एक लौड़े से दो चूतों की चुदाई -6
साली और भतीजी को चोद कर उनकी जांघें जुड़वा कर उसमें बीयर भर के पी और पिलाई, फिर बाथरूम में उन दोनों का स्वर्ण रस पीया तो भतीजी रीना वहीं पर चूत चुदवाने लगी !
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
साली और भतीजी को चोद कर उनकी जांघें जुड़वा कर उसमें बीयर भर के पी और पिलाई, फिर बाथरूम में उन दोनों का स्वर्ण रस पीया तो भतीजी रीना वहीं पर चूत चुदवाने लगी !
मैं अपनी भानजी को कई बार चोद चुका था. एक बार मैं उसे अपने घर ले आया और रास्ते भर उसके बदन से छेड़छाड़ करता आया. फिर रात होने पर हम दोनों ही चुदाई को उतावले हो रहे थे.
वो जवानी की दहलीज़ पर कदम रख रही थी.. सुंदर, गोरी, कद-काठी में अच्छी है... चूतड़ उभर चुके थे.. सीने पर उरोज उठ चुके थे, मैंने ताड़ लिया था कि इसकी चूत बहुत नाज़ुक होगी।
पायल अपनी चाची से नाराज रहती है क्योन्कि चाची के नाजायज़ रिश्ते पायल के पापा से हैं। उधर दोनों भाई अपनी बहन पायले को गेम के लिये ले जाने कई तरकीबें लड़ाने लगे।
कहानी आज से 5 साल पहले की है। मेरे चाचा ने कैसे मेरी अनचुदी कुंवारी चूत चोद कर मुझे लड़की से औरत बनाया, मेरी बन्द कली सी चूत का फ़ुद्दा बना कर फ़ूल खिला दिया।
मेरे जीवन की पहली चुदाई मेरी रिश्ते की बड़ी बहन के साथ हुई। रात में वो अपनी चूत में उंगली कर रही थी और मैंने मौके का फ़ायदा उठा कर उस कुंवारी चूत का मज़ा लिया।
वह मेरे सीने से लिपट गई। एक अल्हड़ गदराया माल मेरे आगोश में सिमटा हुआ था, मैंने उसके होंठों पर होंठ रख रसीले अधर चूसने लगा, उसकी चूत लंड का इंतजार कर रही थी
शायद मेरे नसीब में मेरे परिवार के छेदों का ही सुख लिखा था। रिश्तों में चुदाई की कहानी आप को एक एक घटना बिल्कुल सत्य के आधार पर लिख रहा हूँ...
इस भाग में पता लगेगा कि पायल की चाची को पायल के पापा ने पहली बार जबरन चोदा था। उधर पायल अपने भाई को पटाने के चक्कर में है, उसे अपने नंगे चूचे दिखा रही है।
मेरा नाम अनिरूद्ध है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरा कद 6 फुट है, मैं देखने में थोड़ा पतला हूँ, थोड़ा अच्छा दिखता हूँ। अन्तर्वासना की अधिकतर कहानियाँ मैंने पढ़ी हैं। पिछले 6 साल से अन्तर्वासना का पाठक हूँ। यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है। बात 2 साल पुरानी है.. जब मैं इंजीनियरिंग […]
पायल अपना अधनंगा बदन दिखा कर अपने भाई को उत्तेजित कर रही थी और पुनीत भी अपनी सगी बहन का नंगा बदब्न देख कर लार टपकाने लगा था। उधर सुनीता आपबीती याद कर रही थी।
एक रात अनुराधा जागरण में गई हुई थी। बच्चे सोए हुए थे.. तो संजय चुपके से सुनीता के कमरे में गया। उसको सोया हुआ पाकर उसके होंठों पर उंगली फेरने लगा। सुनीता ने एकदम से जागते हुए कहा- भाई साहब आप.. इस वक़्त यहाँ क्या कर रहे हो?
साली को चोदने की इच्छा लेकर मैं समय बिताता गया कि उसकी बेटियाँ चोदने लायक हो गई. बड़ी की शादी भी हो गई तो नज़र छोटी पर टिकी. लेकिन एक दिन मैं साली के घर गया तो ...
उसने अपनी स्कर्ट ऊपर उठाई और चड्डी उतार दी- बस डाल दो! वो बोली। मैंने भी झट पट से अपना लोअर नीचे करके उतारा और अपना लंड उसकी चूत पे रखा और अंदर धकेला।
वो बोली- मासड़ जी जब तक मैं प्रेगनेंट नहीं हो जाती, मैं हर रोज़ आपके साथ सेक्स कर सकती हूँ, पर जिस दिन मैं प्रेगनेंट हो गई, उस दिन के बाद आप मेरे बारे में ऐसा सोचना भी मत!