खामोशी: द साईलेन्ट लव-5
मेरी पड़ोसन की लड़की के ससुराल जाने का मौक़ा मिला तो मैं तुरंत राजी हो गया. मैं उसको चोदने की मंशा से ही गया था. रात हुई तो मैंने वही खेल शुरू कर दिया. फिर ...
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी पड़ोसन की लड़की के ससुराल जाने का मौक़ा मिला तो मैं तुरंत राजी हो गया. मैं उसको चोदने की मंशा से ही गया था. रात हुई तो मैंने वही खेल शुरू कर दिया. फिर ...
रात को उसकी चुदाई मैंने कॉन्डोम लगाकर कर दी. जब सुबह उठा तो लगा कि वो अपनी खामोशी को तोड़कर कुछ कहेगी मगर उसने कुछ भी नहीं कहा. फिर जब अगली रात आई तो ...
पिछली रात तक वो मेरे कॉन्डोम लगे लंड को लेने में भी संकोच कर रही थी. पर दूसरी रात वो खुद मेरे पास आकर बिस्तर पर लेट गयी और उसने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मैं हैरान रह गया.
उस रात जब उसने मुझे कॉन्डोम पहनने से मना किया तो मैं हैरान ही रह गया था. कहाँ वो मेरे लंड को अंदर लिये बिना ही गर्भ निरोधक गोली खा रही थी और कहाँ आज वो ...
मेरी बहन की सहेली कई दिन हमारे घर नहीं आई तो मैं बचैन रहने लगा. जब वो दोबारा आई तो मुझे उसके करीब जाने का मौका मिला. क्या मैं अपने मकसद में कामयाब हो सका?
कम्पनी की कैब में मैंने एक लड़की को देखा और दिल दे बैठा. लेकिन बात करने की हिम्मत नहीं थी तो दिल के अरमान दिल में ही रह गए. तो बात आगे कैसे बढ़ी?
इस इरोटिक लव मेकिंग स्टोरी में मैंने बताया है कि मैंने अपनी देसी कामवाली को साड़ी पहनाने के चक्कर में नंगी किया फिर उसके बदन को छू छू कर मजा लिया.
इस हिंदी सेक्सी लव स्टोरी में पढ़ें कि मेरी साली फ्रंट ओपन नाइटी में बिस्तर पर लेटी थी. उसकी नंगी जांघें मुझे उत्तेजित कर रही थी. मैंने कैसे अपनी साली को प्यार से चोदा?
जिस चम्मच को शायरा के होंठों और जीभ ने छुआ था, उसको मुँह में लेने से एक बार तो ऐसा लगा जैसे मेरे होंठों ने शायरा के नर्म होंठों और उसकी जीभ को ही छूआ हो.
शायरा तो उसकी धक्का लगवाने की बात से शर्म पानी पानी ही हो गयी थी ... मगर इन सब बातों में मैं पक्का बेशर्म हूँ इसलिए मैं मजा लेता रहा.
मैंने पहले अपनी जीभ निकाल कर उसके रसीले होंठों को चाटकर देखा, फिर धीरे से उसके नीचे के एक होंठ को अपने मुँह में भर कर हल्का हल्का चूसना शुरू कर दिया.
शायरा ने भी अब मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया था, जिससे हम दोनों ही इस दुनिया को पीछे छोड़ कर अब अपनी एक नयी ही दुनिया में खो गए थे.
मैं सच बोल कर तुम्हें अपनी बांहों में रखना चाहता हूँ, बिस्तर में नहीं. बिस्तर पर तो बस हवश पूरी होती है ... मगर बांहों में रखने से प्यार बढ़ता है.
यह कोई कहानी नहीं है बल्कि मेरे जीवन का हिस्सा है. इसे मैंने बिल्कुल वैसा ही लिखा है जैसे बीता है! इसमें केवल प्रेम है, विशुद्ध प्रेम! ये मोहब्बत है ज़ारा की!
इस तरह प्यार करना शायरा के लिए नया था ... पर मेरे साथ वो खुलकर प्यार करना चाहती थी. इसलिए मेरे लंड पर बैठकर वो पूरी मस्ती करते हुए लंड पर उछलने लगी.