मेरा गुप्त जीवन- 90
बाज़ार में घूमते वक्त मेरे टूअर की दो लड़कियाँ मेरे पास आई और कहने लगी- सोमू यार तुम तो आजकल कॉलेज में छाए हुए हो.. जल्दी ही उन दोनों ने अपनी चूत चुदाई की मंशा जाहिर कर दी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
बाज़ार में घूमते वक्त मेरे टूअर की दो लड़कियाँ मेरे पास आई और कहने लगी- सोमू यार तुम तो आजकल कॉलेज में छाए हुए हो.. जल्दी ही उन दोनों ने अपनी चूत चुदाई की मंशा जाहिर कर दी.
रिश्तेदारी में एक लड़की से काफी साल बाद मिला तो वो माल बन चुकी थी. बातचीत से लगा कि वो चालू है.. फोन पर बातें होने लगी और एक दिन मैंने उसकी चूत की खुशबू ले ही ली !
आरती के शीलभंग की स्मृति मानसपटल पर धारण किये मैं घर पहुँचा और यथाशीघ्र आरती के घर पहुँच गया. उससे मिल कर उसे खुश देख कर जो आत्मसन्तुष्टि मुझे मिली, बता नहीं सकता!
मेरी जान तेरी गाण्ड की सील खुल जाने दे.. उसके बाद तू खुद दोनों को एक साथ बुलाएगी.. क्योंकि तुझे आगे और पीछे एक साथ मज़ा मिलेगा और हो सकता है तीसरा भी माँग ले.. मुँह के लिए हा हा हा हा..
आठ बजे मैं आरती के घर पहुँच गया। उसने गुलाबी रंग की बिना बाँहों वाली सिल्क की नाइटी पहन रखी थी जो सामने से खुलती थी। गीले से बालों का जूड़ा बांध रखा था.. लगता था कि अभी नहाई थी.. नाइटी पारदर्शी तो नहीं थी लेकिन उसमें से उसके मम्मों के साथ साथ घुंडियों का उभार साफ़ दिख रहा था.. लगता था जैसे उसने नीचे कुछ नहीं पहन रखा था।
पुनीत और रॉनी मुनिया को उसकी माँ के पास छोड़ कर कुछ पैसे दे कर चले गए, उन्हें जल्दी घर पहुँचना है। गाँव के एक लड़के ने मुनिया को उन दोनों के साथ देख लिया और…
यह बात है मेरी पहली चुदाई की, मेरी कुंवारी चूत की सील पड़ोस के अंकल ने खोली. आंटी को नौवां महीना चल रहा था, अंकल नाईट ड्यूटी पे थे. मैं आंटी के पास सोती थी.
मैं आरती के कमरे में जाकर पलंग पर पैर नीचे लटका कर बैठ गया, आरती भी कमरे में आ गई और पलंग के पास आकर खड़ी हो गई। मैंने उसकी कमर में हाथ डाल उसके नितम्बों को सहलाता हुआ उसे अपनी गोद में बैठा लिया। वो मेरी तरफ मुँह करके बैठी थी.. उसकी मांसल जांघें मेरी जाँघों पर चढ़ी हुई थीं।
अब तक आपने पढ़ा.. मैं बाथरूम में जाकर बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद कर बैठी रही। लगभग 15 मिनट अन्दर बैठने के बाद जैसे ही मैं बाहर आई.. अंकल दरवाजे पर ही खड़े थे। उन्होंने मुझे पकड़ कर फिर अन्दर खींच लिया। वैसे मैं आपको बता दूँ मेरी हाइट 5.5 फीट है और उस […]
मेरे पापा मुझे और मेरे पड़ोसी लड़के को शहर से पेपर दिला कर गाँव वापिस आ रहे थे बाइक पर.. वो लड़का मेरा यार था. मैं बीच में, वो मेरे पीछे बैठा था, मुझे छेड़ने लगा.
अब तक आपने पढ़ा.. अब मेरा सुपाड़ा उसकी उँगलियों से छिप गया था। फिर उसने एक हाथ की मुट्ठी में लण्ड को पकड़ लिया और मोटाई का अंदाजा लगाने लगी। उसने विस्मय से मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा दी। ‘क्या हुआ.. तू कर क्या रही है..?’ मैंने अधीर होकर पूछा। अब आगे.. ‘नाप रही आपका.. […]
गर्ल्स हॉस्टल में भी सुबह से गहमा-गहमी थी.. आज कुछ और लड़कियाँ अपने घर जा रही थीं.. जिनमें पूजा और पायल भी शामिल थीं। पूजा- अरे पायल, तू अकेली जाएगी या कोई लेने के लिए आएगा? पायल- नहीं यार.. मैंने बताया था ना.. मैं रिक्शा लेकर चली जाऊँगी..
पायल के साथ टोनी ने अपने गुण्डों से छेड़खानी करवाई उर खुद उसे बचाने आया। फ़िर उसे बता कर कि उसके भाई दोस्त हैं टोनी पायल को घर छोड़ने आया।
अर्जुन की बात सुन कर मुनिया का चेहरा शर्म से लाल हो गया.. ना चाहते हुए भी उसकी नज़र अर्जुन की पैन्ट पर उस जगह टिक गई.. जहाँ उसका लंड था और वो आँखों से मुआयना करने लगी कि अर्जुन का लौड़ा कितना बड़ा होगा..
मुनिया ने अर्जुन की पैन्ट उतार दी पर वो तो अब खेली खाई थी, अन्तर्वासना के वशीभूत उसने अर्जुन के लन्ड पर नजर डाली तो वो उसे बहुत बड़ा लगा, मुनिया का मन ललच गया।