चूत एक पहेली -41
पायल अब अपने भाई को ही पटाने के चक्कर में थी। वो उसके साथ अपने लिये ब्रा पैन्टी और नाइटी खरीदने गई तो भाई से पूछने लगी उसकी पसन्द !
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
पायल अब अपने भाई को ही पटाने के चक्कर में थी। वो उसके साथ अपने लिये ब्रा पैन्टी और नाइटी खरीदने गई तो भाई से पूछने लगी उसकी पसन्द !
एक बार डांसर मेरे दोस्त की सहेली थी, उससे चुदती थी। धीरे धीरे उसने मेरे साथ दोस्ती बनाई और एक दिन उसने मुझे अपने घर बुला कर अपनी चूत चुदवा ली।
वह मेरे सीने से लिपट गई। एक अल्हड़ गदराया माल मेरे आगोश में सिमटा हुआ था, मैंने उसके होंठों पर होंठ रख रसीले अधर चूसने लगा, उसकी चूत लंड का इंतजार कर रही थी
विनीता ने मेरे और मंजू के बारे में मेरी मामी को बता दिया था, मामी बोलीं- विनी बता रही थी तेरा ‘सामान’ बहुत तगड़ा है.. संभाल के रखना.. अभी उसको बहुत काम करना है.. ऐसा बोलते हुए मामी अश्लीलता से हँस दीं।
लण्ड को उसकी चूत पर रख दिया। जैसे ही मैंने एक धक्का लगाया.. तो मेरा लण्ड का सुपारा अन्दर चला गया.. तो वह चिल्लाने लगी- भैया दर्द होता है.. रहने दो..
पुनीत पायल को किसी तरह पटा कर गेम के लिये ले जाना चाहता था तो वो हर तरह से पायल को खुश करना चाह रहा था और पायल अपने भाई से चुदने के ख्याल मन में लिये थी…
कैसे औरत की मस्त चुदाई करके उसे ठीक से संतुष्ट किया जाए, आपको और आपके पार्टनर को सेक्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए कि सेक्स सफलतापूर्वक कैसे करें।
अर्जुन मुनिया को निधि की चूत चुदाई की कहानी सुना रहा है और मुनिया उसका लन्ड चूस कर उसे मज़ा दे रही है। उधर पुनीत को लगा कि रात को सोते समय उसका वीर्यपात हुआ।
मेरे जीवन की पहली चुदाई मेरी रिश्ते की बड़ी बहन के साथ हुई। रात में वो अपनी चूत में उंगली कर रही थी और मैंने मौके का फ़ायदा उठा कर उस कुंवारी चूत का मज़ा लिया।
मैंने सारी लड़कियों औरतों को नदी पर नहाने भेज दिया और खुद छुप कर उन्हें नंगी नहाते देखने लगा. उनमें गाँव की एक दुलहन भी थी. उसे चोदने का मौका मुझे मिला.
दोनों ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और अपनी चूचियों को तेल में डुबो कर मेरे बदन पर घुमाने लगीं। मैं ये चूचियों से मसाज करना पॉर्न मूवी में देख चुका था.. लेकिन आज पहली बार मेरे साथ भी यही हो रही थी।
मेरी आँखें बंद थीं लेकिन फिर भी मैं इशानी को अपनी बाँहों में भर कर उसके अंग-अंग को छू कर महसूस कर रहा था हम दोनों ही अपने प्रेम की उत्तेजना से सराबोर थे। यह वो कामोत्तेजना थी.. जो युग-युग से प्यासे प्रेमियों पर आज जी भर कर बरसने वाली थी।
मैंने मामी को बताया कि मेरी पेशाब की जगह पर कुछ गर्म गर्म लग रहा है। मामी ने पूछा कि क्या मैंने पहले कभी ऐसे मजे लिए थे, और मेरे न कहने पर उसने कहा कि कोई बात नहीं!
हमारे कमर के नीचे कपड़े क्रमशः ही खुले, साए की डोर और पैंट की चेन एक साथ खुले, पैंटी और चड्डी की साथ-साथ विदाई हुई, जैसे दूल्हा और दुल्हन साथ विदा होकर जा रहे हों।
कहानी आज से 5 साल पहले की है। मेरे चाचा ने कैसे मेरी अनचुदी कुंवारी चूत चोद कर मुझे लड़की से औरत बनाया, मेरी बन्द कली सी चूत का फ़ुद्दा बना कर फ़ूल खिला दिया।