जवानी की शुरुआत में स्कूलगर्ल की अन्तर्वासना-5
मैं उसकी तरफ मुंह कर के गोद में आ के बैठ गयी और लंड अपनी चूत पे लगाया और अपनी चूत में लेती हुई उसपे बैठ गयी और सचिन की बांहों में हाथ डाल लिए।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैं उसकी तरफ मुंह कर के गोद में आ के बैठ गयी और लंड अपनी चूत पे लगाया और अपनी चूत में लेती हुई उसपे बैठ गयी और सचिन की बांहों में हाथ डाल लिए।
लेखिका : रीता शर्मा हम दोनों ने अब शर्म छोड़ सी दी थी। वो मुझसे रोज अपनी पीठ दबवाती, शायद मजे लेने के लिये ! मैं भी उसे सहला सहला कर मस्त कर देता था। फिर वो भी मेरी पीठ दबा देती थी, मेरी टांगें, जांघें मस्त हो कर दबाती थी, फिर मेरे लण्ड के […]
रूठना-मनाना सखी मैं साजन से रूठी थी, और साजन मुझे मनाता था मैं और दूर हट जाती थी, वह जितने कदम बढ़ाता था साजन के हाथों को मैंने, अपने बदन से परे हटाय दिया उस रात की बात न पूछ सखी, जब साजन ने खोली मोरी अंगिया ! . साजन ने कितना समझाया, मैंने एक […]
मैं भाई की ससुराल गया तो भाभी की बहन यानि भाई की साली मुझे पसंद आ गयी. उससे मेरी दोस्ती भी हो गयी. मैंने उससे शादी करना चाहता था. लेकिन हुआ क्या?
मेरी पड़ोसन स्कूल गर्ल ने मुझसे चूत चुदाई के बाद मुझे बताया कि उसने अपने भाई का लंड चूसा हुआ है. उसने मुझे और क्या क्या बताया. पढ़ें कहानी और जान लें!
यह saxy story मेरे अफसर की बीवी की चूत चुदाई की है. मैडम ने मुझे तीन साल तक अपनी चूत का गुलाम बना कर रखा, उसने मुझसे सैंकड़ों बार अपनी चूत चुदवाई.
रुखसाना पर तो अभी जवानी का पूरा जोर था, पर उसका शौहर उससे लगभग दोगुनी उम्र का, सारा दिन काम में थक हार कर रात को आता तो वह रुखसाना के जवानी से उबलते जिस्म की प्यास बुझा नहीं पाता था। इसलिए रुखसाना कुछ उदास सी रहती थी।
मुझे मम्मी पापा की उस रात की बात याद थी कि वो दोनों इस बार अकेले और सुहागरात वाली रात की तरह सेक्स करना चाहते हैं। मैं पापा मम्मी को उनकी दूसरी सुहागरात मनाने और उन लोगो को उसका पूरा आनंन्द लेने का मौका देना चाहता था और उन्हें सुहागरात मनाते देखना चाहता था।
Ghar ke Laude-2 भाई ने लंड की टोपी गाण्ड के छेद पर रखी और ज़ोर से एक धक्का मारा.. एक ही बार में आधा लौड़ा मेरी गाण्ड को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया। रानी- आआ.. उईईई माआ..मर गई.. आआआ आह.. भाई आह.. मेरी जान निकल रही है.. आह निकाल.. लो.. विजय कहाँ मानने वाला था […]
लॉकडाउन में मैं घर में सिंगल रूम होने से मैं मुठ नहीं मार पा रहा था. मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही थी. एक दिन मुझे मेरा माल निकालने का ज़रिया मिला. कैसे?
मेरी साली की युवा बेटी मेरे यहाँ रहने आ रही है. इस समय वो मेरे साथ कार में है. वो नज़र झुकाये, अपने दोनों हाथों में मेरा हाथ थामे ग्रीक की कोई देवी सी लग रही थी- आप मेरे जीवन के प्रथम-पुरुष हैं, मैं मन ही मन आप को पूजती हूँ और मेरे दिल में हमेशा आप की एक ऊंची और ख़ास जगह है और हमेशा रहेगी। इस के साथ ही यह भी सच है कि आप का और मेरा साथ किसी भी सूरत संभव नहीं. मेरी आप से विनती है कि जिसे मैंने अपने मन-मंदिर का देवता माना है वो देवता ही रहे.
मैं एक वकील हूँ. मैंने एक प्यासी क्लाइंट को चोदा था, वो अपने पति पर केस के लिए मेरे पास आई थी. एक दिन उसने केस के सिलसिले में अपने घर बुलाया मुझे और...
प्रेषिका : राबिया पिछले महीने 19 जनवरी की रात जीजी की शादी हुई और इसी के साथ वो शादीशुदा हो गई। अगले दिन उनकी विदाई हुई और दो दिन बाद वो घर लौट आई पगफ़ेरे के लिए। उनके घर आते ही हम उन्हें छेड़ने लगीं- जीजी बताओ ना क्या क्या हुआ…? पता चला कि जीजी […]
वो हमें इसी हालत में छोड़ कर अपने कपड़े पहन कर कमरे से निकल गया। कई घंटों तक शीतल मेरी तीमारदारी करती रही, जब तक मैं चल सकने लायक हो गई। फिर हम किसी तरह घर लौट आए। मैं अपने घर तो शाम को पहुँची। वहाँ से सीधे शीतल के घर गई थी। भगवान का […]
प्रेषक : पवन कुमार मेरा नाम पवन कुमार उम्र 18 साल है, मथुरा, उत्तर-प्रदेश का रहने वाला हूँ। यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है। मुझे यह विश्वास है कि यह कहानी आप सभी को बहुत पसन्द आयेगी। पहली बार लिख रहा हूँ इसीलिये अनुभव की कमी है। मैं अपने बारे में सिर्फ इतना कहना […]