रंगीली बहनों की चूत चुदाई का मज़ा -1
मैंने अपनी दोनों बहनों को अब तक अलग-अलग चोदा था। इस घटना क्रम में मैं अपनी दोनों सगी बहनों को एक साथ चोदूँगा. एक बहन घर में ही है, दूसरी ट्रेन से आ रही है.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने अपनी दोनों बहनों को अब तक अलग-अलग चोदा था। इस घटना क्रम में मैं अपनी दोनों सगी बहनों को एक साथ चोदूँगा. एक बहन घर में ही है, दूसरी ट्रेन से आ रही है.
मैं मेडिकल कालेज में तीसरे वर्ष का छात्र था. मेरी टीचर ने मुझे उनकी मामी की देखभाल के लिए अस्पताल बुलाया और रात को वहीं रुकने को कहा. रात में वहाँ क्या हुआ?
रिया दरवाज़ा बंद कर के आ गई तो मैं बोला- चलो पहले तुम अपने कपड़े उतारो और फिर भाभी के! ठीक है? रिया जल्दी से अपनी नाइटी उतारने लगी और जब वो बिल्कुल नंगी हो गई.
मैंने उसे फिर चूमा, इस बार दोनों हाथों से उसका चेहरा पकड़कर देर तक चुम्बन दिया। वह मेरे चुम्बन को पहचान गई और तब उसको लग गया कि साए के अंदर घुस गया हाथ दूसरे का है, उसको पाँव से ठेलने लगी।
मैं कितना बड़ा गांडू हूँ.. आपको मेरी कहानी पढ़कर ही पता चल जाएगा.. पर मैं करूँ क्या.. मुझे गांड मारना बहुत पसन्द है। मैंने गांड मारने के लिए अपनी जवान खूबसूरत बहन को कैसे राजी किया.. और वो भी तब.. जबकि वो कह रही थी- भैया गांड मत मारो.. प्लीज.. बहुत दर्द होता है..
पायल- शिट.. ये क्या हो गया.. भाई का नाइटफ़ाल हो गया.. सब मेरी ग़लती है.. रात को मैंने उनको बहुत गर्म कर दिया था और अभी भी कैसे चिपक कर सोई थी। अब वो उठेंगे तो क्या सोचेंगे मेरे बारे में..
हम दोनों नंगे नीचे आ गए प्रज्ञा घुटने के बल बैठ गई और मेरे लौड़े को वापस तैयार करने लगी.. जब लौड़ा तन गया तो उसने क्रीम के ट्यूब लिया.. मेरे लौड़े पर क्रीम लगाई और ट्यूब मुझे देते हुई बोली- इसको मेरी गाण्ड में अच्छी तरह भर कर लगा दो.. काफी दिन बाद मेरी गाण्ड में लौड़ा जा रहा है.. दर्द करेगा..
गाँव जाने की तैयारी में निम्मो कोठी में आ गई तो उसे चुदना ही था. गाँव पहुंचे तो देखा कि बहुत रिश्तेदार आए हुए थे. उनमें एक भाभी और उसकी ननद मेरे कमरे में सोई...
अपनी खूबसूरत पत्नी को किसी दूसरे मर्द की बाँहों में देखने की कल्पना! वह उसके गोरे सुंदर शरीर को अनावृत करे, उसके अंगों को, जिनका सौंदर्य अबतक केवल मैंने देखा है, उसकी नजरों के सामने आएँ; वह उनका संचालन करे, उसके सु्ंदर गोल बड़े स्तनों, उन पर सजे साँवले चूचुकों का चुम्बन, चूषण, मर्दन करे...
पायल का मन बेचैन हो गया था.. वो दोबारा धीरे से अपने भाई के लौड़े को टच करने लगी। पुनीत गहरी नींद में सोया हुआ था और पायल की हवस बढ़ती ही जा रही थी, वो लंड को ऊपर से नीचे तक धीरे-धीरे दबाने लगी थी..
घर में मेरी हमउम्र नौकरानी कविता मेरे सामने आती मेरे मन में कविता की चुदाई के ख्याल आने लगे। जब भी वो झाड़ू-पोंछा करती तो मैं उसकी चूचियों को देखता था!
मेरी सहेली छुट्टी के बाद स्कूल में रूकी तो मैं समझ गई कि वो अपने प्रेमी से चुदेगी. मैं छिप कर उसे देखने लगी. मेरी सहेली सच में चुद रही थी. लेकिन तभी..
एक्सीडेंट के बाद मैं अस्पताल में था. दोस्त को कह कर एक सुंदर नर्स अपने लिए रखवाई. उसने जो मेरी सेवा की उसी की दास्ताँ इस कहानी में लिख रहा हूँ.
मेरी कहानी पढ़ कर दिल्ली की एक लेडी ने मुझे मेल की, हमारी दोस्ती हो गई. हम फोन पर सारी बातें कर लेते थे. एक बार मुझे दिल्ली जाना पड़ा तो उसने मेरा इंतजाम होटल में किया. उसके बाद...
कॉलेज की दो कुंवारी लड़कियाँ मेरे सामने नंगी अपनी चूत की पहली चुदाई के लिए आतुर हो रही थी. इस कहानी में पढ़िए कि दोनों लड़कियों की चूत की सील मैंने कैसे तोडी!