धोबी घाट पर माँ और मैं -18
उस रात माँ अपनी चूत चटवा कर सो गई और अगली सुबह जब मां मेरे सामने बैठ कर मूतने लगी तो मेरा सब्र जवाब दे गया, मेरा खड़ लण्ड देख कर माँ हंसने लगी और उसके बाद…
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
उस रात माँ अपनी चूत चटवा कर सो गई और अगली सुबह जब मां मेरे सामने बैठ कर मूतने लगी तो मेरा सब्र जवाब दे गया, मेरा खड़ लण्ड देख कर माँ हंसने लगी और उसके बाद…
मेरी माँ टीचर है.. उसकी उम्र 37-38 की होगी.. मगर देखने में किसी भी हालत में 31-32 से ज्यादा की नहीं लगती थी, माँ और दीदी एकदम गोरी हैं, माँ मोटी तो नहीं.. लेकिन भरे हुए शरीर वाली थीं और उनके चूतड़ चलने पर हिलते थे। मेरी दीदी की उम्र 22 साल की थी..
जब तक मैं धीरे से अपना लंड माँ की बुर से निकालता.. तब तक मेरे लंड का पानी माँ की बुर में पूरा खाली हो चुका था और लंड निकालते वक़्त वीर्य की गाढ़ी धार माँ के गाण्ड के छेद पर बहने लगी।
माँ कमरे में आईं और नाईटी पहन कर पलंग पर आने लगीं और लाइट ऑफ करने के लिए जैसे ही मुड़ीं.. एकदम से वे मेरे लंड को देखते ही रुक गईं.. थोड़ी देर वैसे ही मेरे लंड को जो की पूरे 6” लम्बा और 1.5” व्यास बराबर मोटा था.. को देखती रहीं।
मम्मी की चूत को चाटने में मुझे बहुत मजा मिल रहा था। थोड़े समय बाद मैं अपनी जीभ से मम्मी की चूत को जीभ से ही चोदने लगा और उनकी चूत से निरंतर निकलते रस का पान करने लगा। अब मम्मी की साँसें काफ़ी तेज हो गई थीं।
माँ बोलीं- बेटा रगड़ की वजह से तेरे सुपारे का टांका खुल गया है और ऊपर से तूने ही तो इसे फुला रखा है, मैंने क्रीम लगा दी है.. कह कर माँ सुपारे को सहलाने लगीं
माँ अब काफ़ी खुल कर बातें करने लगी थीं, तो मैंने जानबूझ कर अंजान बनते हुए माँ की जांघों के ऊपर से नाईटी का बटन खोल कर हटा दिया जिससे उनके कमर के नीचे का हिस्सा नंगा हो गया और उनकी बुर को हाथों से छूते हुए कहा- अरे हाँ.. तुम्हारे तो लंड है ही नहीं.. लेकिन छेद कहाँ है..
अपनी सौतेली मॉम की चूत चाटने के बाद मॉम ने मेरा लण्ड चूसा फ़िर लण्ड पर चूत टिका कर चुदी। लेकिन घर आकर मैंने मॉम को उनके पूरे होशोहवास में कैसे चोदा, पढ़ें इस भाग में…
मैं और माँ चुदाई के मामले में खुल गए थे और अब दीदी को अपने खेल में शामिल करना चाह रहे थे। हमने मिल के योजना बनाई कि दीदी को माँ और मेरी चुदाई का पता लग जाए
माँ दीदी के सामने ही मेरे लंड की चोट की बात करके उसकी जांच करने लगी मैंने देखा कि दीदी की निगाहें मेरे लंड पर टिकी हुई थीं.. तो मैं लंड को झटके देने लगा।
मेरे पापा घर से दूर रह कर जॉब करते हैं और मेरी सौतेली लेकिन खूबसूरत मम्मी अपनी जवानी की अन्तर्वासना में जलती रहती थी. मैंने उनकी चूत छोड़ कर उनकी मदद कैसे की! इस कहानी में पढ़िए !
एक दिन अपनी मम्मी को गैर मर्द के साथ सेक्स करते देखा तो उनको पूछा. उन्होंने बताया कि पापा उनकी इच्छा पूरी नहीं कर पाते तो मैंने मम्मी की अन्तर्वासना शांत की.
मम्मी मेरी ओर पीठ करके ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी थीं.. जिसके काँच में मुझे मम्मी का फ्रंट साइड दिखाई पड़ रहा था.. लेकिन मम्मी ने अपना एक हाथ दोनों मम्मों के ऊपर रखा हुआ था जिस कारण मुझे कुछ खास दिखाई नहीं पड़ रहा था।
एक बार मैं स्कूल से जल्दी आ गया तो मैंने देखा कि मेरी मम्मी मेरे पड़ोस के अंकल जो एक सरकारी अफसर हैं, उनके साथ सेक्स कर रही थी, अपनी चूत चुदवा रही थी।
यह कहानी है एक तलाकशुदा माँ और उसके युवा बेटे की... दोनों अन्तर्वासना की आग में जल रहे हैं. बेटा दिन में कई बार मुट्ठ मार कर अपनी वासना शांत करता है, माँ उसे रोकना चाहती है.