दोस्त को दी सेक्स की दावत- 1

(Two Lovers Sex Kahani)

लवर्स सेक्स कहानी में एक लड़का लड़की प्यार करते थे पर पढ़ाई के कारण दोनों शादी नहीं कर पाए. लड़की का रिश्ता उनके ही एक अन्य दोस्त से हो गया. तो लड़की ने अपने प्रेम की मंजिल पाने के लिए क्या किया?

दोस्तो, आज की कहानी तीन दोस्तों के आस पास घूमती है.

समीर, राजेश और नीता तीनों बचपन के दोस्त थे और बचपन से ही एक ही स्कूल में एक ही क्लास में पढ़ते पढ़ते आज कॉलेज में आ गए.

समीर और राजेश दोनों आई आई टी के फाइनल इयर में थे और नीता फेशन डिजाइनिंग के फ़ाइनल इयर में.
तीनों की गाढ़ी दोस्ती थी; तीनों का आपस में कोई छुपाव नहीं था; हंसी मजाक हर सीमा तक होता था.

पर बात केवल दोस्ती तक ही थी.

तीनों के परिवार भी आपस में मित्र और धनी थे.

धीरे धीरे बात अब इन सबकी शादी की भी होने लगी.

यह लवर्स सेक्स कहानी नीता और राजेश के प्रेम की है.

नीता और राजेश एक दूसरे को पसंद भी करते थे.
पर बस यही एक बात थी जो सबको मालूम न होकर केवल नीता और राजेश को मालूम थी.

समीर को इसका अंदाजा भी नहीं था.
और होता भी कैसे … तीनों इतना घुलमिल कर रहते कि तीनों तीन जिस्म पर एक जान थे.

अब यह नजदीकी कब प्यार में बदल गयी, नीता और राजेश को पता ही नहीं चला.

आई आई टी का कैम्पस प्लेसमेंट का समय था.

इधर नीता का कोर्स पूरा हो चुका था.
नीता बला की सुंदर और चुलबुली थी.
उसके लिए शादी के रिश्ते धड़ाधड़ आ रहे थे.

नीता अभी शादी के लिए मना कर रही थी.
वह मास्टर्स करके जॉब करना चाहती थी.

पर नीता के माता पिता ने साफ़ कह दिया- शादी कर लो, फिर जैसा तुम्हारे ससुराल वाले चाहें वैसा कर लेना.

असल में नीता की दादी बहुत बीमार रहती थीं और वह अपनी पोती की शादी अपने सामने करवाना चाहती थीं.
घर में उनकी बात कोई टाल नहीं सकता था.

नीता की मां को समीर और राजेश दोनों ही बहुत पसंद थे.
घराना भी अच्छा था.

पर शादी तो एक से ही हो सकती थी.

नीता से पूछा गया तो वह कुछ नहीं बोल पायी, बस इतना ही बोली- जैसा आप लोग ठीक समझें.

नीता की मां ने नीता को कुरेदा तो उसने कहा कि उसे राजेश अच्छा लगता है.
राजेश बहुत मेहनती था और ऊँचे सपने देखता था.

उसने अपने घर वालों से इस विषय में साफ़ कह दिया कि शादी से उसका ध्यान अपने करियर से हट जाएगा.
उसे नीता पसंद है पर शादी के लिए नीता को अभी कम से कम चार साल रुकना होगा.

इसी कशमकश में डेढ़ साल निकल गया.

राजेश और समीर दोनों का ही प्लेसमेंट बड़ी कम्पनियों में हो गया.
नीता भी मास्टर्स करने लगी.

नीता की दादी ने साफ़ कह दिया- अब छह महीने बाद उसका मास्टर्स पूरा होते ही नीता की शादी जिससे चाहे कर दो.

तब नीता ने राजेश को बहुत समझाया.
राजेश ने उसके सर पर हाथ रख कर कसम खायी कि वह सिर्फ और सिर्फ उसी से शादी करेगा और किसी से नहीं. पर अभी उसे एमबीए करना है तो कम से कम तीन साल तो अभी रुकना ही होगा.

अचानक नीता की दादी की तबियत ज्यादा खराब हो गयी तो कोई और विकल्प न देखकर घरवालों ने नीता की शादी समीर से तय करवा दी.

बुझे मन से राजेश ने इसके लिए मंजूरी दे दी.

शादी की तैयारियों में तीनों का तालमेल और अपनापन देख कर कोई नहीं कह सकता था कि नीता और राजेश किस हद तक अंदर से टूटे हुए हैं.

नीता शादी से कुछ दिन पहले राजेश के साथ कुछ शौपिंग के लिए दिल्ली गयी.
परिवार का विश्वास था, दोनों अकेले ही गए.

दिल्ली पहुँच कर नीता बोली- मेरे सर में बहुत दर्द है, मैं कुछ देर आराम करना चाहती हूँ.

दिल्ली में राजेश का अपना फ्लैट था जो बंद ही रहता.

राजेश ने नीता से पूछा- एक बार फ्लैट पर भी चक्कर मार लें, काफी दोनों से गए नहीं हैं. तुम वहीं थोड़ी देर आराम भी कर लेना.

नीता तो कई बार उसके साथ फ्लैट पर पहले भी जा चुकी थी तो उसने सहज स्वभाव हाँ कह दी.

फ्लैट पूरा फर्निश्ड था.

नीता बेड पर लेट गयी और राजेश किचन से कॉफ़ी बना लाया.

कॉफ़ी पीकर नीता काफी सहज हो गयी थी.

अचानक उसे क्या हुआ, वह राजेश से लिपट गयी, रोने लगी- मुझे सिर्फ तुम्हारी बनना है.
टूटा हुआ तो राजेश भी था.

दोनों लिपट गए और एक दूसरे को चूमने लगे.

इतने सालों में पहली बार ऐसा बांध टूटा था दोनों के बीच!
लवर्स सेक्स का उफान थोड़ा थमने पर राजेश ने नीता को समझाया- मेरा जिन्दगी का एक ही सपना था कि किसी बड़ी कम्पनी का बड़ा अधिकारी बनना है. और वो सपना पूरा होने मैं अभी कम से कम चार साल और लगेंगे. समीर बहुत अच्छा है, वह तुम्हारा पूरा ध्यान रखेगा. और हमारी दोस्ती कोई ख़त्म थोड़े ही हो जायेगी.

नीता कुछ सुनने को तैयार नहीं थी.
भावनाओं में बहकर नीता बोली- अच्छा, मुझे एक बार अपना बना लो, फिर जैसा तुम कहोगे मैं करुँगी.

राजेश कुछ समझा नहीं.

नीता ने जबरदस्ती अपने और राजेश के कपड़े उतार दिए.

राजेश के बार बार टोकने पर नीता ने जहर खा लेने की धमकी दी.

अब राजेश मजबूर था.

दो जिस्म एक हो गए; सारी दूरियां मिट गयीं.

नीता उसका वीर्य अपनी चूत में ही लेना चाहती थी.

पर यहाँ राजेश सख्त हुआ और उसने सारा माल बाहर ही निकला और रोते हुए कहा- नीतू, हमने आज अपने दोस्त से ही धोखा किया है.
नीता बोली- कोई धोखा वोखा नहीं है. बस मेरे मन को तसल्ली हुई है. मैं मन से तुम्हें अपना मान चुकी थी, बस वो अरमान पूरा हो गया. इस दोपहर को हम दोनों हमेश हमेशा के लिए भूल जायेंगे.

नीता और समीर की शादी हंसी ख़ुशी से हो गयी.

राजेश एम बी ए करने विदेश चला गया.
उसने नीता से दूरी बना ली थी.

समीर और राजेश लगभग रोज़ ही बात करते.

समय पंख लगा कर उड़ने लगा. नीता और समीर अपनी जिन्दगी में मस्त हो गए.

नीता जैसे चुलबुली और हसीन बीबी पाकर समीर धन्य था.
दोनों जबरदस्त सेक्स के भस्सी थे; अकेले गुरुग्राम में रहते.

समीर खासा कमाता था तो उसने नीता को फुल टाइम जॉब तो नहीं करने दी.
पर नीता किसी डिज़ाइनर के लिए पार्ट टाइम काम करती थी.

वह भी बहुत टेलेंटेड थी तो खासा पैसा कमा लेती थी.

समीर ऑफिस से आकर सीधा नीता के पल्लू में आ जाता.
दोनों देर रात तक बाहर घूमते, पब में जाते, डांस पार्टी एन्जॉय करते.

अब नीता समीर के साथ पीने भी लगी थी.
नीता पहले भी फुलझड़ी थी, अब तो कोई रोकने टोकने वाला नहीं था.
वह कुछ भी चाहे पहनती.

नीता चुदते समय शोर बहुत करती थी, बेड पर समीर को पूरा मजा देती.
समीर को लगता की शायद उसकी आवाज बाहर भी जाती होंगी.

नीता को अपने को संवारने का बहुत शौक था.
ब्यूटी पार्लर वो अक्सर जाती.
पूरी काया उसकी चमकती रहती.

गुलाबी मखमली जिस्म की मालकिन थी वो!
मजाल है जो जिस्म पर कहीं भी एक बाल दिख जाए.
हर जगह चिकनी और चमकती रहती.

समीर और नीता ने बच्चों की प्लानिंग अगले तीन साल के लिए टाल रखी थी.
नीता ने कॉपर टी लगवा ली थी.

जिम जाने से उसकी बॉडी पूरी टोंड रहती और फिर रेगुलर सेक्स भी तो उसकी एक्सरसाइज का हिस्सा था.

सेक्स में उसका दिमाग इतना चलता कि कई बार तो समीर भी सोचता कि क्या वह खाली वक़्त में सेक्स पर ही रिसर्च करती रहती है.
कामसूत्र में कितने सेक्स पोज़ दिए हैं, उससे ज्यादा तो वह ट्राई कर चुकी थी.

समीर और नीता की सेक्स लाइफ औरों से हट कर थी.

उनका फ्लैट 15वीं मंजिल पर था तो दूर तक कोई उन्हें झाँकने वाला नहीं था.
वे अक्सर फ्लैट के बाहर बालकोनी में अँधेरे में खुले आसमान के नीचे पेग लगाते हुए सेक्स करते.

लॉन्ग ड्राइव में नीता अपने कपड़े उतार देती और केवल एक शॉल सा कुछ डाल लेती.
समीर उसे टोकता भी … पर वह बहुत बेबाक थी, पूछती की बताओ कहाँ लिखा है कि को-पैसेंजर चलती गाड़ी में बिना कपड़ों के नहीं रह सकता.

हाइवे पर चलती गाड़ी में सेक्स का रिस्की तजुर्बा उन्होंने कई बार किया.

समीर को नीता से अपना लंड चुसवाने में बहुत मजा आता था और नीता इतनी तन्मयता से चूसती कि समीर को कई बार लगता कि वह तो उसके मुंह में ही खलास हो जाएगा.
उसने नीता के मम्मे चूस चूस कर खूब बड़े कर दिए थे.

नीता का सबसे पसंदीदा आसन था समीर के ऊपर चढ़ कर खूब आवाजें निकलते हुए उसकी चुदाई की घुड़सवारी करना या फिर जब समीर उसकी टांगें चौड़ा कर बेरहमी से अपना लंड पेलता और पूरी स्पीड बनाता तब नीता की आहें और वासनामयी कराहें पूरे फ्लैट में गूंजती.

कभी कभार नीता या समीर के पेरेंट्स उनके फ्लैट में आकर रुकते तो उन दिनों समीर नीता के हाथ पैर जोड़कर चुदाई से बचता.
उनके जाते ही नीता पूरी कसर निकाल लेती.

नीता की बात राजेश से कभी कभार हो पातीं. नीता को उससे आज भी बहुत प्यार था.
उसका दिल धक से रह गया उस दिन जब राजेश की मम्मी ने उसे फोन पर बताया कि राजेश तो शादी के लिए अब मना ही कर रहा है. वह कहता है उसकी शादी तो हो गयी. इस बात का क्या मतलब है, उन्हें समझ में नहीं आ रहा.

नीता ने एक दिन समीर के ऑफिस जाने के बाद राजेश से फोन पर बहुत देर बात करीं.
उसने पूछा उससे- तुम्हारी किससे शादी हुई?
तो राजेश टाल गया.

पर दवाब देने के बाद बोला- मेरी जिन्दगी में तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता. और तुम मेरी समीर से पहले ही हो चुकी हो. अब मेरी तुम्हारी शादी तो हो नहीं सकती. तो मैं दूसरी शादी कैसे कर सकता हूँ.

नीता बहुत रोई, बहुत समझाया राजेश को … पर वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था.

इसी तरह दो साल निकल गए.

राजेश वापिस आ रहा था.
उसके सपने पूरे होने शुरू हो गए थे.

एक अमेरिकन कम्पनी उसे कंट्री हेड बनाकर दिल्ली भेज रही थी.
अच्छी खासी तनख्वाह थी.

इससे समीर और नीता बहुत खुश थे.

समीर ने राजेश से बात कर ली थीं और उसे मना लिया था कि वह दो-चार दिन उनके पास रुकेगा फिर ज्वाइन करेगा.

राजेश जब वापिस आया तो तीन-चार दिन घर रुका.

वहां एक बात की ही चर्चा रही कि अब तो शादी कर लो.
उसके लिए रिश्तों की बाढ़ थी.

पर राजेश ने ‘अभी नहीं’ कह कर टाल दिया.

चूंकि राजेश की माँ को मालूम था कि राजेश अभी तीन चार दिन समीर-नीता के पास रुकेगा तो उन्होंने नीता को सारी बात फोन पर बताई और कहा कि कैसे भी राजेश को शादी के लिए राजी करे.

इधर नीता ने समीर को मना लिया कि अब उन्हें बच्चे की तैयारी करनी चाहिए.
तो नीता डॉक्टर से कॉपर टी हटवा आई.

राजेश अगले दिन गुरुग्राम पहुंचा.

समीर नीता उसका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.

इससे पहले की समीर राजेश को गले लगाता, नीता दौड़ के गयी और राजेश की गले लग कर रोने लगी.
पीछे से समीर ने आकर दोनों के गले में बाहें डाल दीं.
आखिर तीन जिगरी तीन साल बाद मिल रहे थे.

तीनों की ही आँखें नम थीं.

नीता राजेश का हाथ छोड़ ही नहीं रही थी.
वह घसीटते हुए राजेश को फ्लैट के अंदर ले गयी और वहां जाकर फिर लिपट गयी.
उनका यह प्यार दिली था, वासना की कहीं जगह नहीं थी.

इधर उधर की कहानी किस्सों में कब शाम हो गयी पता ही नहीं चला.

समीर, नीता ने रात बाहर रंगीन करने का प्लान बना रखा था.
रात को नीता का ये उन्मुक्त रूप राजेश ने कभी सोचा नहीं था.
वह तो ये सब विदेश में देखता ही आया था, पर समीर नीता ऐसे मिलेंगे, उसे कल्पना भी नहीं थी.

फिर उसने सोचा कि चलो अच्छा है नीता खुश तो है.

नीता डांस करते करते कभी समीर से कभी उससे ऐसे चिपट रही थी मानो बरसों बिछड़े आशिक हों.
नीता ने कितनी ही बार उसे चूमा.

अब राजेश की दबी भावनाएं भी मचल उठीं.
उसने भी नीता को खूब चिपटाया अपने से.
नीता के मांसल मम्मे उसकी छाती पर गड रहे थे.

राजेश का हाथ जब नीता की कमर पर लगा तो बेकलेस ड्रेस में उसके हाथ नीता की चिकनी पीठ पर फिसलते नीचे तक आ गए.
इस अहसास ने उसकी पकड़ नीता पर और बढ़ा दी.

नीता ने अँधेरे का फायदा उठाते हुए राजेश के होंठों से अपने होंठ मिला दिए.

रात को फ्लैट वापिस आते आते 2 बज गए थे.
राजेश तो थका था.

समीर ने यह सुझाव रखा कि आज मैं और राजेश साथ साथ सोयेंगे, कुछ गप्प मारेंगे. नीता अलग कमरे में सो जायेगी.

नीता ने समीर को आँख दिखायी.
राजेश ने थकान का बहाना बना कर मना कर दिया कि वह आज रात अच्छे से सोना चाहता है.
और अपने रूम में चला गया और बेड पर लेट गया.

उसकी आँखों में नीता और समीर का उन्मुक्त रूप घूम रहा था. न चाहते हुए भी राजेश का हाथ अपने लंड को मसलने लगा.

उधर समीर और नीता अपने रूम में पहुंचे.
नीता बहुत मूड में थी.

राजेश से चिपटा चिपटी कर वह गर्म तो हो ही चुकी थी.
कमरे में पहुंचकर वह समीर के गले लटक गयी और चूमते हुए बोली- जल्दी से बेड पर आ जाओ, मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा.

समीर ने उसे प्यार से चिपटाते हुए कहा- डार्लिंग, आज घर में राजेश है. तो ज़रा ध्यान करके शोर मचाना. वह वैसे ही कुंवारा है. कभी आवाज सुनकर बीच में आ गया तो आज थ्रीसम हो जाएगा.
नीता चिहुंकी, बोली- होता है तो होने दो थ्रीसम. मैं तो आज जम कर चुदूंगी. मेरी पोंपों तो मचल रही है.

कहते-कहते नीता ने अपने कपड़े तो उतार फेंके और नंगी ही बेड में घुस गयी.

समीर भी वाशरूम से फ्रेश होकर आया.
बेड में घुसते ही नीता चिल्लाई- यहाँ क्या सत्यनारायण की कथा कहने आये हो जो कपड़े पहन रखे हैं?

और नीता ने जबरदस्ती समीर का बरमुडा उतार फेंका और उसका लंड लगी चूसने.

नीता का बदन महक रहा था. उसे चुदाई का माहोल बनाने में मिनट लगते हैं.

समीर को जल्दी ही लगने लगा कि नीता से अपने को छुड़ाना इस समय बहुत जरूरी है.
वह पलटा और नीता की चूत में अपनी जुबान घुसा दी.

नीता ने डियो लगा रखा था और चूत तो हमेशा मखमली रहती ही है.
अब दोनों 69 होकर एक दूसरे को चूस रहे थे.

समीर ने नीता की चूत की फांकों को खोल दिया था और उसकी जीभ के साथ दो उंगलियाँ भी उसकी फांकों के अंदर घुसी हुई थीं.

अपनी आदत से मजबूर नीता अब जोर जोर से सिसकारने लगी थी.
समीर ने अपनी थूक से सनी उंगली जब नीता की गांड में करनी चाही तो नीता जोर से चिल्लाई- वहां नहीं!

समीर ने खुशामद की- आज मन कर रहा है!
तो नीता बोली- इसीलिए राजेश के साथ सोना चाह रहे थे? तुम दोनों तो रात को एक दूसरे की गांड मारते.

समीर ने नीता को धीमे से बोलने का इशारा किया.
थक तो समीर भी गया था.

उसने नीता को घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में घुस गया और आगे हाथ बढ़ा कर उसके मम्मे मसलने लगा.
उसकी पेलमपेल बढ़ती जा रही थी.
साथ ही बढ़ रहा था नीता का शोर!

अब उसकी आहें और आवाज़ निस्संदेह राजेश के कानों में जा रही होगी.

नीता ने भी काम निबटाने के मूड से समीर को नीचे लिटाया और चढ़ गयी उसके ऊपर और लगी उछलने!
अब उसके हाथों में मम्मे थे और वह पूरे दमखम से उछलते उछलते समीर को उकसा रही थी.

जल्दी ही एक झटके में नीता का हो गया.
पर उसके ऊपर होने से समीर का वीर्य बाहर निकल कर समीर के ऊपर ही फ़ैल गया.

नीता उठी और वहीं बगल में लुढ़क गयी.

थोड़ी देर में समीर उठा, वाशरूम से फ्रेश होकर आया और अपने कपड़े पहन कर नीता को कह कर राजेश के कमरे में चला गया.

समीर को देख राजेश मुस्कुराया, बोला- नीता बिल्कुल नहीं बदली. आज भी खूब शोर मचाती है. पहले क्लास में मचाती थी, आज बेड पर मचाती है. समीर ने हँसते हुए सिगरेट जलाई और राजेश को भी दी.
थोड़ी देर गप्पें लगा कर दोनों सो गए.

दोस्तो, मेरी यह लवर्स सेक्स कहानी अगले भाग में जारी रहेगी.
अभी तक की कहानी पर अपने विचार मुझे बताएं.
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लवर्स सेक्स कहानी का अगला भाग: दोस्त को दी सेक्स की दावत- 2

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