दोस्ती में फुद्दी चुदाई-7
अगली सुबह रूचि पहले से मेरा इंतज़ार कर रही थी, शायद उसके अन्दर जो कुछ भरा था वो सुनने वाला कोई तो चाहिए था और मुझसे अच्छा कौन था.. जिसको उससे मतलब भी था। हम दोनों ही मतलबी थे और साथी भी थे। मैं रूचि के बगल में बैठ गया.. आज रूचि भी चिपक कर […]