शादी से प्रोमोशन तक
आरती को देखकर रेखा ने भी लौड़ा चूसने के लिए हाँ कह दी। और अब चूसने की बारी लड़कियों की थी और चुसवाने की बुड्ढों की।
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
आरती को देखकर रेखा ने भी लौड़ा चूसने के लिए हाँ कह दी। और अब चूसने की बारी लड़कियों की थी और चुसवाने की बुड्ढों की।
तन्हा आवारा नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम जय है, मेरा लंड 7 इंच का है, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश में रहता हूँ, अन्तर्वासना पर कहानियाँ मैं पिछले 4 साल से पढ़ता आ रहा हूँ। मैं आपको अपनी जिन्दगी का पहला अनुभव बताने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ जो आप सब को पसंद आएगा। ठंड के […]
लेखक : जवाहर जैन दोनों के पहुँचने पर श्रद्धा ने सीमा से कहा- क्या बात है, मेरी वजह से आपको यहाँ दिक्कत हैं क्या, जो आप दोनों बाहर चले गए थे? सीमा हंसकर बोली- हाँ, आपके सामने हम नंगे कैसे होते, इसलिए ये मुझे टायलेट में ले गए थे। सीमा की इस बेतकल्लुफी से मैं […]
यह चुदाई की कहानी मेरी पड़ोसन भाभी की चूत चुदाई की है. मेरी बीवी मायके गई हुई थी, पड़ोसन भाभी ने मुझसे बाजार से सामान मंगवाया, मैं उसके घर देने गया.
अगले दिन सुबह हम सब भोपाल घूमने गए, शॉपिंग भी की और खाना भी बाहर ही खाया। रात की गाड़ी से कमल और अर्ची वापिस आगरा चले गए और हम लोग वापिस अपने घर आ गए। लेकिन उस रात को मैंने अपने जिंदगी में एक बदलाव देखा, मुझे दिन रात कमल के आठ इंच लंबे […]
दिन भर मैं अपनी चूत को बार बार मलहम लगाती रही और दोपहर तक मुझे आराम भी मिलना शुरू हो गया था लेकिन क्योंकि मुझे रात को चुदने की लालसा थी
वो मेरा लण्ड देख कर सिहर सी गई, बोली- अरे इतना बड़ा कैसे जाएगा मेरी चूत में। मैं बोला- लंड चाहे कितना बड़ा भी क्यों ना हो, किसी भी चूत में आराम से चला जाता है।
यह मेरी ज़िंदगी की वो घटना है जब पहली बार मुझे एक कुंवारी चूत चोदने को मिली थी. मैं अपनी बुआ की लड़की की शादी मैं गाज़ियाबाद गया था. वहां हमें बुआ ने पड़ोसियों के घर में ठहराया. उसी घर में मिली थी मुझे मेरी कट्टो रानी!
जो तकिया मैंने अपने लंड के नीचे लगाया था, पूजा उसे बड़ी मदहोश होकर सूंघ रही थी और अपने एक हाथ से कभी अपनी चूची तो कभी अपनी चूत को मसल रही थी. मैं समझ गया कि माल एकदम तैयार है.
मैं भाभी के रस भरे होठों को रगड़ने लगा और उनका रस चूसने लगा. मैं यह देखकर बहुत खुश हुआ कि भाभी मुझसे भी ज्यादा उतावली थी मेरे होठों को चूसने के लिए, वो मेरे होठों को जोर-जोर से अपने होठों में पकड़ कर चूस रही थी और अपने दांतों से भी काट रही थी. जिससे मेरे होठों में दर्द होने लगा.
मैंने झटाक से पूजा के सारे कपड़े उतार दिए सिर्फ़ पेंटी को छोड़कर और उसे बिस्तर पर लिटाकर चूमने लगा. मेरे सामने एक कच्ची कली नंगी पड़ी थी और मुझे यह सब एक हसीन सपने की तरह लग रहा था.
कहानी का पिछ्ला भाग: उतावली सोनम-1 सोनम ने मेरे लंड का सुपारा अच्छे से चाटा, फिर उसके मुंह में जितना अंदर हो सका उतना अंदर कर मेरे लंड को शांत करने के जुगाड़ में लगी। उसकी यह मेहनत कुछ ही देर में रंग लाई, मेरे लंड से भी माल छूट पड़ा। अब मेरा लंड मुंह […]
मैंने पहला सेक्स बारहवीं में अपने से बड़ी छात्रा के साथ किया. वह कमसिन किशोरी सुंदर तो थी पर जवानी ने उसके सौन्दर्य को और भी निखार दिया था.
मेरा नाम सूमी है और मैं 25 साल की शीमेल हूँ, मतलब मेरे पास चूचियाँ और लंड दोनों हैं. मेरा फिगर बिल्कुल लड़की जैसा है और मैं लड़की की तरह ही दिखती हूँ.
एक शाम मैंने हॉस्टल के एक कोने में एक लडके लड़की को चूमा चाटी करते देखा और लड़की को पहचान लिया. अगले दिन मैंने उसे खा कि किसी को नही बताऊंगा पर...