चूत शृंगार-4
काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।
मेरी दीदी का सत्ताईसवां लण्ड-2 मेरी दीदी का सत्ताईसवां लण्ड-4 यह सुन कर मैं मन ही मन खुश होते हुए बोला- एक बार मुझे भी अपनी जवानी का नशा चखा दो. यह सुनते ही दीदी बोली- यह तुम क्या बोल रहे हो, हमारा रिश्ता बहन-भाई का है ऐसा नहीं हो सकता. मैंने कहा- तुम मुझे […]
दिसम्बर 2018 प्रकाशित हिंदी सेक्स स्टोरीज में से पाठकों की पसंद की पांच बेस्ट सेक्स कहानियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
जाहिरा के कपड़े भीग चुके थे, सफ़ेद कमीज गोरे बदन पर चिपक कर काली ब्रा ऐसे दिख रही थी कि शर्ट पहनी ही ना हो। उसके भाई की नजर तो उसके जिस्म पर ही चिपक गई थी।
मैं पार्ट-टाईम कम्प्यूटर पढ़ाता हूँ. मैंने एक लेडी को उसके घर पढ़ाना शुरू किया तो पता लगा कि वो अविवाहिता है और अकेली रहती है. उसने कैसे मेरी वासना जागृत करके ...
मैं लंड चूसते-चूसते अचानक पलटी और झट से नाड़ा खोल सलवार घुटनों तक सरका दी। वो बोला कि तेरी चूत तो मानो जैसे रस भरा पका अनार लगती है। उसने मेरी चूत पर होंठ रख दिए।
प्रणाम दोस्तो! आपने तो मुझे अपने दिल में जो जगह दी है, मैं बता नहीं सकता कि कितना खुश हूँ मैं! आपने मेरी एक भी मेहनत को जाया नहीं जाने दिया। यह कोई आसान काम थोड़े ही होता है कि गांड भी मरवानी, पढ़ाई भी करनी, गाण्ड चुदाई की कहानी लिखनी और फिर वक़्त निकाल […]
प्रेषक : सैम मैं सबसे पहले अन्तर्वासना का धन्यवाद करता हूँ जो मेरी सच्ची कहानी छापी। मुझे यह सब कहानियाँ तब सच्ची लगी जब मेरे खुद के साथ यह सब हुआ, जो मुझे उम्मीद नही थी ! अब तो मैं गुरु जी का फ़ैन बन गया जिन्होंने हम सबकी प्यास सबके (जो हम जैसे हैं) […]
मेरी आपी का रंग गुलाबी है.. उनकी लम्बाई तकरीबन 5 फीट 4 इंच है.. उनका जिस्म भरा हुआ था.. पेट बिल्कुल नहीं था। उनकी भारी कदली सी जाँघें हैं और उनके सीने के दोनों उभार काफ़ी बड़े और वैलशेप्ड हैं.. मेरे पूरे खानदान में ही सब औरतों के मम्मे बड़े-बड़े ही हैं।
देसी गुजराती सेक्स कहानी अहमदाबाद की है. वहां मैं किराये के घर में रहता था. मकर संक्रांति के दिन मैं पतंगबाजी देखने छत पर चला गया. साथ वाली छत पर एक जवान लड़की थी.
उसने दीदी की पेंटी उतारी, दीदी नंगी पड़ी थीं, उसने दीदी को नशीली आँखों से देखा और उनकी टाँगें फैला दीं। दीदी की नंगी चूत एकदम साफ़ थी, जैसे दीदी कुँवारी हों।
मैं अपनी बहन के साथ दिल्ली से कोलकाता आ रही थी. ट्रेन में मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ कि उसके बाद मेरी चूत को चुदने का चस्का लग गया. मेरी आपबीती पढ़ आप भी मजा लें!
माँ बेटा सेक्स की यह सच्ची कहानी मेरे बेटे के साथ की है. निकाह की पहली रात ही मैं समझ गई थी कि मेरा शौहर मुझे चुदाई का पूरा सुख नहीं दे सकता. गैर मर्द से चुदवाने का ख्याल भी नहीं आया. बेटा बड़ा हुआ तो एक दिन पेशाब करते हुए उसका लंड दिखा मुझे.
एक दिन मैं अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पढ़कर अपनी चूत में उंगली करके मजा ले रही थी कि मेरे चाचा ने देख लिया और विडियो बना ली. अब चाचा मेरे साथ सेक्स करना चाहता है, मैं क्या करूं!
मेरे दोस्त कुलदीप.. राहुल.. पुनीत तीनों की गर्लफ्रेण्ड थीं.. साले आते-जाते फोन पर ही चिपके रहते थे। वहीं मज़ाक-मजाक में मैं उनको छेड़ देता था.. फोन छीन लेता था.. ज़ोर से कहता कि देख वो तेरी वाली जा रही है.. इस सब में मुझे बहुत मज़ा आता..