आकर्षण-3
लेखिका : वृन्दा बस इसी तरह समय बीतता रहा.. हम समय के साथ बड़े हो रहे थे.. हम दोनों ही यौवन द्वार पर खड़े थे… वो दिन मेरे लिए बेहद कठिन था.. मेरे जीवन की पहली माहवारी.. सुबह से ही टांगों और पेट में दर्द हो रहा था.. जैसे कोई आरी से काट रहा हो… […]