सास बहू की रंगरेलियाँ -1
कमरे के अन्दर का नज़ारा देख कर मैं दंग रह गई.. सासू माँ बिना कपड़ों में किसी औरत के सामने पैर फैला क़र लेटी हुई थीं और वो औरत माँ जी की चूत पर ज़ोर से चाट रही थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
कमरे के अन्दर का नज़ारा देख कर मैं दंग रह गई.. सासू माँ बिना कपड़ों में किसी औरत के सामने पैर फैला क़र लेटी हुई थीं और वो औरत माँ जी की चूत पर ज़ोर से चाट रही थी।
बेटी ये सब कैसे बताती.. तुम दोनों मियाँ-बीवी रात होते ही अन्दर चुदाई में शुरू हो जाते हो और इधर मैं तेरी सिसकारियाँ सुन-सुन कर गर्म हो जाती थी। बस बेबसी में ज़ोर से चूत पर उंगली फिराने लगती थी।
दिन में नहाने के बाद मैंने अपना छोटा नेकर और सैक्सी टॉप पहना, अंजलि मुझे देखकर हैरान थी। मैंने कहा- ललित को भी ऐसी ही लड़कियाँ चाहियें इसलिये तुझे भी ऐसे ही कपड़े पहनने होंगे।
मैं रोज रात को ब्लू फ़िल्में देख कर अपनी चूत की आग उंगली से बुझा लेती थी.. लेकिन आज मुझे एक रूममेट के साथ रात बितानी थी। रात के 11 बजे में उठकर बाथरूम में जाने लगी... क्योंकि मेरी चूत में बुरी तरह आग लगी हुई थी।
हम सब चुदास की आग में जल रहे थे और सभी जानते थे कि ये खेल कैसे खेला जाता था बस अभी तक किसी ने इस खेल को खेला नहीं था तो आज सब के मन में इसको खेल को खेलने की इच्छा थी।
बायोलोजी ट्यूशन की टीचर अकेली रहती थी, वो बहुत सेक्सी थी, सेक्सी कपड़े पहनती थी, उन्होंने मुझे कैसे लेस्बीयन सेक्स के घेरे में लिया. इस कहानी में!
घर पहुंच कर रात को सोने लगे तो मुझे 'आह… उह…' की आवाजें सुनाई दी, मैं समझ गया कि ननद भाभी में लेस्बियन सेक्स का खेल चल रहा है। मैं उठा और देखने गया।
जांघों को किस करते हुए चूत तक पहुँच गई। उसकी पैन्टी के ऊपर से ही चूत को सूंघने लगी। चूत की खुश्बू सूंघ कर मैं तो बेहोश होने लगी थी.. आह्ह.. क्या नशा था उसमें..
मैंने कमला की चूत में हाथ लगाया.. तो उसकी चूत गीली हो गई थी। कमला ने मेरी चूत में हाथ लगाया.. तो चूत से पानी निकल रहा था। मैंने कमला की चूत को मुँह लगाया.. तो उसकी चूत का स्वाद अच्छा लग रहा था।
मैं दस दिन से भूखी थी तो लीना बीस दिन से! जल्दी ही हमारे बाकी कपड़े भी उतर गये, हम 69 के अंदाज में आकर एक दूसरी की चूचियाँ चूसने लगी। थोड़ी ही देर बाद हमारे शरीर सरके और एक दूसरे की चूत हमारे मुँह के सामने थीं।
उर्वशी भाभी के पति बाहर गए तो वे मुझे रात भर के लिये अपने घर ले गई। वहाँ पर उनकी नौकरानी मुझे पसन्द आ गई और भाभी तो उससे अपनी चूत चुसाई करवाती ही थी।
सच में वो बढ़िया मालिश कर रहा था, मेरी पीठ, चूतड़, जांघों और टाँगों की उसने बहुत बढ़िया मसाज की। मुझे सीधा लेटाया और मेरे कंधों, बूब्स, पेट, कमर, जांघों की बड़े मनोयोग से मालिश की।
मेरी एक सगी बहन है और एक शादीशुदा पड़ोसन जिसे मैं बहन की तरह मानता हूँ.. मुझे सेक्सी किताबें पढ़ने का शौक है. एक बार मेरी किताबें घर से गायब हो गई...
'अच्छा नेहा एक बात बता.. जब तू यह किताब पढ़ती है तो तुझे मन नहीं करता कि कोई तेरे साथ कुछ करे और तेरी चूत को चोद-चोद कर शांत करे.. उसकी गर्मी निकाले?'
जैसे ही सोनी का मुंह मोनी की चूत में गया, वो एकदम से उछल पड़ी और अपनी कमर को उठा कर सोनी के मुंह से जोड़ दिया, दोनों हाथों को सोनी के सर पर रख दिए और पूरी ताकत से वो सर को अपनी चूत में दबाने लगी।