मुझे भा गया माली काका का लण्ड

(Kuwari Ladki Bani Chalu Maal)

मैं कुवारी लड़की से बन गई चालू माल अपनी माँ की चुदाई देख देख कर … मेरी मॅाम बहुत सेक्सी हैं. एक दिन मैंने उन्हें दो मर्दों से चूत चुदाई करवाती देखा तो मुझे लगा कि मुझे भी मजे करने चाहियें.

भोपाल में हमारा बहुत बड़ा बंगला है।
हमारे पापा का बहुत बड़ा व्यापार है जो देश के चारों तरफ फैला हुआ है।
पापा हमारे इसी वजह से देश विदेश घूमते रहते हैं।
वे घर में बहुत कम रहते हैं।

घर में तो बस मैं रहती हूँ और मेरी मम्मी हैं।

मेरी मम्मी का नाम है रेणुका और मेरा नाम है नमिता।
मैं 21 साल की हूँ और मम्मी 42 साल की हैं।

मम्मी मेरी एकदम मस्त जवान महिला हैं।
42 की होने के बावजूद भी वे 30 साल से ज्यादा की नहीं लगतीं।
उनके बड़े बड़े दूध अभी भी तने हुए हैं, ढीले तो बिल्कुल नहीं हुए!

बड़ी हंसमुख स्वभाव की हैं मेरी मम्मी।
वे सबसे हंस कर बातें करती हैं और सबका मन मोह लेती हैं।

मेरी मम्मी को सेक्स बहुत ज्यादा पसंद है.
यह बात मुझे तब मालूम हुई जब मैं एक कुवारी लड़की थी और मैंने उसे दो मर्दों से एक साथ चुदवाते हुए देखा था।

मैं उस समय 18 साल की थी और शरीर से पूरी तरह जवान हो चुकी थी।

उन दोनों के लण्ड देख कर मैं आश्चर्य चकित हो गयी थी।
मुझे उस दिन पहली बार मालूम हुआ कि लण्ड इतने बड़े बड़े होते हैं।

मेरी चूत गीली हो गयी थी और मैं उसे सहलाती हुई मम्मी की पूरी चुदाई देख रही थी।
वे बोल रही थी- हाय मेरे राजा … खूब हचक हचक के चोदो मुझे! फाड़ डालो मेरी चूत! मैं बहुत बड़ी रंडी हूँ, 8 लण्ड पेलवा चुकी हूँ मैं अपनी चूत में अब तक! तुम लोगों के मिलाकर 10 लण्ड हो गए मेरे! जितने लण्ड चूत में घुसे हैं उतने ही लण्ड मेरी गांड में भी घुसे हैं।

वे सिसकारियां ले ले अपने सारे राज़ उगल रही थीं।

यह सुनकर मैं सच में पागल हो गयी और मन ही मन मम्मी से बेशर्म भी हो गई।
मैंने मन में सोचा कि जब मेरी मम्मी बुर चोदी दस दस लण्ड ले चुकी है तो मैं क्यों नहीं ले सकती लण्ड?
मैं भी लूँगी लण्ड और मम्मी के सामने ही लूंगी।
मम्मी की तरह ही चुदवाऊंगी भी।
देखती हूँ मेरा कोई क्या उखाड़ लेगा!

उस दिन मुझे मालूम हुआ कि मेरी मम्मी पराये मर्दों के लण्ड की जबरदस्त शौकीन हैं.
मैं समझ गई कि मेरी मम्मी भोसड़ी वाली एकदम रंडी हो चुकी है।
इसे तो होश ही नहीं रहता कि कितने लोग इसे चोद रहे हैं और कितने लोग इसकी गांड मार रहे हैं।

उसके लिए मेरे मुँह से गालियां निकलने लगीं. बड़ी हरामजादी, कुत्ती, कमीनी है मेरी मम्मी। बड़ी बेशरम, छिनार और चुदक्कड़ है मेरी मम्मी। मम्मी की माँ की चूत, मम्मी की बहन का भोसड़ा!

फिर मैंने ठान लिया कि अब न तो मैं किसी से डरूँगी और शर्माऊँगी। मैं भी खुल्लम खुल्ला लण्ड का मज़ा लूंगी, सबके सामने चुदवाऊंगी।

उसके बाद मैंने अपने बॉयफ्रेंड्स बनाना शुरू कर दिया, अपनी पसंद के लड़कों को कार में बैठा कर घुमाने लगी।

फिर एक दिन, तब तक मैं कुवारी लड़की ही थी, मैंने कार में ही एक लड़के का लण्ड पकड़ लिया, उसे चूमा, चाटा और बड़े प्यार से चूसा।
उसके लण्ड की मुठ भी मारी और उसका सारा माल चट कर गयी।
दो दिन बाद कर में ही मैंने उससे चुदवा भी लिया।

इस तरह से मैंने 3 लड़कों को फांसा और उनसे खूब मस्ती से चुदवाया।

ऐसा करते करते मैं 21 साल की हो गयी और थोड़ा गदरा भी गई।

मेरे घर में एक आदमी माली का काम करता था।
उसका नाम ननकू था और वह गाँव का रहने वाला था।

उसकी उम्र लगभग 45 साल की थी; देखने में बड़ा स्मार्ट, गोरा और हैंडसम था।
उसको घर के पीछे एक कमरा दे रखा था पापा जी ने!
वह अपना सारा सामान वहीं रखता था।

मैं उसे माली काका कहती थी।
माली काका बोलते बहुत बढ़िया थे, काम भी खूब करते थे और माली के काम के अलावा भी बहुत कुछ कर दिया करते थे।

हम सब लोग उसके काम से और उसके व्यव्हार से बहुत खुश थे।

एक दिन मैं अचानक उसके कमरे में पहुँच गयी।
मैंने खिड़की से देखा कि माली काका एकदम नंगे लेटे हुए हैं।

मैं उसे नंगा देख कर हैरान हो गयी और खुश भी हुई क्योंकि मुझे नंगे मर्द बड़े अच्छे लगते हैं। मैं बड़ी देर तक उसे नंगा देखती रही।

मैंने देखा कि उसका लण्ड पूरा तन कर खड़ा हुआ है।
लण्ड देख कर मैं दंग रह गयी।
मेरी चूत बहनचोद गीली हो गयी।
लण्ड सच में बड़ा मोटा भी था और लंबा भी! लण्ड की झांटें पूरी तरह साफ़ थीं इसलिए बड़ा हैंडसम लग रहा था।

मेरे मन में आया कि अगर ये लौड़ा मेरे हाथ में आ जाए तो मज़ा आ जाये।
फिर मैंने अपना मोबाइल निकाला और उसे खिड़की पर ही सेट कर दिया।
मैं उसका वीडियो बनाने लगी।

माली काका खुद ही लण्ड पकड़ कर हिलाने लगे तो लण्ड और गुर्राने लगा।
उसका टोपा फूलने लगा और मुझे मज़ा आने लगा।

फिर काका ने लण्ड मुट्ठी में लिया और उसे आगे पीछे ऊपर नीचे करने लगे।
शायद उसका इरादा लण्ड का सड़का मारना था।
वह कुछ बुदबुदाने भी लगा।

उधर मुट्ठ मारने की स्पीड बढ़ने लगी इधर मेरा हाथ चूत पर चला गया।
बड़ा मनमोहक और रोमांटिक दृश्य था वह!

वह अपनी गांड उचका उचका कर बड़ी जल्दी जल्दी मुट्ठ मारने लगा।
मैं बिना पलक झपकाए उसे देखती रही।

उसके लण्ड से मेरी नज़र हट ही नहीं रही थी।
लण्ड मुझे एक ही नज़र में भा गया।
लण्ड का टोपा तो बिल्कुल तोप के गोला जैसा था।

जब वह झड़ा तो लण्ड से निकली हुई पिचकारी बड़ी दूर तक गयी।
मैं उसका गाढ़ा गाढ़ा वीर्य देख कर ललचा गई।

मुझे लण्ड पीने की आदत थी; मैं उसका लण्ड पीना चाहती थी।

फिर मैं वहां से चली आई और ठान लिया कि मैं जल्दी ही माली काका का लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी।
मेरा तो दिल उसके लण्ड पर आ गया था।

मैंने वह वीडियो अपनी सहेलियों के पास भेज दिया।

अगले दिन जब मैं कॉलेज गयी तो सबने मुझे घेर लिया।
सब एक साथ बोली- यार क्या मस्त लौड़ा है यार नमिता … मज़ा आ गया।
मैंने कहा- वो मेरा माली काका का लण्ड है।

एक सहेली बोली- तुमने लण्ड मुंह में लिया या नहीं? चूत में पेलवाया या नहीं?
मैंने कहा- नहीं यार, कुछ नहीं किया।

दूसरी बोली- भला ऐसा मस्त लौड़ा कोई कैसे छोड़ देगी?

तीसरी ने कहा- यार, मैंने रात में तेरा वीडियो नंगी नंगी कई बार देखा।
चौथी ने कहा- मैंने उसे अपनी मौसी को दिखा दिया तो उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

मैं सबकी बातें सुनकर मज़ा ले रही थी.

अगले दिन मैं ठीक उसी समय माली काका के कमरे पर फिर पहुँच गयी।
मेरा शक सही निकला।
वह सच में उसी तरह नंगा नंगा लेटा हुआ अपना लण्ड हिला रहा था।

अब मैं तो बिल्कुल काबू के बाहर हो गयी, मेरे मुंह से लार टपकने लगी, मेरे दिल की धड़कने बढ़ने लगीं।

मैं एकदम नंगी नंगी लण्ड पकड़ कर चूसना चाहती थी।
मुझे माली काका के आगे नंगी होने में कोई शर्म नहीं थी।

मैं बहुत उत्तेजित हो गयी।
मैंने दरवाजा थोड़ा खोला तो खुल गया।

फिर क्या … मैं बिंदास घुस गई कमरे के अंदर!
वह आँखें बंद किये लण्ड हिलाने में जुटा था।

अब मेरी आँखों के सामने नंगा लण्ड टनटना रहा था तो मुझसे न रहा गया।
मैंने हाथ बढ़ाकर पकड़ लिया लण्ड।

इतने में उसने आँखें खोल दीं और बोला- अरे नमिता बिटिया तुम?

उसका लण्ड थोड़ा ढीला पड़ गया था, वह उठ कर बैठ गया।

मैंने कहा- नहीं, मैं बिटिया नहीं हूँ माली काका। मैं बहनचोद एक मस्त जवान लड़की हूँ। ये जो तेरा लण्ड है न भोसड़ी का, ये तुम्हारे लिए नहीं है बल्कि हमारे लिए है माली काका! लण्ड मर्द का नहीं, औरतों का खिलौना होता है काका! इसे मुझे दे दो।

मैंने जान बूझ कर मुंह से गालियां निकाली और लण्ड हिलाने लगी।
लण्ड साला फिर से तन कर खड़ा हो गया।

मैंने उसे चूम कर कहा- वाह माली काका, तेरा लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है और सख़्त भी! मोटा भी है और लम्बा भी! ऐसा लौड़ा तो बहुत कम होता है।

एमी आगे बोली- अच्छा बताओ क्या कर रहे थे तुम अपने लण्ड के साथ?
वह बोला- नहीं कुछ नहीं बिटिया, मैं बस यूँ ही हिला रहा था।

मैंने कहा- हिला नहीं रहे थे तुम … तुम मुट्ठ मार रहे थे अपने लण्ड की. आज से मैं तेरे लण्ड का मुट्ठ मारूंगी। मुट्ठ मार कर तेरा लण्ड पियूँगी मैं! मुझे लण्ड पीने का बड़ा शौक है। तेरा लण्ड पीने में मुझे बड़ा मज़ा आएगा।

फिर मैंने लण्ड मुंह में भर लिया और चूसने लगी।
लण्ड का टोपा सेक्सी लग रहा था।

मैंने उसके चारों ओर जबान घुमाना शुरू कर दिया तो वह सिसयाने लगा, बोला- अरे नमिता, तुम तो लण्ड चूसने में बड़ी एक्सपर्ट हो।
तो मैंने कहा- अब तुझे मालूम हो गया न भोसड़ी के काका? अब तुम मुझे अपना लण्ड ऐसे ही चुसाया करो। नहीं चुसाओगे तो मैं तेरी गांड मारूंगी।

मैं फिर बिना बोले लण्ड चूसने में जुट गयी.
और इतना चूसा लण्ड कि वह मेरे मुंह में ही झड़ गया।
मैंने फिर उसका गाढ़ा गाढ़ा वीर्य खूब प्रेम से चाटा।

तब मैंने कहा- काका, तेरा लण्ड मादर चोद बड़ा स्वादिष्ट है। मज़ा आ गया मुझे!
वह बोला- नमिता, मैं तो तेरे मुंह में ही झड़ गया, गलती हो गयी मुझसे! रुका न गया यार!
मैंने कहा- अरे माली काका, अफ़सोस करने की जरुरत नहीं है। पहली पहली बार ऐसा ही होता है। आज शाम को 8 बजे मेरे कमरे में आ जाना। आज मम्मी अपनी पार्टी में जायेंगी और पापा तो 3 दिन के लिए बाहर ही चले गए हैं। हम तुम दोनों ही रहेंगे और मौज़ करेंगे। किसी और को पता नहीं चलेगा।

वह शाम को टाइम से आ गया।
मैं तो तैयार बैठी हुई उसका इंतज़ार कर रही थी।

वह धोती पहने हुए था।

मैंने उसकी धोती खोलते हुए कहा- भोसड़ी के … अब मुझसे कैसी शर्म? अब तो तुम बेशक नंगे होकर मेरे आगे आया करो।

धोती खुली तो उसका लौड़ा मेरे सामने आ गया।
मैंने उसकी बनियान भी उतार दी।
वह मादरचोद एकदम नंगा हो गया मेरे आगे!

फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिये।

वह मेरे बूब्स मसलने लगा, बोला- नमिता तुम तो बहुत हसीं हो, खूबसूरत हो, बड़ी मस्त हो, तेरे चूतड़ बड़े बड़े हैं, तेरी गांड बड़ी सेक्सी है और तेरी चूत तो बहुत ज्यादा हॉट है।
मैंने उसका लौड़ा पकड़ कर हिलाया तो एकदम से पूरा खड़ा हो गया और पहले से ज्यादा लंबा मोटा लगने लगा।

उसे मैंने बिस्तर पर चित लिटा दिया और नंगी उसके ऊपर चढ़ बैठी।
अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और कहा- माली काका, लो अब तुम मेरी बुर चाटो मैं तेरा लण्ड चाटूँगी।

फिर मैंने बालों का जूड़ा बनाया और झुक कर बड़ी बेशर्मी और मस्ती से उसका लण्ड चाटने लगी।

हम दोनों 69 बनकर मस्ती करने लगे।

मैंने मन में कहा ‘मेरी बुर चोदी मम्मी, देख अब मैं भी लण्ड का मज़ा ले रही हूँ। तू मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगी क्योंकि तू खुद बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है।’

मैं आधे से अधिक लौड़ा मुंह में घुसेड़े हुए चूसने लगी और वह भी मेरी चूत में जबान घुसा घुसा कर अपनी जबान से ही मेरी बुर चोदने लगा.

मैंने कहा- काका, तुम बहुत अच्छी तरह चूत चाट रहे हो। लगता है कि तुमने चूत खूब चाटी है.
वह बोला- हां नमिता, मैंने कई लड़कियों की चूत चाटी है और कई लड़कियों की माँ की चूत भी चाटी है। जो लड़की मेरा लण्ड एक बार चाट लेती है वह फिर अपनी माँ से, अपनी बहन से, अपनी सहेली, भाभी, सास या ननद से मेरा लण्ड चटवाने आती है। इस तरह मैं सबकी चूत चाट चाट कर उन्हें खूब चोदता हूँ।

उसकी इस बात ने मेरी चूत की आग और भड़का दी।
मैं बहुत उत्तेजित हो गयी और फिर नीचे उतर कर अपनी टाँगें फैला कर लेट गयी, बोली- काका अब पेल दो अपना ये मोटा लण्ड मेरी चूत में और चोदो।

वह तो चाहता ही था।
उसने लण्ड मेरी चूत पर टिकाया और एक धक्का दिया तो बहनचोद पूरा का लण्ड घुस गया अंदर!

मैं चुदी हुई थी ही इसलिए मुझे ज़रा सा भी दर्द नहीं हुआ।
बड़े मजे से मैं भकर भकर चुदवाने लगा।

उसका लण्ड मेरी चूत में चारों तरफ से चिपक चिपक कर आने जाने लगा।
काका तो बड़ा मस्त चोदू निकला।

वह लौड़ा पूरा निकाल निकाल कर और फिर अंदर दूर तक घुसा घुसा कर चोदने लगा।
माली धक्के पे धक्के मारने लगा और मैं हर धक्के का जबाब धक्के से देने लगी।

वह बोला- नमिता, तुम तो बहुत अच्छी तरह चुदवा लेती हो? इतनी मस्ती से आज तक किसी ने भी नहीं चुदवाया मुझसे!
मैंने कहा- हाय काका, भोसड़ी के काका, मादरचोद हरामजादे काका फाड़ डालो मेरी बुर! तेरा लौड़ा बड़ा ताकतवर है बहनचोद! तू तो बहुत बड़ा बेटीचोद है यार!

मेरी गालियां उसका जोश बढ़ाने लगीं और वह दूनी रफ़्तार से चोदने लगा मुझे!

कुछ देर बाद वह मुझे पीछे से चोदने लगा।
पीछे से चोदना उसे भी अच्छा लग रहा था और मुझे भी!

वह मेरी कमर अपने दोनों हाथों से पकड़े हुए था, बार बार मेरी गांड आगे पीछे कर रहा था।

ऐसे में मुझे भी अपनी गांड आगे पीछे करने में बड़ी आसानी हो रही थी और लौड़ा हर बार पूरा अंदर घुस रहा था।
चुदाई का यह तरीका मुझे बड़ा पसंद आया।

कुछ देर में ही मेरी चूत ढीली हो गयी ससुरी … पानी छोड़ दिया मेरी चूत ने!
लेकिन उसका लण्ड साला अभी तक तना हुआ था।

फिर मैंने उसके लण्ड की मुट्ठ मारी, तब वह झड़ा।

मुझे उसका झड़ता लण्ड चाटने में इस बार ज्यादा मज़ा आया।
हम दोनों बाथरूम में नंगे नंगे नहा धोकर फिर बिस्तर पर आ गए।

कुछ देर बाद उसका लण्ड फिर खड़ा होने लगा और मेरी चूत भी कुलबुलाने लगी।

अचानक माली काका बोला- नमिता, एक राज़ की बात बताऊँ तुम्हें?
मैंने कहा- हां काका बिल्कुल बताओ … क्या है राज़ की बात?

वह बोला- राज़ की बात यह है कि मैं तेरी माँ को भी चोदता हूँ नमिता। मैं पिछले दो साल से चोद रहा हूँ तेरी माँ की चूत!

यह सुनकर मेरे बदन में आग लग गयी।
मैंने कहा- सच कह रहे हो या मजाक कर रहे हो काका?

उसने अपना मोबाइल खोला और मुझसे कहा- लो देखो, मैं सच कह रहा हूँ या नहीं?

मैं तो उसका वीडियो देख कर हैरान हो गयी।
वीडियो में मम्मी माली काका का लण्ड एकदम नंगी होकर चूस रही थीं।
काका भी पूरा नंगा था।
कुछ देर में काका ने लण्ड मम्मी की चूत में पेला और चोदने लगा।
मम्मी वैसे ही चुदवा रही थीं जैसा मैंने उसे दो लोगों से चुदवाते हुए देखा था।

मम्मी की काका से चुदाई का वीडियो मैंने अपने मोबाइल में ले लिया।

मेरी चूत साली गीली हो गई; मैं बुरी तरह एक्ससाईटेड हो गयी।

मैं नंगी नंगी चिपक गयी काका के नंगे बदन से!
वह मेरी चूचियाँ मसलने लगा और मैं उसका लण्ड चूसने लगी।

इतने में अचानक मम्मी कमरे में आ गई और बोली- ये क्या हो रहा है नमिता? तुझे शर्म नहीं आती माली के आगे नंगी होने में?
मैंने कहा- मम्मी, शर्म कैसी? मैं जवान हूँ, मुझे भी सेक्स चाहिए।

वे बोली- गन्दा काम कर रही हो और जबान लड़ाती हो मुझसे! बड़ी बेशर्म हो गयी हो तुम?
मैंने कहा- बेशर्म मैं नहीं मम्मी तुम हो गयी हो. लो देखो ये वीडियो!

उसने वीडियो देखा तो उसके होश उड़ गए।
फिर वे एकदम ठण्डी होकर बोली- बेटी नमिता, मैं खुद ही एक दिन लण्ड अपने हाथ से तेरी चूत में पेलने वाली थी। पर मौका नहीं मिला। अब तुम जवान हो गयी हो, तुम्हें लण्ड की जरूरत है, मैं जानती हूँ।

ऐसा बोल कर मम्मी ने अपने कपड़े उतार दिये और एकदम नंगी होकर मेरे हाथ से लण्ड छीन लिया।
दूसरे हाथ से मम्मी ने मेरी चूत सहलाई और फिर लण्ड उसी पर सेट कर दिया।

फिर काका की गांड दबाकर बोली- ननकू, अब तुम मेरे सामने चोदो मेरी बेटी की चूत! वैसे ही चोदो जैसे तुम मुझे चोदते हो। अब तो मैं भी कई लण्ड पेलूँगी इस बुर चोदी नमिता की बुर में! इसकी माँ का भोसड़ा … मैं इसे भी अपनी ही तरह चुदक्कड़ बना दूंगी, रंडी बना दूंगी मैं इसे!

काका ने मुझे मम्मी के सामने खूब जमकर चोदा।

कुछ देर बाद मैंने भी काका का लण्ड पेला मम्मी की चूत में और कहा- काका, अब तुम मेरे सामने मेरी माँ चोदो और फाड़ डालो इसका भोसड़ा!

उस दिन से हम दोनों माँ बेटी मिलकर लोगों से घपाघप चुदवाने लगीं।

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लेखिका की पिछली कहानी थी: ननद भाभी की सामूहिक पारिवारिक चुदाई

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