मेरा गुप्त जीवन- 148
उर्वशी भाभी के पति बाहर गए तो वे मुझे रात भर के लिये अपने घर ले गई। वहाँ पर उनकी नौकरानी मुझे पसन्द आ गई और भाभी तो उससे अपनी चूत चुसाई करवाती ही थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
उर्वशी भाभी के पति बाहर गए तो वे मुझे रात भर के लिये अपने घर ले गई। वहाँ पर उनकी नौकरानी मुझे पसन्द आ गई और भाभी तो उससे अपनी चूत चुसाई करवाती ही थी।
हम तीनों लय में चुद रहे थे कि मैंने अचानक बिना कोई इशारा किए.. गीत की गाण्ड से लंड निकाला और सीधा सिमरन की चूत में डाल दिया.. जो हमारे बिल्कुल पास ही नंगी मेरे लौड़े के सामने बैठी थी।
ओनलाइन बनी एक गर्लफ़्रेन्ड से मुझे प्यार हो गया, वो भी मुझे दिल से चाहने लगी थी लेकिन हम चार साल तक नहीं मिल पाए। और जब मिलने का मौका आया तो… कहानी में पढ़िए...
मेरे बड़े भाई की शादी में आई हुई दीदी की चुदाई कर दी मैंने जब सर्दी में हम दोनों रजाई लेकर लेट गए थे. दीदी मेरे मामा की बेटी हैं. सेक्सी कहानी का मजा लें!
लड़का शहर से शाम के 7-8 बजे अपने गाँव आ रहा था, रास्ता एक नहर का रास्ता था। रास्ते में उसे पेशाब लगी.. तो वो पेशाब करने के लिए रूका और पेशाब करने लगा। उसी समय एक साइकिल आ रही थी अचानक साइकल सवार नहर में जा गिरा।
साल में एक बार आते हैं.. तो मुझे चोदते हैं लेकिन 5 मिनट के अन्दर ही झड़ जाते हैं और मेरी चूत की प्यास नहीं बुझ पाती है तो देख कर मैं अपनी उंगली से काम चला लेती हूँ।
दूर के रिश्ते में ताऊ का बेटा हमारे घर रहने आया. एक रात मेरी नींद खुली तो देखा कि वो मेरी माँ की चारपाई पर है, मेरी माँ अधनंगी लेटी है और वो माँ के बदन से खेल रहा है.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान एक सीनियर लड़की से मुलाक़ात हुई, दोस्ती हुई और एक दिन झांसी के किले में घूमने गए तो वहां एकांत जगह पर उसे चोदा. बाद में उसने अपनी सहेली को मज़ा दिलाया.
मेरी क्लास में एक लड़की पर सब क्लास मेट लाइन मारते थे.. लेकिन वो किसी को भाव नहीं देती थी। लेकिन वो मेरी पड़ोसी थी.. तो मैंने उसे पटा ही लिया.
रति कमरे का नज़ारा देख कर वो भौंचक्की रह गई वह ज़ोर से चिल्लाई- भाभी यह क्या कर रही हो? सोमू, तुम तो भाभी से ज़बरदस्ती कर रहे हो? उफ़ यह मैं क्या देख रही हूँ?
सिनेमा हाल के अन्धेरे में बीवी को लन्ड चुसवाने की मस्ती में मेरी मॉडल बीवी को एक गैर मर्द का लन्ड चूसना पड़ गया। वो तो उसे चोद भी देता लेकिन…
अब बारी मेरी थी.. उसके लंड का टेस्ट लेने का, मैंने उसके लंड पर थोड़ा का थूक निकाल कर लगाया और अपने होंठों से किस्सी करने लगी।
ट्रेन में बहुत भीड़ थी.. वो औरत मेरे पैरों के ठीक नीचे अपने चूतड़ मेरे पैरों की उंगलियों पर टिकाकर लेट गई थी। मैं कुछ नहीं बोला.. मेरी गाण्ड फटने लगी कि एक अजनबी औरत मुझसे ऐसे बर्ताव कर रही है।
दिल्ली मेट्रो की भीड़ में एक लड़की मेरे साथ चढ़ी मैं उसके पीछे था. कोशिश की तो बात बन गई और उतरने के बाद उसका नम्बर भी ले लिया. फिर उसी शाम को हम मिले!
मैं मामूजान के घर गया तो उनकी बेटी को देख उसे चोदने की चाहत हुई. रात को सोते समय डरते डरते उसके बदन को छुआ भी... अगले दिन वो खुद...