भैया भाभी की लाईव सुहागरात
पड़ोसी भैया शादी करके भाभी को लाये तो उनकी सुहागरात का कमरा मैंने सजाया. तभी मैंने उनकी पहली रात की चुदाई देखने का जुगाड़ कर लिया. मजा लें कहानी का!
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
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हमारे घर एक आंटी किराए से रहने आई. उनको देखते ही मेरा मन उन की चुदाई का हुआ. मैंने आंटी की मदद के बहाने से उनसे दोस्ती बढ़ाई और एक दिन ...
एक रात मैं पानी पीने उठा तो मॉम के कमरे की लाइट जलती देख मैंने अंदर देखा तो मैं दंग रह गया. मॉम अपनी नाइटी उठाकर अपने हाथ से अपनी चूत सहला रही थीं. तो ...
मेरी सौतेली मम्मी की कामवासना मेरे पापा शांत नहीं कर पाते थे. मैं चाहता था की मेरी मम्मी खुश रहें क्योंकि वे मुझे बहुत प्यार करती थी. मैंने अपनी मम्मी की मदद कैसे की?
मैं जॉब करती हूँ. ऑफिस में मेरे बॉस की नजर मेरे जिस्म पर रहती थी. मुझे अजीब सा लगता था पर कुछ कह नहीं सकती थी. फिर मैंने सोचा कि मैं अपने बदन से बॉस को ...
एक दिन मैं अपने घर का किराया देने ऊपर वाले घर में जा रहा था। दरवाजे के पास पहुंचा तो बहुत धीमी-धीमी कूखने और कराहने की आवाजें आ रही थीं। क्या चल रहा था?
एक कम्पनी में मेरी जॉब लगी और वहां एक मैडम से मरी मित्रता हो गयी. हम खूब बातें करने लगे. हमारी यह दोस्ती किस मंजिल तक पहुंची, पढ़ें मेरी सेक्स कहानी और मजा लें!
मैं आपको मेरी मम्मी की कामुकता और चुदाई के बारे में बता रहा हूँ कि कैसे मम्मी ने होटल में जाकर अपने बेटे की उम्र के दो लड़कों से चूत चुदवाई.
बेटी की चूत से पानी निकल गया, ऑर्गस्म होने के बाद एकदम शांत पापा की बांहों में आ गयी. उसकी धड़कनें बहुत ज़ोर से चल रही थी और साँसें भी कंट्रोल के बाहर थी।
मैं अपने ऑफिस की एक मैडम के घर में रुका था. मैडम के साथ मेरी काफी नजदीकी बढ़ चुकी थी. उस रात हमारे बीच क्या क्या हुआ? मैडम ने मुझे क्या करने को कहा?
मैं दिन पर दिन जवान होती जा रही हूँ और मुझे सेक्स करने का मन हो रहा है. मेरी सब सहेलियां चुद चुकी हैं तो मुझे भी अपनी पहली चुदाई की जल्दी थी. मैं कैसे चुदी?
मैंने अपने ऑफिस में कुछ लड़कियों की भर्ती की. उनमें से एक लड़की मुझे अच्छी लगी. वो भोली भाली और मस्त थी. मैंने उसकी कुंवारी चूत की सील कैसे तोड़ी?
तीन दिन तक पति के लंड से चूत को चुदवाने के बाद अब हम पति पत्नी की गांड चुदाई करना चाहते थे. लेकिन इसके लिए सही मौक़ा नहीं मिल पा रहा था. फिर एक दिन ...
मेरे और मेरी सहेली के इन्टरनल मार्क्स बहुत कम थे. मैंने टीचर को ज्यादा मार्क्स के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी. तो बात कैसे बनी? पढ़ें इस सेक्स कहानी में!
यह बात तब की है जब मैंने अपनी प्रेमिका संग पहली बार सेक्स किया था. तब से पहले हम दोनों अक्सर मिलते थे, चूमा चाटी करते थे लेकिन पूरा सेक्स कभी नहीं किया था.