोशिश करने के बाद भी नहीं गया तो मामी ने पूछा- पहली बार है क्या? रुको, मैं सिखाती हूँ।
मैं रोशनी के घर पढ़ने के लिए जाने लगा, वो बड़ी कमाल की माल दिखती थी, उसका शरीर किसी भी कुंवारी लड़की को हरा दे.. ऐसा था। पहले ही दिन मैं वो मुझे भा गई और मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा जागृत होने लगी।
मेरी मौसी मुझे और ही निगाह से देखती थी, वो बड़े आराम से मेरे सामने ही कपड़े बदल लेती थी। मैंने उसे अक्सर पूरी नंगी देखा था। थोड़े दिन बाद मौसी शुरू हो गई- मेरी छातियों को घूर मत, दबा के देख!
मेरी बहन और मेरे बीच में सेक्स को लेकर सब कुछ ओपन था.. सिवाए शारीरिक संबंधों के.. और आज उसके साथ वो भी हो गया, उसने खुद अपनी चूत चुदवाई और मम्मी की भी...
पड़ोस की करियाने की दूकान एक माँ बेटी संभालती थी, मेरी और मेरे दोस्त की नजर बेटी पर थी, उसे कई बार इशारा भी कर चुके थे. पर वो ना मानी. एक दिन मेरे दोस्त ने उसकी माँ को चोद दिया.
मुझे अपनी ट्यूशन वाली मैडम सेक्सी लगती थी, मैं उन्हें चोदने की तमन्ना रखता था। इस कहानी में पढ़िये कि अपनी मैडम को चोदने के लिये लिये मैंने क्या तिकड़म लड़ाई।
दूर के रिश्ते में ताऊ का बेटा हमारे घर रहने आया. एक रात मेरी नींद खुली तो देखा कि वो मेरी माँ की चारपाई पर है, मेरी माँ अधनंगी लेटी है और वो माँ के बदन से खेल रहा है.
वह मेरे सामने अपनी दोनों टाँगें चौड़ी कर अपनी चूत को ऊपर उठाकर मुझे निमंत्रित कर रही थी कि आओ राजा डालो अपना लंड मेरी सेक्सी गुलाबी चूत में..
मेरी बॉस कमाल की थी जवान सेक्सी… देखते ही मेरा खड़ा हो जाता था। मेरे अन्दर तो आग थी ही उसे चोदने की.. लेकिन मुझे ये नहीं मालूम था कि वो भी मुझसे चुदना चाहती है।
मैं माँ के साथ ही खेतों में हगने के लिए जाता था। वहीं सभी गाँव की औरतें भी हगने जाती थीं। हगने के लिए माँ मुझे अपने पास ही बिठाती थीं, हमेशा अपनी माँ की चूत गाण्ड रोज देखता था।