सुहागरात दोस्त की बीवी के साथ-1
लेकिन मेरे लण्ड को तो गर्मी चढ़ी थी। कीर्ति मना करती रही और मैं कीर्ति को खींचता रहा। ऐसा करने से कीर्ति का गाऊन फ़ट गया और कीर्ति मुझ से लिपट गई।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
लेकिन मेरे लण्ड को तो गर्मी चढ़ी थी। कीर्ति मना करती रही और मैं कीर्ति को खींचता रहा। ऐसा करने से कीर्ति का गाऊन फ़ट गया और कीर्ति मुझ से लिपट गई।
जोधपुर के किले में घूमते हुए मैं एक बार में घुस गया.. एक बियर मंगवा कर हौले-हौले पीने लगा। इधर उधर देखा कि कोई माल दिख जाए.. एक विदेशी लड़की अकेली बैठी थी।
मेरी सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे शिमला टूअर में जाते वक्त मेरे टीचर ने बस में मेरे साथ सेक्स की शुरुआत की, फिर शिमला के जंगलों में ले जा कर...
उसने मेरी पैन्ट चड्डी एक साथ उतार दी और लंड को हाथ में लेकर बोली- हाय मेरा मुन्ना कितना मुरझा गया है. इसे अभी तक ठीक से प्यार भी नहीं कर पायी. प्यार क्या अभी तक तो ठीक से देख भी नहीं पायी.
मेरी पंजाबी चुदाई कहानी पढ़ कर मुझे एक फ़ौजी ने मेल किया और हमारी दोस्ती हो गयी. उसने मुझे अपने घर बुला कर अपने दोस्त से मिल कर मेरी चूत चुदाई कैसे की? पढ़े और मजा लें!
फोरप्ले सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मैं एक देसी लड़की के साथ अकेला उसके घर में था. बारिश में भीग चुकने के बाद अब हम दोनों नंगे होकर एक दूसरे को चूम चाट रहे थे.
हाई जानू…अब तक मैंने तुम्हे वो सब बताया जो मैंने अपने मॉडलिंग करियर में एक्सपीरियेन्स किया। मैंने जो सक्सेस पाई और उस दौरान जो खोया…वो सिर्फ़ तुम्हे बताया। रीतिन ने मुझे धोखा दिया लेकिन मैं महक के लिए खुश थी। उस दिन उन दोनो को बिस्तर में विटनेस करने के बाद मैं घर गयी और […]
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
कोई भी नारी खराब नहीं पैदा होती, हालात, पेट या पेट से नीचे की भूख (अपनी, दूसरों की या) अथवा जरूरत के मुताबिक समय का बहाव भी उससे कुछ से कुछ करवा लेते हैं।
कुछ लड़कियां भाभियाँ ऎसी होती हैं कि उनका मन ही नहीं भरता चुदाई से...ऎसी ही एक डॉक्टर भाभी से मेरी मुलाक़ात हुई, 3 मर्दों से आँखों देखी चुदाई पढ़ें!
खूब चूमाचाटी के बाद अब बापू से रहा न गया और वो पद्मिनी के ऊपर चढ़ गया. पद्मिनी सोच रही थी कि उफ़ क्या करेगा यह बापू अब... ओह माय गॉड? कहीं अन्दर तो नहीं डालेगा... मैं क्या करूँगी अगर अन्दर डाला तो??
बात यह है कि पिछले छः महीनों से मेरे अन्दर अजीब सा बदलाव आया और मुझे मर्द अच्छे लगने लगे हैं। मुझे लगता है कि मेरे अन्दर हमेशा से एक लड़की छिपी थी..
वह उसके पीछे घूमा और अब उसके नितम्बों को गहराई से देखा। वह अपने हाथों को उसकी ब्रा के पास चलाते हुए उसके वक्षों के इर्दगिर्द घुमाने लगा और उसके बूब्स को महसूस करने लगा।
मैं अपने ऑफिस के असिस्टेंट की बीवी का दीवाना हुआ पड़ा था, उसे चोदने की फिराक में था, वो करीब करीब सेट हो चुकी थी, चूत चुदाई के लिए तैयार थी पर साली लड़कियों वाले नखरे चोद रही थी...
जहाँ मेरा रूम था वहीं पड़ोस में एक परिवार भी रहता था, उसमें पति पत्नी और तीन बच्चे भी थे। वो भाभी मुझे बहुत घूर कर देखती थी। पहले तो मैंने भाव नहीं दिए लेकिन बाद में मैं भी उसे देखने लगा और फिर एक दिन सुबह कॉलेज जाते वक़्त मैं उसके घर के पास गया और मैंने उससे अपना फोन नम्बर दे दिया। इसके बाद उसने खुद मुझे अपने घर बुला कर… कहानी में पढ़िए…