सोनिया की चूत के साथ गैंग-बैंग-2
सोनिया की चूत की सील तो मैंने तोड़ दी पर अब मेरा दोस्त सोनिया को चोदने की जिद करने लगा। आखिर सोनिया मेरे दोस्त से अकेली चुदने को तैयार हो गई।
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सोनिया की चूत की सील तो मैंने तोड़ दी पर अब मेरा दोस्त सोनिया को चोदने की जिद करने लगा। आखिर सोनिया मेरे दोस्त से अकेली चुदने को तैयार हो गई।
मुम्बई में भारी बारिश में स्टेशन पर फ़ंसा हुआ था कि एक पड़ोसन भाभी दिख गई । वो भी मेरी तरह परेशान थी, दोनों इकट्ठे बस ट्रक आदि से जाने की सोच कर बाहर निकल आए।
मैं प्रखर, अंतर्वासना साइट का बहुत पुराना पाठक हूँ, मुझे इस साइट का नशा सा हो गया है, आज मैं आपको मेरी जिंदगी की एक घटना बताने जा रहा हूँ उम्मीद है आप को पसंद आएगी।
स्कूल में तो लड़के सेक्स के बारे में हमेशा बातें करते रहते थे और मुझे भी उनकी बातों में बड़ा मजा आता था। मुझे एक बात थोड़ा अजीब लगती थी कि मैं लड़कियों के मुकाबले लड़कों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहा हूँ।
एक शादी में पड़ोस की एक लड़की मुझे अच्छी लगी और उससे नैन मटक्का भी चलने लगा. मैं कुछ सामान लेने उसके घर गया तो उसकी मम्मी मिली. शायद मैं उन्हें भा गया.
मैंने उसका लण्ड चूसना बंद कर दिया। उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाला ही था कि उसका लण्ड ज़मीन पर पिचकारियाँ मारने लगा। अब मेरी बारी थी उसकी गाण्ड मारने की!
सोनिया बोली- वीडियो देख कर तो अब मेरा दिल भी कर रहा है कि गाण्ड मरवा कर देखूँ एक बार.. पर अगर ज्यादा दर्द होगा.. तो मेरी गाण्ड प्लीज़ मत चोदना।
अपनी क्लासमेट दोस्त के जरिये मैंने अपने ही कॉलेज की एक बहुत खूबसूरत माल लड़की से दोस्ती की और कुछ ही दिनों में सेक्स की बातें होने लगी.
चाची के साथ कार में बैठा तो सामिप्य पाकर उनके बदन को छुआ तो शुरुआती हिचक के बाद चाची ने मेरा साथ दिया। अगले ही दिन चाची ने मुझे अपने घर बुला लिया और…
साथियो, मैं आपको अपने जीवन की युवावस्था की आपबीती सुना रहा था जिसमें मैं अपने एक मित्र आमिर के साथ एक रात में अकेला था और हम दोनों के बीच जिस्मानी छेड़छाड़ चल रही थी अब अपनी उसी आपबीती को आगे लिख रहा हूँ आनन्द लीजिए। फिर आमिर मेरे मम्मे चूसने लगा.. एक चूसता तो […]
मैं तीन दिन के लिये अपने चचेरे भाई के घर रहने गया क्योंकि भाई को बाहर जाना था, भाभी अकेली रह जाती। उन तीन दिनों में क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िये।
अब मैं अपनी तीसरी उंगली भी फरहान की गाण्ड में दाखिल करना चाह रहा था। मैं जानता था कि इसकी तक़लीफ़ बहुत ज्यादा होगी। मैं डर रहा था कि कहीं वो चिल्लाना ना शुरू कर दे।
सोनिया बोली- अब तुम लोगों ने ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने की आदत डाल दी है.. तो एक और लण्ड का इंतजाम कर लो.. पर एक बार में एक अकेले से ही चुदवाऊँगी.. जैसे मैंने मदन से चुदवाई थी।
मेरी क्लास में एक लड़की दिव्या है.. हम दोनों बचपन से ही साथ साथ रहे हैं क्योंकि हमारा घर भी एक-दूसरे से सटा हुआ है इसलिए हम दोनों जब चाहें.. एक-दूसरे से मिल लेते हैं।
रिश्ते में मेरी बहन की ननद आई हुई थी, बो मेरे से खूब मजाक करती थी. उसकी शरारतों से मैंने उत्तेजित होकर उसे पकड़ लिया और चूमने लगा.