दीवाने तो दीवाने हैं-2
प्रेषिका : शमीम बानो कुरेशी “आ तेरा लण्ड मल दूँ, फिर चूसूंगी !” रशीद तो खुशी के मारे बावला हुआ जा रहा था। मैंने उसे बिस्तर के पास खड़ा कर दिया। मैं स्वयं बिस्तर पर बैठ गई और उसका लण्ड सहलाने लगी। लम्बा था शायद आठ इंच से अधिक ही होगा। मैं पहले तो उसे […]