निगोड़ी जवानी-3
मैंने सर को पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया, वो भी मेरे ऊपर आकर मेरे से लिपट गए, मेरे चेहरे को थामकर मेरे होंठों का रसपान करने लगे। उनका खड़ा लंड मुझे अपनी नाभि के पास चुभता महसूस हो रहा था। हमेशा से सच्ची रही विनीता अन्तर्वासना के कारण बेवफ़ाई के रास्ते चल पड़ी। अब सर […]