मेरा गुप्त जीवन-41
परी के साथ जस्सी अपनी कुंवारी चूत चुदवाने आई तो पहले मैंने परी को चोदा और जस्सी ने ध्यान से देखा. परी के बाद मैंने बड़े प्यार से जस्सी की अनचुदी चूत खोली.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
परी के साथ जस्सी अपनी कुंवारी चूत चुदवाने आई तो पहले मैंने परी को चोदा और जस्सी ने ध्यान से देखा. परी के बाद मैंने बड़े प्यार से जस्सी की अनचुदी चूत खोली.
मैं अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखना चाहता था. एक बार मैं आधी रात को घर पहुंचा तो एक ऑडी गाड़ी मेरे घर के नीचे खड़ी थी. मैंने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला तो
एक बार कामरीश राजा के राज्य भूमि में ऐसी महिला का आगमन हुआ.. जिसकी चूत में हमेशा आग लगी रहती थी। उसकी सदैव एक ही इच्छा रहती थी कि उसकी चूत में दिन-रात मोटा और तगड़ा लंड डला रहे..
मेरी एक पड़ोसन भाभी शायद मेरी जवानी देख मचल गई, मैं भी सेक्स की चाहत के कारण उसके जाल में आ गया। एक दिन वो मुझे किस करके बोली- देवर जी.. बुरा तो नहीं लगा?
एक दिन मैं पोर्न मूवी देख रहा था कि मेरी मौसी की बेटी आई। मैं पानी लेने गया तो उसने पोर्न मूवी चलते हुए देख ली, मुझे डाँटने लगी। लेकिन तभी उसने मुझे उसका कमीज उतारने को कहा।
जाहिरा अपने भाई के सीने से लगी सो रही थी, मैंने फैजान का लंड सहला कर खड़ा कर दिया तो भाई का लंड बहन की जाँघों में घुसने लगा. तभी फैजान का हाथ जाहिरा की चूची पर आ गया.
मेरी मकान मालकिन विधवा थी. उसके और मेरे कमरे के बीच में दरवाजा था जो उसकी तरफ से बंद रहता था. मैंने उनसे बात करने की सोची. और फिर एज दिन वो दरवाजा खुल गया.
रात को अपनी साली को बेडरूम में सुलाया, बीच रात में उठा तो देखा वो टांगें चौड़ी करके सोई पड़ी है। मैंने उसका घागरा ऊपर उठा कर उसकी चूत चाटी लेकिन चोदा बाद में
मैं भाभी के घर गया, उन्होंने मुझे बाथरूम में ब्रा का हुक बन्द करने को बुलाया। मेरी तो बांछें खिल गई। फ़िर मैंने भाभी को पकड़ लिया। वो भी मेरा लण्ड चूसने लगी।
परी पहली बार चुदाने को बेताब हो रही थी, मैं भी पहली बार कुंवारी चूत को चोदने जा रहा था. मैंने परी की चूत को दोनों हाथों से खोल कर अच्छे से देखा. एकदम गुलाबी
एक रात हम सोये हुए थे, मेरी नींद खुली, मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा की चूची पर रख दिया। ऐसे ही एक रात जागते हुए मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा के पेट पे रख दिया… और एक रात…
मैं बहुत गहरी नींद में सो रहा था.. तभी मुझे लगा कि कोई मेरे होंठों में अपने होंठ रखकर मेरे सीने से अपने सीने को रगड़ते हुए चूसने लगा। मैंने सोचा माया होगी…
मेरी साली बड़ी शानदार चीज थी, अपनी शादी के वक्त से ही मैं उसे चोदना चाहता था। एक बार मैं ससुराल गया तो कोशिश की, यहाँ वहाँ हाथ मारा, फ़िर उसकी चूचियाँ दबोच ली !
मेरे पड़ोस में एक गदराई भाभी रहती थी, मैं उनके हुस्न का दीवाना था, एक बार मैं भाभी को कम्प्यूटर सीखाने गया तो वो नहाने गई, उनके बारे में सोच कर मुठ मारी!
अगले दिन मैंने गीति से बात करके परी को लंच पर बुलाया और फिर खेल खेल में तीनों से चूमाचाटी की. परी को चोदने की इच्छा थी मेरी, वो भी चाह रही थी पर शायद वो डर रही थी.