बुआ की ननद की बेटी चुदाई की खिलाड़िन
मेरी बुआ की ननद की बेटी मेरे घर आई. उस दिन घर में और कोई नहीं था. वो फ्रेश होने गई तो उसने बाथरूम से तौलिया माँगा, फिर चोली की डोरी बंधवाने लगी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी बुआ की ननद की बेटी मेरे घर आई. उस दिन घर में और कोई नहीं था. वो फ्रेश होने गई तो उसने बाथरूम से तौलिया माँगा, फिर चोली की डोरी बंधवाने लगी.
मैं अपनी बड़ी साली के घर गया, उसकी बेटी भी मुझसे मिली, 20 साल की लड़की, उसने टाईट टी शर्ट और नीचे मिनी स्कर्ट पहन रखी थी, टाँगें ढकने के लिए उसने स्लेक्स पहन रखी थी।
'जानती हो अदिति, जब भी मैं तुम्हें देखता हूँ, मेरे मन में बहुत ख्याल आता है, तुमसे प्यार करने का, तुम्हें चूमने का, तुम्हें चाटने का, सच कहूँ, तो तुमसे सेक्स करने का। '
वो मेरी चूत चाटने लगे, मुझे मज़ा भी आ रहा था और दर्द भी हो रहा था.. क्योंकि वो काट भी रहे थे। वो मेरी चूत का लाल वाला दाना अपने होंठों से पकड़ कर खींचते हुए चूस रहे थे, साथ ही मेरी चूत में उंगली भी करते जा रहे थे।
मेरी मामी की भतीजी को जॉब मेरे ही कॉलेज में लगी तो वो हमारे घर में रहने लगी। मेरा कोई दोस्त नहीं था तो मम्मी ने उसे मेरा ख्याल रखने को कहा। वो मेरे कमरे में रहती थी।
मैंने चाटना बंद किया और अपने लौड़े को चूत के मुँह पर टिका दिया और झटका लगा दिया, लौड़ा सील तोड़ता हुआ चूत में घुस गया। डॉली ने दर्द को होंठों में दबा लिया!
यह कहानी ना होकर मेरी vवस्स की च्चाई है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता। मैंने अपनी भांजी को पटाया और मौका मिलते ही उसकी चूत की चुदाई कर दी!
मामा मुझे गोद में लेकर जो मन में आता.. वो सब करते थे और मैं सिर्फ़ खामोश रहती थी। जैसे कि कभी-कभी पैन्टी उतार कर उंगली से मेरी चूत को फैलाकर के अन्दर देखते.. या फिर मेरी चूत को चाटते थे
नमस्कार दोस्तो, मैं आपका दोस्त राज … मेरा असली नाम राज नहीं है … यह तो बस एक राज है। लेकिन दोस्तो, मेरी ग्रैंडमदर सेक्स की कहानी बिल्कुल सच्ची है, इसमें कोई राज नहीं है। बात उस समय की है … जब मैं गांव में रहता था। तब मेरी उम्र 19 साल थी उस समय […]
'हाँ भाई साहब, चूत अब यह आपकी है, जब चाहो आप इसे चोद सकते हो, पर मेरे पति के सामने वैसे रहना, जैसे पहले थे, मैं नहीं चाहती कि उनको कुछ पता चले!'
मैं अपनी बड़ी बहन के घर में रहता था तो एक दिन बहन ने उनकी युवा बेटी के कमरे की पड़छत्ती की सफ़ाई करने को कहा। मैं गया तो वहाँ क्या हुआ? इस कहानी में पढ़ें!
दूर के रिश्ते में मेरी एक भतीजी से मुझे देखते ही प्यार हो गया था, उसे भी मुझसे उतना ही प्यार गया था। मगर हमारी शादी नहीं हो सकती थी। उस प्यार का फ़ल हम दोनों ने सात साल के बाद पाया जब हम दोनों की शादी कहीं और हो चुकी थी।
उन्होंने कमर के नीचे एक तकिया रखा और मेरी जाँघों को खोल दिया। मेरी बुर पर थूक लगा दिया और अपने लिंग से चूत को रगड़ने लगे, फ़िर वे झुके और मुझे कस कर पकड़ लिया।
मेरी विधवा सास दस करोड़ की मालकिन थी, उसका कोई और था नहीं तो माल मेरा ही था पर डर लगता था कि सास को कोई लंड पटा कर उसका माल ना हड़प जाए!
अपनी चुदासी मॉम की हालत देख कर मेरी बीवी ने मुझसे अनुरोध किया कि मैं उसकी मॉम यानि अपनी सास को चोद कर उन्हें यौनसुख प्रदान करूँ! क्या मैं यह कार्य कर पाया?