पत्नी की सहेली बन गई चुदक्कड़ साली
मेरी पत्नी की सहेली निकिता कुछ दिनों के लिए हमारे घर पर आई। मेरी पत्नी बोली- निकिता आज पहली रात हमारे साथ हमारे रूम में सोएगी। हम तीनों ने एक बेड पर क्या गुल खिलाये!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी पत्नी की सहेली निकिता कुछ दिनों के लिए हमारे घर पर आई। मेरी पत्नी बोली- निकिता आज पहली रात हमारे साथ हमारे रूम में सोएगी। हम तीनों ने एक बेड पर क्या गुल खिलाये!
मैंने भाभी को बाथरूम में चूत में उंगली करते देखा तो मौका देख उनसे कह दिया कि वे कब तक उंगलियों से काम चलाएँगी। वो मेरी बात सुन कर सिहर गई और नजरें चुराने लगी।
मेरे पड़ोस की एक लड़की मुझे चाहती थी। एक दिन वो हमारे घर आई तो मेरी सखियों ने उसे बताया कि विशु जिगोलो है और उससे चुदने के पैसे लगते हैं। तो वो एक भाभी के साथ पैसे लेकर आई।
सन्नी- साली.. तू दिखती छोटी है.. मगर चुदक्कड़ बहुत बड़ी है.. पता नहीं किसने तेरी चूत को खोला होगा। साला जरूर कोई दमदार बंदा ही होगा.. जिसका मेरे से भी बड़ा है..
मेरी ममेरी बहन परीक्षा के लिये दस दिन मेरे पास रहने आई तो उसे देखते ही मेरे लन्ड में हलचल होने लगी थी। दिन भर बाइक पर उसे घुमाने के बाद रात को हमने एक ही बिस्तर पर सोना था।
सिकंदर किराए के घर में रहता था, पड़ोस में एक लड़की ताहिरा को उसके पति ने छोड़ रखा था. सिकंदर ने ताहिरा को पटा लिया तो पता चला कि ताहिरा कितनी गर्म है, उसने खुली छत पर लंड चूसा.
मैंने सुबह सुबह भाभी को आई लव यू बोल दिया। वो राजी तो थी पर डर रही थी। मैंने उनसे कहा कि मैं दोपहर को आ जाऊँगा, उस वक्त घर में कोई नहीं होता तो उन्होंने हामी भर दी।
भाभी सपना की चूची चूस कर सपना को मज़ा दे रही थीं और मेरा लंड सपना की चूत का भुर्ता बना रहा था। मेरा लंड सपना की चूत में करीब 7 इंच तक घुस चुका था।
सन्नी ने लौड़े को गाण्ड के छेद पर रखा और ‘घप’ से अन्दर पेल दिया। निधि तो सुकून में थी.. वो मज़े से गाण्ड मरवा रही थी.. साथ-साथ गाण्ड को पीछे-पीछे धकेल कर सन्नी का मज़ा दुगुना कर रही थी।
मेरा वो दोस्त मुझसे मिलने और सम्भोग के लिए इतना उत्सुक हो चुका था कि वो किसी भी हद तक जाने को तैयार था। मुझे वो रोज परेशान करने लगा तब मैंने यह बात तारा को बताई।
पूरी रात मैं चुदाई से थककर जेठ की बाँहों में ही सो गई। सुबह नायर दरवाजा खटकाने लगा तो मैं अपनी नाइटी उठा कर पिछले दरवाजे से बाहर निकल कर छत पर भाग गई लेकिन नाइटी पहननी भूल गई।
वह उसके पीछे घूमा और अब उसके नितम्बों को गहराई से देखा। वह अपने हाथों को उसकी ब्रा के पास चलाते हुए उसके वक्षों के इर्दगिर्द घुमाने लगा और उसके बूब्स को महसूस करने लगा।
अपने भाई भाभी की चुदाई देख देख कर मेरी अन्तर्वासना जागृत हो गई थी और मैं किसी से भी चुदना चाहती थी. मेरी सहेली ने अपने भाई, जिससे वो खुद भी चुद चुकी थी, से चुदवाने को कहा.
मैं गाँव के स्कूल में पढ़ाती थी, उसी गाँव में कमरा लेकर रह रही थी. मेरी एक छात्रा के पिता रोज उसे लेने आते और बिटिया की पढाई के बारे में पूछते, साथ में मेरी तारीफ़ भी करते!
पुनीत- मेरी बहना, टेंशन मत ले.. मैं बस तुम्हें बताने आया हूँ.. सो मत जाना.. मैं थोड़ा बाहर जाकर आता हूँ.. उसके बाद आकर सीधा तेरे पास आ जाऊँगा.. तू बस टाँगें फैला कर तैयार रहना..