भाभी की चचेरी बहन ग्रुप सेक्स में-2
कावेरी बोली- जीजू आप घबराइए नहीं, मैं आपको खा नहीं जाऊँगी, हाँ चख सकती हूँ। और अब तो आप मुझे पिक्चर ले जा रहे हैं तो लाइए आपको चख कर थैंक्स बोल दूँ।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
कावेरी बोली- जीजू आप घबराइए नहीं, मैं आपको खा नहीं जाऊँगी, हाँ चख सकती हूँ। और अब तो आप मुझे पिक्चर ले जा रहे हैं तो लाइए आपको चख कर थैंक्स बोल दूँ।
कॉलेज के रास्ते में मुझे रोज एक लड़की मिलती थी, बात भी होती थी। एक दिन प्यार का इजहार हो गया और वो दिन भी आया जब उसने मुझे अपने घर बुलाया। घर में क्या हुआ?
मेरी बहन नंगी होकर मुझसे मालिश करवाने लगी और हम लेस्बीयन सेक्स करने लगे। अब मैं उसे अपने पति के लिये पटाना चाह रही थी। कहानी पढ़ कर देखिये।
रात के तीन बजे आते ही आपी ने मुझे जगा कर नंगा किया, खुद नंगी हुई और मेरा लंड चूसने लगी। फ़िर मैंने आपी को 69 पोजिशन में करके उनकी चूत चाटी, चूत में उंगली की।
अस्पताल की नाइट शिफ़्ट में मेरे साथ 42 साल की महिला नर्स थी। एक बार कोई मरीज नहीं था तो मैं लेटा था, वो मेरे पास आकर लेट गई और मेरी छाती पर पैर रख दिए।
आपी की चूत चूसने के साथ मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा। फ़िर मैंने उनकी गांड में जीभ लगा दी और थोड़ी देर बाद आपी की गांड में उंगली घुसा दी तकरीबन डेढ़ इन्च…
भाभी की चचेरी बहन भी मेरे पति से चुदने को आतुर थी। वो दोअर्थी बात करने लगी। रात को मेरी सेक्सी ड्रेस देख विकास ने मुझे कावेरी के सामने ही पकड़ लिया।
मेरे दोस्त ने मुझसे जन्मदिन के तोहफे के रूप में मुझसे मेरी होने वाली बीवी एक रात ले लिए मांग ली और मैंने अपनी बीवी उसको तोहफे के रूप में एक रात के लिए दे दी
अन्तर्वासना पढ़ कर हम दोनों थ्रीसम सेक्स बारे में जानते थे लेकिन जब दोस्तों ने बताया कि वे थ्री सम सेक्स करते हैं तो मेरे पति को भी इसका मज़ा लेने की जिद लगी। क्या करूँ मैं?
एक कमसिन हसीन परी अपने पापा संग हमारे घर आई, मेरे और उसके पापा दोस्त हैं। उसका सेक्सी बदन मुझे अन्दर तक भेद गया। मैंने उस हसीना को कैसे प्राप्त किया!
एक रेस्तराँ में एक लड़की से मुलाकात हुई, मैंने कोशिश की तो कुछ बात हुई और दोस्ती भी! उसने मुझे अपने घर बुलाया तो मेरी फ़ट गई कि पता नहीं क्या होगा वहाँ!
आपी रात को कमरे में आने का कह कर जाने लगी तो मैंने उन्हें रोक कर चूत की खुशबू लेने की तमन्ना जाहिर की। तो आपी मुझे चकमा देकर भाग गई। लेकिन वो लौट कर आई और…
मैं बारहवीं में थी, जवान हो गई थी। स्कूल के सारे जवान लड़के मुझ पर मरते थे.. लेकिन मैं किसी को भाव नहीं देती थी। एक दिन सर ने अपना हाथ मेरे कन्धे पर रख दिया।
अपनी बीवी की गैर मर्द से यौन सन्तुष्टि होते देख मुझे ख्याल नहीं रहा कि कोई और भी है जो अपनी वासना तृप्ति की आस लिए यहाँ थी, उसकी सन्तुष्टि मेरा फ़र्ज़ है।
मैं अपने बेटे से रोज ही चुदती थी. एक दिन मुझे चोदते हुए उसने कहा कि वो मुझे पापा से चुदते हुए देखना चाहता है. मम्मी पापा की चुदाई देखने की जिद मैंने पूरी की