एक और अहिल्या-3
नाड़ा कटते ही लहँगा उसके पैरों में ऐसे गिरा जैसे किसी मूर्ति के अनावरण समारोह में मूर्ति का पर्दा नीचे गिरता है. वसुंधरा की केले के तने सी चिकनी दोनों टाँगें नंगी मेरे सामने थी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
नाड़ा कटते ही लहँगा उसके पैरों में ऐसे गिरा जैसे किसी मूर्ति के अनावरण समारोह में मूर्ति का पर्दा नीचे गिरता है. वसुंधरा की केले के तने सी चिकनी दोनों टाँगें नंगी मेरे सामने थी.
मेरे बॉस ने मुझे जॉब और पैसों के लालच से अपनी सेक्स स्लेव यानि चुदाई रखैल बना लिया था. लेकिन अब तो उसने मुझे अपने बिजनेस के लिए किसी और के हवाले कर दिया.
कॉलेज के टाइम तक मुझे चूत नहीं मिली थी, बस ब्लू फिल्म देख मुट्ठ मारता था. पड़ोस की लड़की ने किस तरह से मुझे चुदाई करना और चूत को खुश करना सिखाया मेरी इस कहानी में पढ़ें.
मेरी साली की बेटी अपनी विदाई के ज़ज़्बाती लम्हे में मुझसे गले मिली तो चुनरी की ओट में उसने अपने हाथ से मेरा लिंग पैन्ट के ऊपर से सहला दिया ... लिंग को मुट्ठी में भर लिया.
मैं 19 साल की कच्ची कली थी, हमारे पड़ोस में एक अंकल मुझे खा जाने वाली नजरों से देखते. एक दिन उनकी उंगलियाँ मेरे चूचियों से छू गयी तो मुझे मजा आया. उसके बाद क्या हुआ?
मैंने देखा कि मेरी सहेली और उसकी बड़ी बहन अपनी जवानी की आग अपने बाप से चटवा या उंगली करवा के शांत करती थीं. मेरे जिस्म की गर्मी भी उफान पर थी तो ...
मैं इंदौर से जयपुर की ट्रेन में था तो रतलाम से एक लड़की मेरी बोगी में मेरे सामने वाली सीट पर बैठी. मैं उसे देख देख कर मुग्ध हुआ जा रहा था. बात आगे कैसे बढ़ी? कहानी में पढ़ें!
ट्रेन में मिली लड़की से मेरी काफी गहरी दोस्ती हो गई. लेकिन उसे प्रोपोज करने में मेरी फट रही थी. आखिर उसकी सहेली ने मुझे बताया कि ... क्या बताया और बात आगे कैसे बढ़ी?
एक अधूरी बनी सुनसान बिल्डिंग में जाकर मैं पढ़ाई किया करता था. मगर उस बिल्डिंग ने मुझे एक कुंवारी चूत का मजा दिला दिया. कैसे? वर्जिन गर्ल की सेक्स कहानी पढ़ कर देखें!
मैं अपने नाना जी के गांव गया था. रात में पायल की छन-छन ने मेरी नींद हराम कर दी! दोस्त ने बताया कि भूत है. पर जब मैं बात की तहकीकात करने निकला तो क्या मिला?
कोचिंग क्लास जाते हुए मुझे ऑटो में एक दिन एक लड़की मिली. उसकी खूबसूरती पर मैं फिदा हो गया. बात करने पर पता चला कि वह भी मेरे कोचिंग सेंटर में है. उसके बाद क्या हुआ?
ट्रांसफर होकर मैंने कानपुर में मकान किराये पर लिया. ठीक सामने गुप्ताइन का घर था. मैंने जब से उसे देखा, दिल उस पर फिदा था, मैं किसी भी तरह उसको चोदना चाह रहा था.
मैं अपनी पड़ोसन की कुंवारी बेटी को एक बार चोद चुका था. उसने अपनी पहली चुदाई खुल कर करवाई और पूरा मजा लिया. उसके बाद मैंने उसके साथ और क्या क्या किया, पढ़ें और मजा लें!
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?