बॉयफ्रेंड ने मेरे जिस्म की अन्तर्वासना जगाई -1

(Boyfriend Ne Mere Jism Ki Antarvasna Jagai- Part 1)

अन्तर्वासना के पाठको, मैं चाहत खन्ना हूँ।
मैं चाहत खन्ना दिल्ली से हूँ, उम्र 21 साल है, मेरा फिगर 34-24-34 है, लम्बाई 5’7″ है और मेरी चूचियाँ और चूतड़ गान्ड बहुत मस्त हैं। मेरी खूबसूरत बड़ी बड़ी आँखें और गोरा रूप रंग है, कुल मिला कर मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसको हर मर्द या लड़का चोदना चाहेगा।
मैं दिल्ली में पढ़ाई कर रही हूँ और यह मेरा दूसरा साल है।
अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है।

मेरा यौवन पूरे शवाब पर था, मेरी सारी सहेलियों के बॉयफ्रेंडस मतलब यार थे और वो बताती थीं कि कैसे वो उनको चोदते थे पर मैं सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देती थी और इन सबसे मैं बहुत दूर थी, तब तक, जब तक कि मैं रोहित से नहीं मिली थी।

यह घटना करीब एक साल पुरानी है जब मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरा कुँवारापन खत्म कर दिया। मेरी कहानी मेरे और मेरे बॉयफ्रेंड रोहित के बीच की है जिसे मैं जिम में मिली थी और फिर हम दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई।
रोहित से पहले भी मेरे बॉयफ्रेंडस थे पर मुझे ऐसा वैसा कोई अनुभव नहीं था और न ही मैंने कभी किसी को किस किया था पर रोहित ने मेरा जीवन बदल दिया और मेरा यौवन और कुँवारापन लूट लिया।
रोहित वो पहला मर्द था जिसने मेरे शरीर को छुआ, देखा और चूमा।

बाकी लकड़ियों की तरह मैं भी जिम में भरती तो हो गई पर जिम में मेरी दिलचस्पी कम हो रही थी क्यूँकि मैं जिम के बाद बहुत थक जाती थी।
यह बात मैंने जिम के मालिक को बताई तो उसने कहा कि कुछ समय रुक जाओ, मैं एक अच्छा ट्रेनर बुला रहा हूँ और फिर रोहित एक जिम ट्रेनर के रूप में मेरे जिम में आ गया।

जब मैं उससे पहली बार मिली तब मेरी आँखें उस पर से हट नहीं रही थीं। वो सिर्फ बनियान और बॉक्सर में था, उसके अच्छी तरह से गढ़े हुए बलिष्ट शरीर को देखकर मैं वहीं की वहीं जमी रह गई। मेरी आँखें उसके जिस्म से हट ही नहीं रही थीं।

रोहित एक 6 फीट का अत्यंत सुंदर लड़का था और उसके उत्कृष्ट डोले शोले और उसके मसल्स को देखकर मेरे अंदर एक नशा सा हो गया और मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ने लगी।
पहली बार मुझे ऐसा महसूस हो रहा था।

बाद में रोहित ने बताया कि वो अपने पढ़ाई के खर्च को पूरा करने के लिए यह जॉब कर रहा है।

फिर मेरी ट्रेनिंग शुरू हो गई।
रोहित अक्सर मेरे जिस्म को घूरता रहता था, शायद वो मेरे दिल की बात समझ गया था। मेरी दिलचस्पी फिर से जिम में हो गई और मैं ज्यादा वक्त जिम में ही बिताती थी।
रोहित हमें ट्रेनिंग के साथ बताता था कि हमें कैसा भोजन करना चाहिए।

कुल मिला के हम दोनों की अच्छी जमने लगी थी। रोहित सीखाने के बहाने मेरे जिस्म को छूने लगा था और मेरे यौवन का सुख लेने लगा था लेकिन मुझे भी उसके हाथों का स्पर्श अच्छा लगता था इसलिए मैं चुप थी और वह इसको मेरी सहमति समझ कर मेरी चूचियों और चूतड़ों को भी छूने लगा था।
मैं बहुत असहज महसूस कर रही थी।

फिर एक दिन उसने मुझे जिम के बाथरूम में चलने को कहा। वहाँ जाकर उसने दरवाज़ा बंद कर दिया।
मेरे मन में डर जागने लगा पर उसने मुझे कूल रहने को कहा।
डर तो लग रहा था पर मेरी सहमति भी थी।

उसने मुझे शांत रहने को बोला और फिर उसने अपनी बनियान निकाल दी।
मैं बहुत डर गई पर जब उसने कहा कि वो अपने 8 पैक एबस दिखा रहा है तो मैं थोड़ा नार्मल हुई।
फिर मैंने उसके जिस्म को छुआ तो मेरे बदन में एक सिहरन सी दौड़ गई।
उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया, मैं कमज़ोर पड़ गई और मेरी बाँहें भी उसके चारों तरफ बँध गईं, मेरी चूचियाँ उसके चौड़े सीने में दब रही थीं और मेरी पैंटी में सुरसुराहट सी हो रही थी।

काफी देर तक हम दूसरे की बाहों में थे और फिर इसके कुछ दिन बाद उसने मुझे अपने प्यार का इज़हार कर दिया और मैंने भी उसे मान लिया। फिर वो और मैं जिम के बाद घंटों बातें करते, घूमने जाते और खाना साथ खाते।

एक बार हम दोनों हेट स्टोरी 2 पिक्चर देखने गए जहाँ एक रोमांटिक सीन में उसने मेरे हाथ पर अपना पहला किस किया।
मेरे जिस्म में एक बिजली सी दौड़ गई।

मूवी के बाद जब हम लोग पार्क में बातें कर रहे थे तब उसने कहा कि वो मुझे किस करना चाहता है।
आखिरकार वह एक पूरा बलिष्ठ और हॉट मर्द था इसलिए मैं चुप रही।
उसने मेरे चेहरे को पकड़ा और मेरी आँखों में देखने लगा और फिर मेरी चुप्पी को सहमति मान कर उसने मुझे किस किया, उसके होंठ मेरे होंठों से जुड़ गए और यह मेरी ज़िंदगी का पहला चुम्बन था जब किसी लड़के ने मेरे रस भरे होंटों को स्पर्श किया था।
मैं सब कुछ भूल सी गई थी।

थोड़ी देर बाद मैंने भी उसको चुम्बन करना शुरू कर दिया।
उसके हाथ मेरी कमर के आस पास सहला रहे थे। हम दोनों की जीभ एक दूसरे को छू रही थी।
मैं सब कुछ भूल चुकी थी कि तभी उसने मेरे मस्त चूतड़ को अचानक दबा दिया और मैं होश में आ गई, मुझे अहसास हुआ कि हम लोग एक पार्क में हैं।

मैं उससे अलग हो गई, वो मेरे से माफ़ी माँगने लगा।
फिर जब हम अलग होने लगे तब एक बार फिर चुम्बन किया।
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अब चुम्बन तो हम हर रोज़ करने लगे, सबसे छुप कर टॉयलेट में लम्बा किस करने लगे। मेरे जिस्म को अब एक मर्द के छूने का अहसास होने लगा था और सब कुछ अच्छा लगता था। मेरी पैंटी चुम्बन से गीली हो जाती थी, रूम में आकर मैं उसे फिंगर से खूब
शांत करती थी।
धीरे धीरे मुझे अहसास होने लगा था कि मुझे एक लण्ड की जरूरत है वो भी रोहित के लण्ड की।
जब मैं उसकी बाँहों में होती तब उसके लण्ड को महसूस करती थी उसको देखने की और छूने की मेरी ख्वाइश बढ़ने लगी थी।

अब हम रोज़ बाथरूम में जाकर किस करने लगे, हमारी नज़दीकियाँ बढ़ने लगी, वो मेरी चूचियों को भी कभी कभी छूने लगा।
फिर एक दिन उसने मुझे कहा कि वो मेरी चूचियाँ देखना चाहता है।
यह सुन कर मैं असहज हो गई और वहाँ से चली गई।
कहानी जारी रहेगी।
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