दिल्ली की लॉज में गांड चुदाई
बॉय गाड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं एक चिकना लड़का हूँ. एक बार दिल्ली में मेरी ट्रेन छुट गयी. एक और लड़के की ट्रेन भी छुट गयी तो हम दोनों एक लॉज में रुक गए.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
बॉय गाड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं एक चिकना लड़का हूँ. एक बार दिल्ली में मेरी ट्रेन छुट गयी. एक और लड़के की ट्रेन भी छुट गयी तो हम दोनों एक लॉज में रुक गए.
मैं मथुरा की माया सड़क पर चुद कर घर आई तो आते ही घर में शुरू हो गई अपने राजे के साथ… मज़ेदार चुदाई के बाद झड़ी ही थी कि दरवाजा खटका। हड़बड़ा के उठी, देखा तो…
आपी ने मेरी मुठ मार मुझे और फ़रहान ने आपी की चूत चाट उन्हें झड़वा दिया। उसके बाद वो चली गई और अगली रात गयारह बजे के बाद आपी हमारे कमरे में आई… तो क्या हुआ?
मैं नई नवेली दुल्हन अपने पति को एयरपोर्ट छोड़ कर वापस टैक्सी में स्टेशन आ रही थी मेरा पर्स पति के सामान के साथ रह गया था। मैंने कैसे टैक्सी का भाड़ा चुकता किया?
मामी साड़ी पहने ही सो गईं और मुझे इसी वक्त का इन्तजार था, मैं उनके और करीब खिसक कर आ गया और उनकी साड़ी को ऊपर करने लगा और उनकी जाँघों को सहलाने लगा।
मैंने आपी की टाँगों को खुलता महसूस कर लिया था और उनकी चूत से बहते पानी ने भी मुझे यह समझा दिया था कि अब आपी का दिमाग उनकी चूत के कंट्रोल में आ गया है..
बहुत दिन से मेरे लंड को चूत के दर्शन नहीं हुए थे. मैं मुट्ठ मार कर शांत कर लेता था अपने को मगर बेचैनी हर दिन बढ़ रही थी. अपनी वासना कैसे बुझाई मैंने, मेरी देसी कहानी में पढ़ें.
मैं जूही के बेडरूम में पंहुचा, देखा कि वहां पूजा बिस्तर पर लेटी हुई थी उसे देख मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी, उसने अपने शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं पहना था।
‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे। प्रसन्नता इतनी थी कि वर्षा फ़ूली नहीं समा रही थी। साइबर कैफे से बाहर आते ही उसने घर का नम्बर मिलाया। “पिताजी!” वह चहकी, ‘‘मैंने मुख्य परीक्षा पास कर ली है। मेरिट सूची में तीसरे क्रम पर हूँ !’’ ‘‘शाबाश बेटी ! मुझे […]
मेरे पापा मुझे और मेरे पड़ोसी लड़के को शहर से पेपर दिला कर गाँव वापिस आ रहे थे बाइक पर.. वो लड़का मेरा यार था. मैं बीच में, वो मेरे पीछे बैठा था, मुझे छेड़ने लगा.
दीदी, आप तो मेरी जिंदगी के रेगिस्तान में मरुस्थल की तरह हो. जीजा जी का लंड मैं अपनी चूत में ले चुकी हूँ, वो आपकी चूत को बहुत खुश रखेंगे.. इतना मैं जानती हूँ.
सिस सेक्स फंतासी या फैंटेसी मेरे दिल ओ दिमाग का फितूर है. किसी भी सूरत में मैं अपनी बहन की चूत मार कर अपना यह भूत उतार लेना चाहता हूँ. मैं क्या करूं?
यह सेक्सी स्टोरी एक हॉट गर्ल की है जो मेरे दोस्त की बहन है. कोचिंग के लिए वह मेरे ही फ्लैट में रहने लगी. पहले ही दिन से वह सेक्सी बातें करने लगी थी तो मैं उसे क्यों छोड़ता!
Mere Pati Ka Chota Sa Lund-4 दूसरे दिन फिर जब हमारी वासना ने नंगा नाच नाचा, तो वो मुझे फिर से मोमबत्ती से चोदने लगे। कुछ देर मज़े लेने के बाद, एक बार फिर जब मैं बहुत ज़्यादा उत्तेजित होने लगी तो मैं बोली- तुमने कल हुई अपनी बातचीत के बारे में कुछ सोचा। ना […]
लेखिका : कामिनी सक्सेना नेहा के हाथों की गति तेज होती जा रही थी… और फिर स्पर्श ने एक तेज चीख सी निकाली और उसके लण्ड ने जोर से पिचकारी छोड़ दी। नेहा तो जानती ही थी यह सब… उसने लपक कर नल से अपना मुख लगा लिया और उसका पानी पीने लगी। “निकालो… और […]