बाली उमरिया में लगा प्रेम रोग- 3

(Mom Live Sex Show Kahani)

मॅाम लाइव सेक्स शो कहानी में सुबह मेरी नींद खुली तो मम्मी के कमरे से पड़ोसी अंकल की आवाज सुन कर मैंने रोशनदान से झांका. अंकल मम्मी की चूत चाटने लगे तो …

कहानी के दूसरे भाग
दोस्त की मम्मी का सेक्सी बदन
में अब तक आपने पढ़ा कि बंटू अपनी मम्मी पापा की कामुक आवाजों और अपने दोस्त मोंटी से अश्लील किताबों और न्यूड एल्बम मिलने के बाद से हमेशा किसी न किसी चूत को चोदने की कल्पना करता रहता था।
ऐसे में उसे अपने मामा की लड़की पम्मी को चोदने का ख्याल आया।
उसके दोस्त की मम्मी सिमरन पता नहीं क्यों उसके द्वारा अपने स्तन दबाए जाने पर भी नाराज नहीं होती।

पम्मी कुछ दिनों के लिए आती है, वे एक ही कमरे में सोते हैं।

सुबह सुबह घर का मुख्य दरवाजा खुलने की आवाज से बंटू की नींद खुलती है, उसकी मम्मी पापा को दस किलोमीटर घूम के आने की सलाह देती है.
किंतु उसके पापा के जल्दी लौटने के बाद भी वह पापा पर मम्मी के उमड़े लाड़ से आश्चर्यचकित होता है।
उसकी मम्मी उसके पापा को स्तनपान के बाद नीचे चूत पर अपना हुनर दिखाने को कहती है।

अब आगे मॅाम लाइव सेक्स शो कहानी:

कुछ देर शांति रही, फिर उसे सुनाई दिया- क्या सुबह-सुबह तेरा खसम तुझे चोद के गया है साली? बताया भी नहीं?
किसी परपुरुष की आवाज सुनकर बंटू चौंक गया।

अरे … यह तो मोंटी के पापा यानि सरताज अंकल की आवाज़ है. इसका मतलब पापा के जाने के 10 मिनट के अंदर सरताज अंकल मम्मी को चोदने आ गए?

क्या इसीलिए मम्मी पापा को कह रही थी कि 2 घंटे पहले मत आना।
शायद सरताज अंकल के मुंह में पापा के वीर्य का स्वाद आ गया था।

उनकी आवाज आई- सारा मुंह खराब कर दिया!
उसके तुरंत बाद ऊं ऊं की आवाज आई.

संभवत: सरताज अंकल मम्मी के मुंह में मुंह देकर अपनी जुबान उसकी जुबान से लड़ाने की कोशिश कर रहे थे।

मम्मी को जब पापा के वीर्य का स्वाद मिला, वह बोली- जेठ जी, मैंने जिस कमीने का अभी तक ढीला लंड मुंह में नहीं लिया, उसका तुमने माल चखा दिया?

सरताज ने कहा- जब तूने मुझे अपने पति के वीर्य का स्वाद दिलाया तो मेरा भी तो फ़र्ज़ बनता है. और यह इसलिए भी जरूरी है जिससे तू तुलना कर सके कि किसके वीर्य का स्वाद अधिक अच्छा है, मेरा या तेरे खसम का?

फिर मम्मी की आवाज आई- ऐ मेरे राजा, तुलना की जरूरत क्या है? तुम्हारे लंड से तो चाहे ज़हर भी निकले, मैं खुशी खुशी पी जाऊंगी, बस तुम वादा करो कि मेरी चूत की सेवा करते रहोगे।

इसके बाद अंजू ने सरताज से कहा- मैं इतनी जल्दी तुम्हें अपनी चूत से हटने नहीं दूंगी। चूसो अपने दोस्त के वीर्य से भरी मेरी चूत को!
और उसने सरताज को जबरदस्ती झुका कर अपनी चूत चाटने पर विवश कर दिया।

सरताज फिर से जुट गया अपनी सैक्सी अंजू परझाई की चूत से अपने दोस्त का रिसता हुआ वीर्य सुड़कने के लिए।

मम्मी के मुंह से आनन्द ध्वनि निकल रही थी- स्शस् … स्..स्..स्… बहुत मजा आ रहा है यार, एक बार तो मुझको ओरल से ही झड़ा दो मेरे राजा!
उसके बाद मम्मी की सनसनी भरी चीखें निकलने लगीं।

मम्मी की आवाज आई- अब मेरे भग्नासा को चूस … हां … ऐसे ही …. और जो..र से चू..स!
और फिर मम्मी के मुंह से ‘आ..ह आ..ह निकला और फिर तेज़ तेज़ सांसों की आवाज़ें आने लगीं जो धीरे-धीरे मंद पड़ती गईं।

इतना तो अब बंटू की समझ में आने लगा था कि शायद उसकी मम्मी झड़ चुकी है।
कुछ देर के लिए कमरे में बिल्कुल शांति छा गई।

बंटू का हाथ अपने आप ही उसकी अंडरवियर के अंदर जा चुका था और अपने लंड को सहला रहा था।
वह कल्पना कर रहा था कि झड़ने के बाद उसकी मम्मी ने सरताज अंकल की ओर बड़ी मनमोहक मुस्कान के साथ देखा होगा।

आखिर अभी-अभी सरताज अंकल ने अपनी जुबान के माध्यम से उसकी मम्मी को झड़ा के अनोखा सुख जो दिया था.
और अभी तो उनकी चूत पर अंकल के विशाल लौड़े का कमाल बाकी था, जिसको चूत के भीतर लेने के लिए मम्मी ने सरताज अंकल को बुलाया था।

जब तक मम्मी इतने मजेदार ऑर्गेज्म के सुख में खोई हुई थी, सरताज अंकल लगातार अपने लौड़े को सहला कर जगाए हुए थे।

करीब 5 मिनट के बाद सरताज अंकल की आवाज आई- ले चल परजाई, अब तू भी तो मेरे लौड़े को चूस!

उसकी मम्मी ने कहा- क्यों नहीं मेरे राजा, मैं तो आज से और अभी से तुम्हारी गुलाम हूं, तुम जो भी कहोगे मैं करूंगी, बस मेरी चुदाई में कोई कमी मत रखना!
अंकल ने कहा- तेरा मतलब है कि मुझे अब दो शिफ्ट करना पड़ेगी, रात में सिमरन को चोदूं और सुबह तेरी चूत की सेवा करूं?

मम्मी ने कहा- चाहे कुछ करना पड़े, मैं जब भी बुलाऊंगी तुम्हें आ कर मेरी चूत चोदनी पड़ेगी।

ये सब सुन के अब तो बंटू से रहा नहीं गया, उसने एक बड़े स्टूल पर एक छोटा स्टूल लगाया और दोनों कमरों के बीच बने रोशनदान से उधर झांकने लगा।

उसने देखा कि उसकी मम्मी और सरताज अंकल दोनों पूरी तरह नंगे थे।
अभी तक तो उसने अपनी मम्मी के मुंह से केवल गालियां, सिसकारियां और कामुक शब्द ही सुने थे।
पहली बार उसने अपनी मम्मी तो क्या किसी भी औरत को पूरी तरह नंगी देखा था।
इसके पहले उसे कभी मम्मी के बूब्स की झलक, कभी कपड़े पहनते हुए उनके चूतड़ और कभी जब वह लापरवाही से बैठी हो तो मोटी मोटी जांघों की झलक दिख जाती थी.
पर आज तो…!

अपनी मम्मी के भरे भरे 36 इंची स्तन, 32 इंच की कमर और झांटें साफ कर के एकदम चिकनी करी हुई चूत तथा 36 इंच की सुडौल गांड के दर्शन करने से उसके मन को बहुत अजीब सा लग रहा था.
उसका दिल एकदम दोगुनी रफ्तार से ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था।
लेकिन आश्चर्य यह था कि उसका लंड भुट्टे जैसा अकड़ गया था।

उसने कुछ सोचकर जेब से मोबाइल निकाला और मम्मी तथा सरताज अंकल का पोर्न वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
इसके साथ ही ही उसने अपने बरमुडे और अंडरवियर को नीचे खिसका के अपने तन्नाये हुए लौड़े को बाहर निकाला और धीरे-धीरे उसे सहलाने लगा।

उसके बाद उसने फिर अपना ध्यान जीवंत ब्लू फिल्म की ओर लगा दिया।
उसकी चुदक्कड़ मम्मी ने घुटनों के बल होकर एक पराये मर्द यानि सरताज अंकल का लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी।

उनका लंड तो पहले ही से तन्नाने की तैयारी में था, 2 मिनट में ही वह एकदम अकड़ गया.
तो मम्मी ने मुंह से निकाला और कहा- तुम्हारा लन्ड बहुत मोटा है यार … मेरा मुंह दुखने लग गया। इसकी सही जगह तो मेरा नीचे वाला मुंह है जो इसको लेने के लिए पानी छोड़ रहा है. उसमें डालकर रगड़ो न तुमको जितना रगड़ना है।

“ऐसी बात है?” कहते हुए अंकल ने मम्मी को उठाया और पलंग पर घोड़ी बनाकर मम्मी के गदराये और सुडौल नितंबों पर चटाचट तीन चार चांटे बेरहमी से लगाये.
मम्मी के कूल्हे लाल हो गए लेकिन मम्मी आंखें मूंदे सिसकारियां निकाल रही थीं।

अंकल ने बोला- अंजू परजाई, यार तू भी सिमरन की तरह इतनी मस्त चीज है. फिर भी राजन तुझे चुदाई के पूरे मजे नहीं देता और फटाफट तुझे चोद के अलग हो जाता है?
मम्मी ने जवाब दिया- अरे उस भोसड़ी वाले का तो नाम भी मत लो जेठ जी! उसके तो लन्ड को लन्ड कहना भी लन्ड का अपमान है, लन्ड हो तो मेरे सरताज जैसा!

सरताज खुश हो गया और बोला- अंजू परजाई, तू ये समझ ले कि तेरे मायूसी भरे दिन अब समाप्त हो गए. आज से तेरी ज़िंदगी में मस्ती भरे दिनों की शुरुआत हो गई है।

अंकल ने मम्मी के थूक से चिकने हुए अपने कड़क लंड को मम्मी की चूत पर टिका कर एक ज़ोर का झटका मारा।

मम्मी के मुंह से हल्की चीख निकल गई, वे बोली- मेरे राजा मेरी चूत को पहली चुदाई में ही फाड़ोगे क्या?
अंकल ने कहा- साली अभी तूने ही तो कहा था कि चूत में डाल कर रगड़ो, जितना रगड़ना है।
“हां राजा कहा था. पर तुम्हारा लंड भी तो घोड़े के लंड जैसा है. रगड़ो लेकिन प्रेम से, यह जोश तो बाद में दिखाना जब मेरी चूत झड़ने वाली हो।”

मम्मी और सरताज अंकल की सैक्सी बातें सुनकर बंटू के कान तपने लगे तो मॅाम लाइव सेक्स शो देखते हुए उसका पूरा शरीर गर्म हो गया।

बंटू की मुट्ठ मारने की बहुत इच्छा होने लगी.
लेकिन उसे यह तो पता था ही कि एक बार स्खलन होने के बाद कैसे अच्छे भले मूड की मां चुद जाती है.
इसलिए उसने केवल लंड सहलाना और दबाना जारी रखा।

सरताज ने मम्मी के कहे अनुसार धीरे-धीरे लेकिन दम लगा के चोदना आरंभ किया।
मम्मी के मुंह से लगातार सिसकारियां निकल रही थीं.
इससे पता चल रहा था कि वे अपनी चूत में घुसे सरताज अंकल के लंड के रगड़ों के पूरे मज़े ले रही थी।

बंटू को सरताज का 7 इंच लंबा और मोटा लंड देख के घनघोर आश्चर्य हो रहा था.
उसे उम्मीद नहीं थी कि आम मर्दों के भी ऐसे लंड हो सकते हैं।

उसको तो लगता था कि पोर्न फिल्मों में दिखाए जाने वाले लौड़े किसी कैमरा ट्रिक के कारण इतने बड़े दिखाई देते हैं।

उसकी इच्छा हुई कि काश मेरा लंड भी सरताज अंकल के जैसा हो जाये।
जिस तरह से सरताज अंकल का लंड मम्मी की चूत में जा रहा था और मम्मी की चूत के रस में सना हुआ बाहर आ रहा था, उसे देख कर बंटू को स्टीम इंजन के पिस्टन की याद आ गई।
मम्मी की चूत में जाता आता लंड बहुत चिकना, चमकदार और आकर्षक लग रहा था।

उसके मन में एक विचार आया कि यदि गांड फटने का डर नहीं होता तो वह सरताज अंकल का लंड अपनी गांड में लेकर देखता।

फिर उसको अपने इस विचार पर हंसी आ गई और वह सोचने लगा कि जब मेरी, ऐसे लंड को देख कर उसे अपनी गांड में लेने की इच्छा होने लगी तो कोई भी कामुक औरत, यदि उसे अवसर मिले तो ऐसे लंड से चुदवाना क्यों नहीं चाहेगी?

उसे जिज्ञासा तो इस बात की थी कि आखिर सरताज अंकल ने मम्मी को पटाया किस तरह?
मम्मी तो सिमरन आंटी की अच्छी सहेली है, जब उन्हें पता चलेगा तो उनको कैसा लगेगा?

फिर बंटू ने मम्मी के बेड की ओर ध्यान दिया जहां सरताज अंकल मम्मी की मस्त चुदाई कर रहे थे.
उसका मोबाइल लगातार रिकॉर्डिंग कर रहा था।

मम्मी कह रही थी- हां ऐसे ही धीरे धीरे चोदो मेरे सरताज! नहीं तो मेरी चूत में चीरे पड़ जायेंगे!
अंकल ने कहा- ठीक है परजाई, जैसा तू कहेगी, वैसे ही तुझे चोदूंगा। तू कहेगी तो हौले हौले और तू कहेगी तो कस के!

बंटू ने फिर सोचा कि कहीं ऐसा ना हो कि सिमरन आंटी और सरताज अंकल के बीच मम्मी को लेकर झगड़ा हो जाए।

यदि ऐसा हुआ तो सिमरन आंटी के मम्मी से तो निश्चित रूप से संबंध खराब हो ही जाएंगे फिर मैं जो सिमरन आंटी को चोदने के ख्वाब देख रहा हूं, उसका क्या होगा? क्या बाद में वह मुझे हाथ भी लगाने देगी?

बंटू को यह बात भी अजीब लग रही थी कि उसकी आंखें दृश्य तो एक ही देख रही थीं पर उस पर प्रभाव दो तरह से हो रहा था।
सरताज अंकल के लंड से उसकी मां चुदने के कारण ‘बंटू का दिमाग भन्ना रहा था लेकिन उसका लंड तन्ना रहा था।’

उसने एक नज़र बिस्तर पर सोई हुई पम्मी को देखा कि कहीं उसकी नींद तो नहीं खुली और कहीं उसने मेरी वीडियो रिकॉर्डिंग करते और लंड को सहलाने की हरकतें देख तो नहीं लीं?

पम्मी को बेसुध सोई देख वह निश्चिंत हो गया।

मॅाम लाइव सेक्स शो देखकर वासना बंटू के दिमाग पर पुनः सवार हो चुकी थी.

बंटू के मन में एक विचार तो ऐसा आया कि अब मां की चुदाई देख कर गांड जलाने की बजाए पम्मी की सील पैक चूत को चोद के चुदाई के असली मज़े लिए जायें।
लेकिन किसी की चुदाई चोरी छुपे अपनी आंखों के सामने देखने से ज्यादा उत्तेजक कुछ नहीं होता।

उसने सोचा पम्मी कहां भागी जा रही है … उसे तो कुदरत ने भेजा ही मेरे लिए है. मेरे लंड पे उसका और उसकी चूत पर मेरा नाम लिखा हुआ ही है, उसे तो कभी भी चोद डालूंगा। अभी तो नंगी मम्मी की बेशर्मी का नजारा देख लूं कि जिसे मैं शरीफ, भोली भाली और पतिव्रता औरत समझ रहा था, उसके शरीर में कितनी वासना, चुदने की कितनी लालसा भरी हुई है! किस तरह वह एक पराए मर्द के लंबे, मोटे लंड के मजे ले रही है!

उसकी मम्मी की सिसकारियां और सरताज अंकल की सांसें तेज़ होने लगीं।

मम्मी बोली- जेठ जी, अब अपने मूसल लंड से कस के रगड़ दो मेरी चूत को! मैं झड़ने की कगार पर हूं, लगाओ दमदार धक्के और मेरी प्यासी आत्मा को तृप्त कर दो मेरे राजा!

सरताज के धक्कों में तेज़ी आ गई और उत्तेजना में उसके मुंह से गालियां निकलने लगी- ले मादरचोद, गर्म कुतिया, ले मेरा लन्ड … तू भी क्या याद करेगी साली चुदक्कड़ कि तेरे जेठ ने कैसे तेरी चूत के चीथड़े उड़ाए थे।

बंटू की मम्मी भी अति उत्तेजना में सरताज की गालियों का जवाब गालियों से दे रही थी- हां … कस के चोद मुझे कमीने … फाड़ दे मेरी चूत को … कुत्ते की तरह चोद … अपनी इस .गर्म कुतिया को!

ऐसी उत्तेजक और भीषण चुदाई देखकर बंटू की उत्तेजना भी काबू से बाहर हो रही थी।
उसके लंड में अजीब सी सनसनी होने लगी, बंटू भी बेताबी में अपने लौड़े को बांये हाथ से जल्दी-जल्दी फेंटने लगा।

तभी मम्मी की आवाज आई- मैं ग..ई रा..जा … मैं ग..ई … आ..ह … आ..ह!
और जब सरताज अंकल ने तेज आवाज के साथ ‘ओह्ह … ओह्ह …’ करते हुए मम्मी की चूत की गहराइयों में अपना लावा उगला, बंटू के लंड से भी उसके वीर्य की पिचकारी छुट गई; जगह-जगह उसके वीर्य की बूंदें बिखर गईं।

अंजू, सरताज और बंटू तीनों के शरीर में स्खलन पश्चात कंपन हो रहा था।
दोनों कमरों में वीर्य की नशीली गंध फैल गई थी।

सरताज अपने छः फुटे कसरती शरीर का वजन डाले, अंजू पर पड़ा लंबी लंबी सांसें लेकर एक खूबसूरत पड़ोसन की नई चूत को पहली बार चोदने के आनन्द को अनुभव कर रहा था।
बंटू को भी अपनी सांसें सामान्य करने में कुछ समय लगा।

उधर अंजू ने कुछ देर तो सरताज के वजन को झेला, उसके बाद उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
उसने फिर करवट लेकर सरताज को अपने बाजू में किया और फिर से उससे लिपट कर बोली- मेरे राजा, मेरे सरताज … आज पहली बार मुझे चुदाई में दो दो बार जबरदस्त ऑर्गेज्म मिला है। वाकई में सिमरन दीदी सही कहती थी कि तेरा जेठ बहुत बड़ा चोदू है। चुदाई क्या करता है, मेरी हड्डियां चटका देता है।

बंटू यह सुनकर हैरत में पड़ गया कि क्या दो औरतों के बीच इतनी अश्लील बातें भी होती हैं?

इधर जब बंटू का लौड़ा नर्म पड़ के लटक गया और उसकी सांसें सामान्य हुईं तो उसने सोचा कि आज तो पहली बार अपनी मम्मी को एक पराये मर्द से चुदवाते देख कर मुट्ठ मारी है.
उसके मन को थोड़ा अजीब सा लगा लेकिन दिमाग में चढ़ी वासना के कारण बहुत आनन्द भी मिला।

उसके बाद उसका ध्यान अभी तक भी नीचे बेसुध सोई हुई पम्मी पर गया.
वह दुविधा में था कि पम्मी को अभी उतर के सुबह सुबह ही चोद डाले या फिर रात होने का इंतजार करे।

लेकिन उसके दिमाग में सरताज अंकल से चुदवाती और आनन्द प्राप्त करती हुई मां की छवि निकल नहीं रही थी.
फिर कच्ची उम्र में वासना को फिर से सिर उठाने में कितनी देर लगती है!

उसकी नीयत पम्मी पर खराब होने लगी.
उसने निर्णय किया कि पम्मी को नींद में ही इतना गर्म कर दिया जाए कि वह चुदवाने के लिए राजी खुशी तैयार हो जाए।

यह सोचकर वह नीचे उतरा और पम्मी के पास जाकर लेट गया।

मेरे सनसनी प्रेमी पाठको, मुझे उम्मीद है आप लोगों के शरीर में भी सनसनी हो रही होगी और आप लोग निश्चित रूप से यह जानना चाह रहे होंगे कि बंटू ने पम्मी के साथ आगे क्या किया?

इसके लिए आपके इंतजार करना पड़ेगा कल तक … जब इस कहानी का नया भाग आएगा।

मॅाम लाइव सेक्स शो कहानी पर अपनी प्रतिक्रिया से अवश्य अवगत करायें।
मेरी आईडी है
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मॅाम लाइव सेक्स शो कहानी का अगला भाग:

और भी मजेदार किस्से: