बरसात की रात एक लड़की के साथ
मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.
मैं अपनी चचेरी बहन को उसके मामा के लड़के के साथ चोद रहा था कि "क्यों बे हरामखोरो ... क्या हो रहा है ये?" अचानक ये आवाज़ हमारे कानों में पड़ी। ये भाभी की आवाज थी.
रेखा ने अपने बॉस की पत्नी को वादा किया था कि वो रात को अपने पति का लंड दिखाएगी। लेकिन रेखा ने न सिर्फ़ उसे लंड दिखाया, बल्कि अपनी होशियारी से… कहानी का मज़ा लीजिए।
भाभी रंडी की तरह चुदी अपने पति के ऑफिस के चपरासी से. चपरासी भी हरामी था, उसने मुफ्त के माल को बेरहमी से पेला. भाभी की चूत गांड पेल मारी.
मुझे नंगी देख उसको मेरे हुस्न का नशा होने लगा। उसके आगे आगे उलटी चलती हुई उसको पीछे आने का इशारा करती बेडरूम में ले गई और जाकर बिस्तर पर उलटी लेट गई।
देसी हॉट भाबी Xxx कहानी में मैंने अपने दोस्त के चचेरे भाई की सुंदर पत्नी के साथ सेक्स का मजा लिया. मुझे शुरू से ही वे भाबी अच्छी लगती थी.
बाहों में लेकर चूमते हुए बोला- ओह माय गॉड भाभी, आप इतनी सेक्सी लग रही हैं... बिल्कुल कॉलेज की लड़की जैसी... इतनी मस्त और बहुत खुश नज़र आ रही हैं।
तो रूबी कहने लगी- इतना मजा पहली बार ले रही हूँ ! आज तक जिन्दगी में इतना मजा और तृप्ति मुझको कभी नहीं मिली ! मैं कहने लगा- रूबी, अब मैं चलता हूँ ! तो रूबी कहने लगी- अभी नहीं ! एक बार और हो जाये जय ! मैंने कहा- रूबी जी ! आपको खुश […]
कथा रूपांतरण : डॉ. दलबीर सिंह प्रेषक : करण दोस्तो नमस्कार, मैं आपका दोस्त डॉ. दलबीर आपके सामने फिर से हाजिर हूँ। मेरी कहानियाँ पढ़ कर काफ़ी दोस्त बन रहे हैं और कहानियों को भी सराह रहे हैं, उसके लिए आप सबका धन्यवाद। आपके विचारों से और सराहना और आलोचना से लेखक को आगे और […]
मेरी नीयत खराब होने लगी थी.. जब मैंने अपनी बहन की डायरी पढ़ी। जिसने हम दोनों के रिश्तों के मायने बदल दिए।मेरी बहन का एक नया-नया ब्वॉयफ्रेण्ड भी बना है। वो लिखती थी कि वो कैसे-कैसे एक-दूसरे के साथ शारीरिक रिश्ते बनाते थे..
ऑफिस का एक कमरा बतौर गेस्ट-रूम इस्तेमाल होता था जिसमें बाहर से आने वाले कंपनी अधिकारी रहा करते थे। उधर रहने की सब सुविधाएँ उपलब्ध थीं। प्रगति, शेखर का हाथ पकड़ कर, उसे गेस्ट-रूम की तरफ ले जाने लगी। कमरे में पहुँचते ही उसने अन्दर से दरवाज़ा बंद कर लिया और शेखर के साथ लिपट गई।
मैं क्या कहूँ अपनी नजर को जो सूजी की चिकने जिस्म से हटती नहीं। उसकी चिकनी चिकनी टांगें.. चिकनी चूत और खासतौर से उसकी रसीली चूचियाँ..
पड़ोसन चाची की बेटी को मेरी बहन समान थी. पर एक रात अनायास उसके बदन के स्पर्श से मेरे मन में उसके लिए वासना की लहर उठ गयी. तब मैंने क्या किया?
मेरी साली की युवा बेटी मेरे यहाँ रहने आ रही है. इस समय वो मेरे साथ कार में है. वो नज़र झुकाये, अपने दोनों हाथों में मेरा हाथ थामे ग्रीक की कोई देवी सी लग रही थी- आप मेरे जीवन के प्रथम-पुरुष हैं, मैं मन ही मन आप को पूजती हूँ और मेरे दिल में हमेशा आप की एक ऊंची और ख़ास जगह है और हमेशा रहेगी। इस के साथ ही यह भी सच है कि आप का और मेरा साथ किसी भी सूरत संभव नहीं. मेरी आप से विनती है कि जिसे मैंने अपने मन-मंदिर का देवता माना है वो देवता ही रहे.
इस सेक्सी कहानी के पहले भाग मम्मी चुद गई फार्म हाउस पर-1 में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी मम्मी मेरे मामा के दोस्त से फार्महाउस पर चुदी. मेरी नंगी मम्मी की गांड चुदाई का यह सीन देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया. बीच में मम्मी के दर्द को देख कर मेरा लंड बैठ […]