चाण्डाल चौकड़ी के कारनामे-1
चौकड़ी घर पहुँची तो वहाँ घर में लोगों की भीड़ देख उनका जोश ठण्डा पड़ गया। आए थे मस्ती करने… यहाँ तो आपस में बात करने का भी मौका नहीं… लेकिन कुछ तो होगा ही…
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
चौकड़ी घर पहुँची तो वहाँ घर में लोगों की भीड़ देख उनका जोश ठण्डा पड़ गया। आए थे मस्ती करने… यहाँ तो आपस में बात करने का भी मौका नहीं… लेकिन कुछ तो होगा ही…
जसबीर ने कमरा बंद कर लिया और मेरे को बेतहाशा लबों पर चूमने लगी और रिंकू ने मेरी पैंट के बटन खोलने की कोशिश शुरू कर दी लेकिन ऊषा और शशि ने उसके हाथ पकड़ लिए.
मैं स्कूल में मैडम की चुदाई के बारे में सोच रहा था, मैडम चुदाई का अगला पाठ पढ़ाएंगी.. शायद आज मैडम गांड मरवाएँगी, इस बारे में सोच कर मैं पागल हुआ जा रहा था।
मोहिनी के जिस्म में भी हरकत होना शुरू हो गई थी। अब वो भी अपनी गांड उठा रही थी और मेरे लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी।
बंगालन भाभियाँ होती ही सेक्सी हैं जैसे बिपाशा बसु… बिपाशा बसू जैसी ही एक भाभी अन्तर्वासना की आग में जल रही थी, उसने मुझे अपनी योनि की अग्नि पर मेरे लंड के जल का छिड़काव करने बुलाया।
जब मैं 2 साल बाद अपने गाँव गया हुआ था.. तो सुबह मैं गाँव के चौंक पर अपने फ्रेंड से मिलने गया हुआ था.. उसी वक्त गाँव के हैण्डपंप पर मुझे एक खूबसूरत सी लड़की पानी भरते नज़र आई।
मैंने उसकी शॉर्ट्स में हाथ डाला तो झट से मेरा हाथ पकड़ होंठों को दूर करती हुई बोली- आप दिल्ली वाले तो बहुत फ़ास्ट होते हो? न कोई बात न कोई चीत सीधा चुम्मा।
मैडम- अब तुम्हें चुदाई का चस्का लग गया है.. अब तुम दूसरा शिकार ढूँढ लो और आज आखिरी बार मेरी चुदाई कर लो। मेरी चुदाई करके मुझे गुरूदक्षिणा दे दो।
पानी की बूंदें दीदी, एक अनछुई नंगी लड़की, भीगी हुई वो भी जवानी के चरम पर, के चेहरे पर कन्धों पर और चूचियों पर चमक चमक कर मानो यह कह रही थी 'है कोई भाग्य शाली हमारे जैसा?'
मैं सुपर्णा के दोनों चूचों को पकड़ कर चोद रहा था, कभी उसके निप्पल को चूसता.. तो कभी उसके रसीले होंठों को, नीचे तो उसके चूत की चटनी तो बना ही रहा था।
हमारे घर में किरायेदार भाभी को चोदने का मेरा मन था, वो अक्सर मेरे को देख कर मुस्कुराती थीं तो मैं अक्सर उसके पास बतियाने चला जाता था. उसे कैसे पटाया और चोदा?
कॉलेज की एक मैम के साथ मेरे दोस्ताना सम्बन्ध बन गये थे। एक बार वो मुझे बीमार सी दिखी तो मैं उन्हें छोड़ने उनके घर गया बाइक पर… घर में क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िए !
नेहा की चूत चाटने के बाद मैंने अपनी बीवी को फ़ोन करके छत पर बुलाया लेकिन आई मेरी बुआ की बेटी शिखा… वो तो मुझसे चुदवाने को आतुर हो रही थी। काफ़ी मुश्किल से उसे समझाया।
मैं गाँव में नदी पर नहाने गया तो चाची मेरे सामने नंगी हो गई. साथ में एक पड़ोसन लड़की भी थी. घर आकर मुझे मुठ मारनी पड़ी, चाची ने देख लिया तो बोली कि तेरे लिए कुछ इंतजाम करती हूँ.
मुझे लड़कों में ज्यादा रुचि है. रोहतक में आरक्षण के दंगों के कारण मुझे अपने दोस्त के कमरे में रुकना पड़ा. वहाँ उसके रूममेट को देख कर देखता ही रह गया.