मौसी की और मेरी अन्तर्वासना
कुछ महीने मैं अपनी अविवाहित मौसी के घर में रहा था। मौसी को देख कर मेरे लंड की हरकतें बढ़ जाती थी पर मैं कुछ नहीं कर सकता था। मौसी के घर में रहने के कुछ अनुभव आपके लिए पेश हैं।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
कुछ महीने मैं अपनी अविवाहित मौसी के घर में रहा था। मौसी को देख कर मेरे लंड की हरकतें बढ़ जाती थी पर मैं कुछ नहीं कर सकता था। मौसी के घर में रहने के कुछ अनुभव आपके लिए पेश हैं।
मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। अन्तर्वासना की ये कहानियाँ इतना उत्तेजित करने वाली थीं कि मैं अपनी उत्तेजना नहीं रोक पाई। कहानी भाई-बहन की होने के नाते मेरे मुँह से ‘भैया.. भैया..’ ही निकल रहा था।
शिखा बोली- आ जा भाई, आ जा… मैंने काफी देर से तेरी आँखों में मेरे बदन के लिए हवस देखी है… तू आजा मेरे ऊपर और नोच डाल अपनी सगी बहन के बदन को!
मेरे बॉयफ़्रेन्ड ने मेरे साथ मसूरी घूमने जाने का प्रोग्राम बनाया और रास्ते में मैं पेशाब करने पहाड़ी पर चढ़ कर मूतने लगी, पीछे से उसने आकर मुझे पकड़ लिया और वहीं पर मुझे चोदने की जिद करने लगा।
मामी नहाने की तैयारी कर रही हैं। मामी ने पहले साड़ी हटाई.. फिर ब्लाउज खोला और अपने बोबों को मसल-मसल कर साफ करने लगीं। मामी ने धीरे-धीरे अपना पेटीकोट ऊंचा किया और अपनी चूत को साफ करने लगीं।
मेरे पड़ोस में एक लड़की अकेली रह कर पढ़ रही थी, उसे देख कर उसे पटा कर चोदने का ख्याल आता था. उससे दोस्ती बढ़ा कर मैंने उसे चुदाई के लिए कैसे मनाया... इस कहानी में !
टी-शर्ट पहनते समय मैंने अपनी ब्रा निकाल दी थी। मुझे पता है कि मेरी बड़ी चूचियाँ हैं.. जो टी-शर्ट में पूरी नहीं आ पा रही थीं। इसी वजह से मैं और हॉट लगने लगी।
मेरी बुआ बहुत खूबसूरत और सेक्सी हैं, उनके चूतड़ बहुत बड़े और उभरे हुए हैं। एक बार वो हमारे घर आई तो मैंने उन्हें कमरे में अपने बदन से खेलेते देखा। फ़िर उनके घर गया तो बुआ फ़ूफ़ा जी की चुदाई देखी।
मैंने घर के साथ वाले घर में एक ड्राईवर की बीवी को काम पिपासा में तड़पते देखा, वो बाथरूम में चूत में उंगली कर रही थी. मैं भी नंगी आंटी को देख गर्म हो गया.
उसने चादर अपने ऊपर ओढ़ ली। अब तो वो मुझसे और भी सटकर लेट गई.. उसने अपनी दोनों बाहें मेरी गर्दन में डाल लीं। मैंने अपना हाथ उसकी चूची पर फेरना शुरू कर दिया.. इस पर वो थोड़ा सीधी लेट गई।
मामी मेरे नीचे गिरी थीं और हम दोनों ही ऐसे गिरे कि मेरा लण्ड मामी की ठीक चूत के ऊपर ही था। मेरी और मामी की नजरें एक-दूसरे से टकराईं और हम मानो कहीं खो से गए।
पड़ोसन लतिका की चूत के बाद अब उसकी गांड मारने की बारी थी, वो भी गांड मरवाना तो चाहती थी पर गांड चुदाई के दर्द से डरती थी क्योंकि उसकी गांड अभी तक अनचुदी थी।
मैं बोली- भैया आपने अपनी सग़ी बहन को चोद दिया। मैं आगे बोली- पापा को अभी फोन करने जा रही हूँ कि भैया ने यहाँ मुझे अकेले पाकर मुझे चोद दिया।
मैंने देखा.. फूफाजी और बुआ दोनों नंगे बैठे हुए थे। बुआ फूफा जी के लंड को अपने हाथ में पकड़ कर हिलाए जा रही थीं और बुआ के दोनों दूध झूल रहे थे, फूफा जी बुआ के चूचों को मसल रहे थे।
मेरे पड़ोस में दो बहनें रहती थी। एक रात मुझे एक के साथ सोने का मौका मिला और मैंने अपनी हरकत शुरू कर दी। दीदी को गर्म कर लिया और चूत में लंड घुसाने लगा तो…