रैगिंग ने रंडी बना दिया-82
वो लड़की सबको बता रही थी कि उसका पति उससे लंड पकड़वाता है. चूसने को बोलता है, फिर उसको चोदता है.. तो बहुत दर्द होता है.. बस मुझे यही पता है.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
वो लड़की सबको बता रही थी कि उसका पति उससे लंड पकड़वाता है. चूसने को बोलता है, फिर उसको चोदता है.. तो बहुत दर्द होता है.. बस मुझे यही पता है.
मेरी गर्लफ़्रेन्ड मुझे अपनी सहेली के जन्मदिन की पार्टी में ले गई, लेकिन वहां हम तीनों ही थे। वाइन पीकर हम तीनों बहक गए और दोनों सहेलियाँ आपस में फ़्रेंच किस करने लगी।
सब लड़कियों की तरह रेखा रानी को भी चुदाई का कण्ट्रोल अपने हाथ में लेकर बड़ा मज़ा आ रहा था. उसने अपना निचला होंठ दांतों में दबा रखा था और हचक हचक कर मुझे चोद रही थी.
मेरी सहेली अपनी कामवासना से बेचैन थी, वो एक लड़के से अपनी चूत चुदवाने जाने वाली थी तो मुझे भी अपने साथ ले गयी. वहां जाकर मुझे पता चला कि ...
यह कहानी युवा वर्ग विशेषकर युवतियों की जागरूकता के लिए है। जो लड़कियाँ बिना सोचे समझे प्यार कर लेती हैं, बाद में पछताती हैं क्योंकि वे धोखे का शिकार होती हैं।
सुनीता का एक हाथ मेरे बालों को सहला रहा था और दूसरे हाथ से मेरे हाथ को पकड़ रखा था, जो उसकी सलवार के अन्दर उसकी चूत को सहला रहा था, जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी चूत पर रखा तो मुझे एहसास हुआ, सुनीता ने अपनी चूत को बहुत ही अच्छे से साफ़ किया […]
प्रेषक : अभिनय मैंने अपनी जीभ निकली और निप्पल पर रख दी। आंटी एकदम से उठ गईं तो मैंने उनके निप्पल को चूसना शुरू कर दिया। आंटी ने मेरी टीशर्ट उतार दी। मैं दोनों चूचियों को बहुत देर तक चूसता रहा और आंटी अपने हाथ मेरी पीठ पर फेरती रहीं। मैं अपने हाथ उनकी सलवार […]
मैं पहली बार भोपाल जा रहा था, अन्तर्वासना पर मेरी कहानियाँ पढ़कर मेरा एक दोस्त बना था जो भोपाल से ही था, समीर नाम था उसका, वो मुझे अपने घर ले गया, वहाँ मैं उसकी मम्मी से मिला... वो खुद अपनी बहन की चुदाई करना चाहता था..
उसकी चिकनी चुत पर ना तो कोई उभार था और ना ही कोई बाल थे. मैं उसकी चूत पर उंगली से सहला रहा था और वो हल्की गीली हो रही थी.
लेखिका : शमीम बानो कुरैशी फ़रदीन भाई जान ने मुझसे कहा कि आज मैं भी आप जैसा लिखूंगा, मैंने भी तो आपको चोदा है, मैं कहानी का स्वरूप लिखूंगा, बस आप उसे दिलचस्प बना देना। मेरे साथ फ़रदीन ने कैसे अपनी रंगीनियाँ बिखेरी, यह उसकी दस्तान है। वो इस तरह से अपनी आप बीती लिखते […]
बापू आहिस्ते आहिस्ते अपनी बेटी पद्मिनी की जवान कुंवारी चुत की पंखुड़ियों को अपनी उंगलियों से आराम से खोलते हुए अपनी जीभ को चूत के उन मुलायम हिस्सों पर फेर रहा था.. जो ज़्यादा लाल और नाज़ुक होते हैं.
उसके रेत से सने हुए जिस्म को धोते हुए हर उस जगह को भी चूमता जा रहा था। फिर उसके कूल्हों को चूमता हुआ मैंने उसके पीछे के रास्ते में अपनी ऊँगली फंसा दी। मेरी इस हरकत से वो चिहुंक कर बैठ गई और मुझे लिटा कर मेरे लिंग को अपने हाथों से सहलाते हुए मेरे जिस्म को जोर-जोर से चूमने लग गई।
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: तो मैंने बोला- फोन तो ऑफ है अभी आप ने बोला है.. कहीं माँ ने फिर विनोद से बात की.. तो गड़बड़ हो सकती है। तो मैं अब घर होकर आता हूँ और मैं भी कपड़े पहनने लगा और जाते-जाते उससे पूछा- हाँ.. तो आज गांड मारने दोगी […]
चुदाई का सुख पाने और साथ में पैसे के लालच के लिए मैं एक बार फिर से अपने पहले चोदू के घर सेक्स करने चली गयी. वहां मेरे साथ क्या हुआ? पढ़ें मेरी गर्म सेक्स कहानी में!
मैं बिस्तर पर मामी के पीछे लेटकर टीवी देख रहा था, साथ मामी के कामुक बदन का मजा ले रहा था. मैंने मामी के साथ क्या क्या किया? पढ़ कर मजा लें!