पेंटर बाबू: आई लव यू-2
मैंने उसके लम्बे लौड़े को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया. मेरा प्लान था कि मैं उसको चूस चूस कर ही झाड़ दूंगा और मेरी गांड उसके मूसल से बच जायेगी! लेकिन...
अन्तर्वासना की हॉट हिंदी सेक्स कहानियाँ - Chudai ki Kahani, Audio Sex Story, XXX Stories and Adult Stories and More in Hindi
मैंने उसके लम्बे लौड़े को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया. मेरा प्लान था कि मैं उसको चूस चूस कर ही झाड़ दूंगा और मेरी गांड उसके मूसल से बच जायेगी! लेकिन...
मेरी पड़ोसन भाभी बहुत सेक्सी थी, उसे देख कर लंड खड़ा हो जाता था लेकिन मैं बहुत शर्मीला था. फिर भी मैंने भाभी की पहले गांड मारी और उसके बाद चूत की चुदाई की. यश कैसे संभव हुआ?
मैं उसकी नंगी पीठ और चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए बोला- मेरी रानी... मेरा लंड तुम्हारा है. तुम इससे जैसे चाहो खेलो... इसको अपने हाथों से खड़ा करो या फिर इसे अपने मुँह चूस चूसकर खड़ा करो!
मौसी हमारे घर आयी हुई थीं. उनके मम्मे और गांड बहुत ही मस्तराम हैं. रात को मौसी मेरे साथ ही लेती हुई थी तो मैंने कोशिश करने की सोची. कहानी पढ़ कर देखें कि क्या हुआ!
"डार्लिंग, तुम्हें घुड़सवारी पसंद है ना! चलो, आज नए घोड़े के ऊपर बैठ कर मजे लो, और मैं पीछे खड़ा होकर तुम्हारी प्यारी सी गांड को ठोकूंगा!" मैंने नताशा के मूड के अनुसार एक शानदार ऑफर पेश किया.
मेरे जन्मदिन से एक दिन पहले अचानक बिना बताए मेरे छोटे भाई बहन मेरे पास आ गए. मैं चौंक गयी और दोनों को गले से लगा लिया. उन्होंने मुझे जन्मदिन का क्या तोहफा दिया? पढ़ें मेरी कहानी!
मेरी कहानी पढ़ कर एक भाभी ने मुझसे दोस्ती की, मैंने उसकी फोटो देखी तो वो सेक्स बम लग रही थी. आखिर मैंने उसको कैसे चोदा, पढ़ें मेरी यह कहानी और मजा लें!
मैं पढ़ाई के लिए अपनी चचेरी बुआ के घर रहता था. बुआ की ननद अपने ससुराल वालों से झगड़ा कर बुआ के पास आ गई. पता लगा कि उसका पति से चोद कर बच्चा नहीं दे पा रहा.
घर के हालात ठीक नहीं थे तो मेरी खाला की बेटी अट्ठाईस वर्षीया आरजू की शादी नहीं हो पा रही थी. वो बहुत कमजोर हो गयी थी. मैंने उस से खुल कर बात की तो पता लगा कि...
इस ग्रुप सेक्स कहानी में आज आप मज़े लीजिए कि कैसे पड़ोसन भाभी ने मुझे उनकी दो चालू सहेलियों की गांड और चूत भी दिलवाई.
अब नये नये लंडों से चुदना अमीषा का रोज़ का काम हो गया था। मगर जो मज़ा उसको माँ के दोस्त ने दिया था वो किसी और से नहीं मिला. इसलिए उसने सोचा कि अब माँ को अपना पार्ट्नर ही बनाना पड़ेगा।
वो मेरे दोस्त की शादीशुदा साली थी. दोस्त की शादी में ही वो मुझे चाहने लगी थी. शादी के बाद क्या हुआ था, वो आप इस कहानी के पहले भाग में पढ़ चुके हैं. अब आगे क्या हुआ?
मेरी चूत तो कई बार तुम्हारा लंड अंदर करवा चुकी है। इसलिए तुम मेरी माँ से शादी कर लो और जब भी मौका मिले बिना माँ को पता लगे मुझे चोदा करो।
पढ़ाई के लिए गाँव से शहर में गया, दोस्तों की देखादेखी एक गर्लफ्रेंड भी बन गयी. लेकिन चुदाई का जुगाड़ नहीं बन रहा था. तो मैंने अपनी गर्लफ्रेंड की कुंवारी चूत कैसे चोदी?
उसके होंठ देख के ही मैंने अंदाज़ा लगा लिया कि इसकी चूत का चीरा 3 इंच से ज्यादा का नहीं होगा. क़यामत सा उसका फिगर, आवाज़ जैसे मिश्री. मैं तो उसे देखते ही फ़िदा हो गया था.