दोस्त की तलाश में इज्जत गई
थोड़ी देर बाद वो खुद मेरे ऊपर चढ़ गई और अपने आप ही मेरा लण्ड अपनी चूत पर लगा कर अन्दर डलवाने की कोशिश करने लगी, लेकिन अन्दर नहीं जा रहा था क्योंकि उसकी चूत बहुत समय से प्रयोग ही नहीं हुई थी।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
थोड़ी देर बाद वो खुद मेरे ऊपर चढ़ गई और अपने आप ही मेरा लण्ड अपनी चूत पर लगा कर अन्दर डलवाने की कोशिश करने लगी, लेकिन अन्दर नहीं जा रहा था क्योंकि उसकी चूत बहुत समय से प्रयोग ही नहीं हुई थी।
प्रेषक : लवर बॉय मेरी पहली कहानी मै आपके लिए पेश कर रहा हूँ, मै 23 साल का लड़का हूँ, मुम्बई के पास के पालघर तालुका में रहता हू। मेरा घर गांव में है। यह कहानी दो साल पहले की है। मेरे घर में हम सब संयुक्त परिवार में रहते हैं। मेरे चाचा ने छोटे […]
मेरी पोर्न कहानी में पढ़ें कि मैंने रात को फूफा जी का नशे की हालत का फ़ायदा उठा कर उनका बड़ा हब्शी लंड अपनी चुत में लिया था. कुछ देर बाद फूफा जी का लंड मेरी आँखों के सामने घूम रहा था और मेरा मन कर रहा था कि एक बार और फूफा जी से चुदाई करवा लूँ.
मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.
मैं अपनी माशूका के साथ होटल में उसके जिस्म के साथ खेल रहा था। मैं दो बदनों का पूर्ण मिलन चाहता था लेकिन वो किसी अज्ञात भय से हिचक रही थी, मुझे रोक रही थी।
अगर लड़की को पति से कामसुख ना मिले तो वह यह सुख किसी गैर मर्द से भी लेने से नहीं चूकती. ऎसी ही एक लड़की को मैंने चोदा जब वो अपने मायके में आई हुई थी.
मुझे नीलू के चूतड़ दबाने ओर मसलने में बहुत आनन्द आता है... उसके चूतड़ हैं भी पूरे गोल और मुलायम .. मुझे अहसास हो गया कि उसने कच्छी नहीं पहनी है.. वैसे साधारणतया वो हमेशा कच्छी पहनती थी ..
अपने लण्ड पर थूक लगा कर उसकी चूत के मुँह पर रख दिया और लवड़ा घिसने लगा। सोनू के मुँह से गालियां निकल रही थीं- बहन के लौड़े.. जल्दी अन्दर डाल नहीं.. तो तेरी गांड मार दूँगी।
मैं तीन कॉलेज का कर्ता धर्ता हूँ. मेरे कालेज में बहुत सारी मैडम हैं, मैं कामुक स्वभाव का हूँ. मेरे कई लड़कियों, टीचरों से अंतरंग सम्बन्ध रह चुके हैं. इस हॉट सेक्स स्टोरी में दो टीचर की चुदाई की घटनाओं को पढ़ कर मजा लें! साली दोनों ही चुदक्कड़ किस्म की थी.
भाभी की गांड चुदाई की इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे पड़ोसन भाभी ने होली खेलने बुलाया. मैंने उनके घर गया तो वो कपड़े बदल रही थी, मैंने उन्हें नंगी देख लिया.
मुझे एक पल भी नहीं लगा कि तूने मुझे सेक्स के इंटेन्शन से किया हो मुझे यूज किया हो.. बस ऐसा फील हुआ कि तू मुझे प्यार कर रहा है और मैं भी तेरा साथ देती गई।
जब मैं पेशाब करने उठी तो तू और अशोक चुदाई कर रहे थे, तुम्हारे कमरे से सिसकारियाँ आहें... और तुम्हारी पायल की छमछम की आवाज आ रही थी। मैं समझ गई थी कि मेरा बेटा मेरी बहू की चुदाई कर रहा है।
मैं तो भाग कर ऊपर आ गई। वो नीचे ही थे और चुपके से ऊपर आकर मैं ऊपर आते ही नंगी हो गई और बाबू जी के खड़े लंड पर जाकर बैठ गई।
मैं अपने मम्मी पापा का इकलौता लड़का हूँ, मैं अपनी मम्मी पापा के बीच में सोता था पर मैं जब सुबह उठता तो मुझे यह देखकर बहुत गुस्सा आता कि मेरे मम्मी पापा अगल बगल सो रहे हैं और मैं किनारे की तरफ सो रहा होता था। एक रात कुछ ऐसा हुआ जिसे मैं आज तक नहीं भुला पाया ! पापा मम्मी एक दूसरे को ऐसे चूम रहे थे जैसे किसी उत्तेजक बॉलीवुड फ़िल्म के हीरो हीरोइन सेक्स करते वक़्त चूमते है, बीच बीच में उनके मुँह से सिसकारियाँ भी निकल जाती थी।
फ़ेसबुक पर एक फ्रेंड बनी, उससे मिला, घूमे फ़िरे। फ़िर कुछ दिन बाद एक कपल-पार्क में मिले, वहाँ सब चलता है। पार्क में जो भी कुछ हुआ, कहानी में पढ़ कर मज़ा लें।