चचेरी बहन का कमसिन बदन, चूत और गांड
मेरी चचेरी बहन छुट्टियाँ गुजारने मेरे घर आई, वो कमसिन थी.. मैं उसके मासूम हुस्न के जलवों में खो कर ही रह गई, उस पर नया-नया शवाब आ रहा था.. उसका मासूम गुलाबी चेहरा.. उसका खूबसूरत जिस्म..
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी चचेरी बहन छुट्टियाँ गुजारने मेरे घर आई, वो कमसिन थी.. मैं उसके मासूम हुस्न के जलवों में खो कर ही रह गई, उस पर नया-नया शवाब आ रहा था.. उसका मासूम गुलाबी चेहरा.. उसका खूबसूरत जिस्म..
मुझ पर क्या नशा चढ़ गया था, मैंने भी कामिनी के होंठ चूसने शुरू कर दिए और अपनी उंगली उसकी चूत में घुमानी शुरू कर दी। वो मुझे खींचकर बिस्तर पर ले गई और अगले ही पल हम दोनों नंगी होकर एक दूसरी की चूत चूस रही थी।
भाभी की चचेरी बहन आखिर आ ही गई। कमरे में आते ही उसके कपड़े उतार दिए यह कर कि बहुत गर्मी है। उसके बाद भाभी और उनकी बहन के बीच क्या हुआ, भाभी के शब्दों में!
मेरी बहन नंगी होकर मुझसे मालिश करवाने लगी और हम लेस्बीयन सेक्स करने लगे। अब मैं उसे अपने पति के लिये पटाना चाह रही थी। कहानी पढ़ कर देखिये।
मेरी एक सहेली मेरे शहर में आई तो हमारा खूब आना जाना हो गया। सेक्स की बातें हुई और हम धीरे धीरे एक दूसरी के बदन से सेक्स का मज़ा लेने लगी। कहानी में पढ़िए!
दोहरी चुदाई के बाद सुबह बेटे को जगाने गई तो उसने मुझे पकड़ लिया लेकिन उसे समझाया कि अभी पापा घर में हैं। नहाने जाने कगी तो मेरी सहेली आ गई।
कावेरी जब से नीता के पास से आई थी, उसकी चुदास बहुत बढ़ गई थी... उसे ग्रुप सेक्स का चस्का लग चुका था, वो अपनी सहेली के सेक्स क्लब में शामिल होना चाहती थी.
मेरी सहेली के साथ यह मेरी समलिंगी, लेस्बियन सेक्स कहानी है। चूमा चाटी तो हम कॉलेज के दिनों से करती थी लेकिन पूरी नंगी होकर सेक्स और डिल्डो से चुदाई पहली बार की।
वो बिल्कुल परी सी लग रही थी, एकदम बढ़िया फिगर में थी और उसके बाल पीठ तक खुले थे। दिखने में गोरे रंग की थी। उस लड़की को देखकर मेरे बदन में कुछ कुछ हो रहा था।
मैं 26 साल की एक सेक्सी लड़की हूँ, मैंने अपने भाई के साथ सेक्स के मज़े लिए थे। उसके बाद भाई ने मुझे कहा था कि वो हमारी छोटी बहन आयेशा को चोदना चाहता है।
हम दोनों बहनें आपस में लेस्बीयन सेक्स करने लगी थी। हमने बिस्तर में, बाथरूम में एक दूसरी के नंगे बदन का मज़ा लिया। रात घूमने निकली तो आयेशा खुली सुनसान सड़क पर नंगी हो गई।
मैं ब्यूटी पार्लर में गई। वहां लड़की ने मुझे बॉडी मसाज़ के लिए कहा, मुझे नंगी होने को कहा। मुझे शर्म आ रही थी तो उस लड़की ने मेरे कपड़े उतारने शुरु किए। मैं पूरी नंगी हो गई थी।
कोई भी नारी खराब नहीं पैदा होती, हालात, पेट या पेट से नीचे की भूख (अपनी, दूसरों की या) अथवा जरूरत के मुताबिक समय का बहाव भी उससे कुछ से कुछ करवा लेते हैं।
मैं और मेरी एक सहेली बाज़ार में थी तो हमारी एक और सहेली मिल गई जो मेरे साथ लेस्बीयन सेक्स का मज़ा लेती थी। मैंने तीनों का एक साथ सेक्स का कार्यक्रम बनाया।
बचपन की सहेलियों के फेसबुक पर मिलने और उन सभी के बीच बढ़ी अंतरंगता से रंगी कहानी है यह! चार बचपन की सहेलियां थीं, नर्सरी से साथ पढ़ी और इन्टर तक साथ रहीं।