वो मुझसे बस एक बार बात कर ले
मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश है कि तुम मुझसे एक बार बात करो, मैं कौन सा तुम्हें किसी बात के लिए दबाव डाल रहा हूँ, एक बार बात कर लो, फिर जैसा तुम चाहोगी वैसा ही होगा.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश है कि तुम मुझसे एक बार बात करो, मैं कौन सा तुम्हें किसी बात के लिए दबाव डाल रहा हूँ, एक बार बात कर लो, फिर जैसा तुम चाहोगी वैसा ही होगा.
मेरे पति मेरी एक सहेली को चोदना चाहते थे, वो भी मेरे पति से चुदना चाहती थी लेकिन रुकावट मैं थी. एक दिन मैंने उन दोनों को छूट दे ही दी, मैंने सहेली को बुला लिया.
पड़ोस की एक लड़की मेरी दूकान पर फॉर्म भरवाने आई तो उसका फोन नम्बर लेकर उससे बात करने लगा. दो दिन बाद ही उसे फिल्म दिखाने ले गया और वो चूत चुदाने को तैयार हो गई.
साड़ी ऊपर करके मैंने दिखाई.. तो वो तो बस पागल ही हो गए.. जबरदस्ती मेरे साथ सेक्स किया.. वो पीछे नितम्बों के बीच में अपना वो डालने लगे.. बहुत ही दर्द हो रहा था। स्तनों में दांत से कटा.. योनि में ज़बरदस्ती उंगलियाँ डालीं.. और नितम्बों में भी..
भाभी ने खूब गालियाँ दे दे कर हम दोनों से चूत और गांड मरवाई. फिर कुछ दिन बाद भाभी ने मुझे अपने घर चुदाई के लिए बुलाया तो वहाँ उनकी एक सहेली भी आई हुई थी.
पूजा बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी, उसके मस्त बदन पर सिर्फ ब्लैक ब्रा.. जिसकी स्ट्रिप बहुत पतली थी और एक ब्लैक धागे वाली पैंटी चिपकी हुई थी और पूरा जिस्म नंगा था।
वो यही कहती है कि उसे उसके पति के साथ उतना मज़ा नहीं आता जितना मेरे साथ आता है. वो बताती है कि उसके पति में कोई कमी नहीं है, वो भी अक्सर उसे पूर्णानन्द तक ले जाता है
अब तक आपने पढ़ा.. ‘यार मुझे तो निशा ने बुलाया था उसका साथ देने के लिए.. अब मुझे क्या पता उसके दिल में क्या है..?’ ‘देख बे.. सौम्या की पहले मैं लूंगा। तू निशा पर चढ़ जा.. क्योंकि तेरे लंड से चुदने के बाद सौम्या दो दिन तक किसी दूसरे लंड को हाथ भी नहीं […]
कोई भी कामोत्तेजक दवा आदि ना इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे सेक्स तो बहुत आता है.. पर सुबह होने पर टायलेट में बहुत जलन.. एलर्जी.. और सरदर्द.. उल्टी और बदन टूटना जैसी प्रॉब्लम्स हो जाती हैं..
मैं मुंबई से इलाहाबाद के लिए ट्रेन से आ रहा था, 27-28 साल की एक विवाहिता लड़की ट्रेन के 2AC कोच में आई, उसकी आवाज़ से मेरी आँख खुली, देखा कि काफी मस्त बदन की लड़की थी वो… भरे भरे चूचे…
मैं भी उठ कर खड़ा हुआ और मैंने सिमरन की सलवार को थोड़ा ढीला करके उसके अन्दर अपना हाथ डाल दिया और एक उंगली उसकी चूत में डाल दी। सिमरन की चूत पहले ही थोड़ी गीली-गीली महसूस हो रही थी।
मैं पड़ोस की लड़की को चाहता था पर कह नहीं पाया. उसने मेरे दोस्त से दोस्ती की और उससे मुझे सन्देश भिजवाया तो हमारी दोस्ती हुई, प्यार परवान चढ़ा और फिर मैंने उसे पूरा पा लिया..
मेरी ममेरी बहन रिया मुझे बहुत अच्छी लगती थी। मैं उसे हमेशा वासना की नजर से देखता था.. उसका फिगर.. अय हय.. क्या बोलूँ.. क्या मस्त थी.. बस गदराई जवानी को याद करके अपने-अपने लौड़े पर हाथ फेर लो..
मैं रोमांचित भी बहुत थी, 7 लोग मेरे आस पास बैठे मेरे नंगी होने का तमाशा देख रहे थे, और देखने वाली बात यह कि मुझे खुद नंगी होकर उनको अपना तमाशा दिखाना था।
हम दोनों सेक्स करना चाहते थे पर दु:ख की बात यह थी कि मैं कभी भी उसे चोद नहीं पाया था.. एक दिन मैंने 10 बजे उसे मेरे घर बुला लिया। उसकी गांड कुंवारी थी..