चरित्र बदलाव-9
मैंने दरवाजा बंद कर दिया और सोनम की तरफ देखा तो सोनम के चेहरे पर एक शर्म थी जो मुझे अच्छी लगी. मैं सोनम के करीब गया और उसे कस कर बाहों में जकड़ लिया.
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने दरवाजा बंद कर दिया और सोनम की तरफ देखा तो सोनम के चेहरे पर एक शर्म थी जो मुझे अच्छी लगी. मैं सोनम के करीब गया और उसे कस कर बाहों में जकड़ लिया.
अब मैं आपके सामने अपनी एक और चुदाई का किस्सा पेश कर रही हूँ, यह बात तब की है जब हम अपने घर की मरम्मत करवा रहे थे, जिसके लिए बहुत सारे मजदूर लगे थे। उनमें से एक हमारे घर के पीछे बनी शेड के पास कमरे में रहता था। एक रात को नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने कमरे से बाहर आ गई। थोड़ी देर टहलने के बाद मैं उस शेड की तरफ आ गई जिस तरफ वो मजदूर रहता था..
मेरी सेक्स कहानी का पहला भाग : सिमरन मैडम गोवा में-1 हम दोनों घूम कर होटल जाने को थे कि मैंने सिमरन से कहा- तुम चलो, मैं आता हूँ. मैंने पास में मार्केट से एक बिकनी खरीदी और कमरे पर गया। सिमरन ने पूछा- कहाँ गए थे? मैंने कहा- तुम्हारे लिए यह लेने! वो पहले […]
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है अन्तर्वासना पर, मेरा नाम रजत है और मैं चंडीगढ़ का हूँ। मेरी उम्र 28 वर्ष, कद 5’8″, रंग गोरा और मेरा लिंग 7 इंच लम्बा है और काफी मोटा भी है। मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता हूँ और वहाँ पर हम कैज़्युल गर्ल्स को रखते हैं जो […]
मेरा नाम रोहित है। यह बात उस समय की है जब मैं 18 साल का था और स्कूल में नया दाखिला लिया था. मैं बहुत खुश था। मेरे स्कूल में एक मैडम थी जिसका नाम लीना था. उसकी अभी अभी नई शादी हुई थी. वो देखने में बहुत सुन्दर थी और उसका फिगर 34-28-36 था। […]
नेहा वर्मा सुन्दर की ट्रेनिंग के दौरान प्रिया और राधा गोपाल से खूब चुदी थी। सुन्दर ट्रेनिंग से वापस आ चुका था। अब तो गोपाल को सुन्दर की उपस्थिति बहुत खराब लग रही थी।कारण था कि जवान राधा को तो सुन्दर खूब चोदता था पर गोपाल के पल्ले उसकी माँ ही आती थी। जिस पर […]
दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना की कहानियों को नियमित पढ़ता हूँ, मैंने सोचा मैं भी अपनी कहानी आप सबको बताऊँ। यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद तो यही है कि सभी कुंवारी चूतें फड़फ़ड़ा जायेंगी और मेरे भाइयों के लण्ड फड़क उठेंगे उनको फाड़ने के लिए। कृपया अपनी प्रतिक्रिया जरूर भेजिएगा। मेरा नाम अमित है, मैं […]
“तेल भरवा लें !” कह कर रतन ने अपनी कार जुहू बीच जाने वाली सड़क के किनारे बने पेट्रोल पंप पर रोक दी और दरवाजा खोल कर बाहर उतर गया। शहर में अभी-अभी दाखिल हुए किसी अजनबी के कौतुहल की तरह मेरी नजरें सड़क पर थी कि उन नजरों में एक टैक्सी उभर आई। टैक्सी […]
कुछ क्षणों पहले हाथ भी नहीं लगाने दे रही थी। अभी मस्ती में सराबोर है। मैं और उत्साहित होकर थूथन घुसा घुसाकर उसके गड्ढे को कुरेदता हूँ। उसके मुँह से कुछ अटपटी ऍं ऑं की सी आवाजें आ रही है। साथी अगर स्वरयुक्त हो तो क्या बात है ! उसकी कमर की हरकत बढ़ती जा […]
तीन फुट ऊंचे, संगमरमर के फर्श पर, बहुत कम कपड़ों में, चीखते आर्केस्ट्रा के बीच वह लड़की हंस हंस कर नाच रही थी। बीच-बीच में कोई दस-बीस या पचास का नोट दिखाता था और लड़की उस ऊंचे, गोल फर्श से नीचे उतर लहराती हुई नोट पकड़ने के लिए लपक जाती थी। कोई नोट उसकी वक्षरेखा […]
दोस्तो, यह आंटी की चुदाई कहानी आप तक पहुँचाने में मेरी दोस्त कोमलप्रीत कौर ने मेरी मदद की है। मैं मोहित जालंधर, पंजाब से आपके लिए अपनी एक असली कहानी लेकर हाजिर हूँ। मैं अन्तर्वासना काफी समय से पढ़ रहा हूँ, सोचा कि मैं भी आपको अपनी जिंदगी के पहले सेक्स के बारे में बताऊँ। […]
बात उस वक़्त की है जब मैं 12 में था, मैं इंदौर में पढ़ता था। मैं एक हॉस्टल में रहता था। मेरा स्कूल और हॉस्टल दोनों साथ में एक ही कैम्पस में थे। मेरा स्कूल बड़ा था। उस में हम सब लोग साथ में रहते थे। मेरी हिंदी की शिक्षका का नाम शेफाली है, वो […]
मेरी चड्डी में खड़े लण्ड का लालच मौसी से रोका न गया वो मेरे सात इंच के लण्ड पर चड्डी के ऊपर से ही हाथ फिराने लगी थी और लण्ड पर हाथ रखते ही वो कराह उठीं जैसे उनके सारे जिस्म के दर्द की दवा उन्हें मिल गई हो।
कहानी का पहला भाग : मौसी से सेक्स ज्ञान-1 मौसी अभी यही समझ रहीं थीं कि मैं उत्तेजित होकर नींद में ही झड़ा हूँ। उन्होंने मेरा लण्ड कस कर पकड़े रखा जब तक मैं पूरा झड़ नहीं गया। उनका हाथ चड्डी के ऊपर से गीला हो चुका था, मैंने अपनी जांघ पर उनकी चूत का […]
बेंगलौर स्थित महात्मा गांधी रोड हर किसी की जुबां पर रहता है। किसी खास कारणवश, यह तो पता नहीं। पर आज एक अजीब घटना घटी। मैं महात्मा गांधी रोड स्थित ब्रिगेड रोड के कोने पर खड़ा था, कुछ देर के लिए, शायद, निर्माणाधीन हमारा मेट्रो या मेट्रो रेल देखने के लिए। पर उसी समय उधर […]