एक उपहार ऐसा भी- 26
वो सिर्फ चार पांच बार ही चुदी है. पहली चुदाई उसने नशे की हालत में की थी. ... और बाकी चुदाई उसने सहेलियों के दबाव में आकर उनके सामने की थी.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
वो सिर्फ चार पांच बार ही चुदी है. पहली चुदाई उसने नशे की हालत में की थी. ... और बाकी चुदाई उसने सहेलियों के दबाव में आकर उनके सामने की थी.
मेरी उमर 26 साल है। मैं एक अमेरिकन कंपनी में क़तर में काम करता था। अब मेरी पोस्टिंग यहाँ कुवैत में हो गई है। कुवैत में ऑफिस के पहले दिन मैं सबसे मिला लेकिन वहाँ पर एक लड़की थी, एकदम गोरी, बदन ऐसा कि दिल करे अभी उसे चोद दे। जब लंच टाइम हुआ तो […]
अपने नए घर के सामने वाली लड़की देखी... एक नम्बर का देसी माल... बस लग गई उसे फंसाने की! वो दिन सॉरी रात भी आ ही गई... देसी चुदाई की कहानी पढ़े कर मजा लें!
लन्ड की नसें बहुत ज़्यादा कड़क हो चुकी थी, वैसे भी लन्ड काफी मोटा था और लम्बा भी अच्छा था. हालांकि अभी तक मैंने पूरे लन्ड के दर्शन नहीं किये थे और 1 घण्टा बीत चुका था, ऊपर से उनकी हालत...
मेरी प्यास भड़क गई थी, मैं अपनी चुत को किसी लंड से चुदवाना चाहती थी। मैं जीन्स, सफ़ेद टीशर्ट पहन कर बाजार निकल गई। बिना ब्रा के टीशर्ट में मेरे टिट्स दिख रहे थे।
मुझे सेक्स का कोई खास ज्ञान तो नहीं था पर सेक्स की तरफ पूरा रुझान था और उस रुझान का कारण थी पड़ोस की आंटी! उन आंटी ने मुझे पटाया और मैंने उनको! मिलजुल कर मैंने चुदाई करना कैसे सीखा? पढ़ें और मजा लें!
सर्दी की एक रात मैं इंदौर में थी. मैं अपने पिछले छेद के लिए किसी मर्द की तलाश कर रही थी. दूध की एक मशहूर दूकान पर काम करने वाला आदमी मुझे उपयुक्त लगा. मैंने उसे कसी पटाया?
मेरी माशूका मुझसे इतनी मुहब्बत करती है कि वो हरदम मेरे आगोश में रहना चाहती है. अब उसकी सुहागरात मनाने की तमन्ना मैं पूरी करना चाह रहा था.
क्या हम आपस में ही सेक्स नही कर सकते? क्योंकि अब स्कूल खत्म होने वाला है, बॉयफ्रेंड भी नहीं है और बनाने का मन भी नहीं है अभी, पर मन करने लगा है सेक्स का बहुत।
जयपुर जाने वाली स्लीपर बस में एक सेक्सी महिला को मेरे कम्पार्टमेंट में आना पड़ा। उस अनजान महिला के साथ कैसे समय बीता और हमारे बीच क्या हुआ, पढ़ें इस हिन्दी सेक्स स्टोरी में!
मेरे खड़े लंड को झुक कर भाभी ने प्रणाम किया और कहा- हे लंडम, जी मुझको एक पुत्र प्रदान करो! मैंने भी एक हाथ ऊँचा कर के कहा- तथास्तु… पुत्रवती भव!!!
मेरा नाम स्वयम् है, मैं पुणे का रहने वाला हूँ. मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी मैं काम करता हू. जो पुणे के हिन्जेवाड़ी आईटी पार्क एरिया में है. अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है. रोज की तरह मैं अपनी बाईक से शाम को सात बजे घर जाने के लिए निकला. रास्ते में काफी भीड़ होने […]
मैंने पूजा की गांड में उंगली लगायी तो वो उछल पड़ी, बोली- साले, क्या तुझे चूत पसंद नहीं? कब से तू मेरी गांड के पीछे पड़ा हुआ है. मैं पहले भी बता चुकी हूँ कि मुझे गांड नहीं मरवानी!
मेरी हिन्दी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं राजस्थान के जंगल में फंस गया और कैसे जंगली जानवर से मेरी जान बची. और फिर क्या हुआ?
लेखक: हिमांशु ये कहानी उस समय की है जब १२ में आया था हमारे एक नौकरानी थी उसकी २ बेटी थी छोटी बेटी की मस्त थी फ़ीगर देख कर किसी के मुंह में पानी आ जाये. एक बार वो झाडू बैठ कर लगा रही थी में उसके पीछे से गुजरा और मैने अपना पैर उसके […]